शुक्रवार, 28 दिसंबर 2012

गांव छोड़ शहर जा रहे श्रमिक

  भारतीय मजदूर संघ के अभ्यास वर्ग में श्रमिकों ने बताई पीड़ा ........
सरकारी योजनाओं की जानकारी तो हमें नहीं है, और दूसरा ग्रामों में रोजगार नहीं है। हे भी तो जब फसलों के कटाई का समय होता है तब। श्रमिकों ने यह बात भारतीय मजदूर संघ से संबंधित अखिल भारतीय कंस्ट्रक्शन मजदूर महासंघ के तीन दिवसीय प्रांतीय अभ्यास वर्ग कही। कार्यक्रम के बाद संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर व्यास ने मीडिया को बताया कि रोजगार के अवसरों में कमी और श्रमिकों को सरकारी योजनाओं की जानकारी नहीं होती गांवों से शहरों की ओर पलायन बढ़ा है। इसके लिए मुहिम चलाई जाएगी और सीधे श्रमिकों से संपर्क किया जाएगा। उन्होंने बताया कि, श्रमिकों का पंजीयन अभी भी पूरी तरह नहीं हो पा रहा है। इससे कार्य के दौरान घायल होने, बीमार होने और महिला पमजदूरों को प्रसव के दौरान मिलने वाली सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं। अभी भी ठेकेदार काम करवाने के बाद दिहाडी देकर भगा देते हैं। ऐसे में महासंघ ने तय किया है कि श्रमिक बस्तियों में सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जाए और श्रमिकों का शत प्रतिशत पंजीयन कराया जाए। छात्र शक्ति भवन में तीन दिन चले अभ्यास वर्ग में भामसं के मंत्री जयंतीलाल, संगठन मंत्री सुनील किरवई, प्रदेश महामंत्री सुल्तान सिंह शेखावत, धर्मदास शुक्ला, राज्य अधिकारी संघ के बीआर विश्वकर्मा, राजयस्वास्थ्य कर्मचारी संघ के श्रम विभाग के सुरक्षा अधिकारी अजय नेमा आदि ने संबोधित किया। इसमें मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के श्रमिक प्रतिनिधियों ने भागीदारी की। 

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