-परीबाजार, गोलघर और पुरानी अदालत परिसर घूमे कलेक्टर
-पुर्नघनत्वीकरण योजना के तहत काम करने की कोशिश
भोपाल।
जिला कलेक्टर कार्यालय जल्द ही नए स्थान पर आकार ले सकता है। इसके लिए शनिवार को कलेक्टर निशांत वरवड़े सहित प्रशासनिक अफसरों ने जगह तलाशी। कलेक्टर ने शाहजहांनाबाद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले परी बाजार, गोलघर और पुरानी अदालत परिसर का भ्रमण किया।
बताया जाता है कि नए कलेक्टर कार्यालय के लिए पुर्नघनत्वीकरण (रीडेंसीफिकेशन) के तहत प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। शनिवार को कलेक्टर ने इसके तहत शासकीय कार्यालयों को स्थान दिए जाने के संबंध में अधिकारियो से चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों से चर्चा के दौरान जानकारी ली कि यहां पर कलेक्टर कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित अन्य कार्यालय एक ही स्थान पर बन सकते हैं या नहीं? इस विषय पर अधिकारियों से चर्चा करते हुए निर्देशित दिए। इस संबंध में अफसरों से एक आंकलन रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। ताकि प्रस्तावित पुर्नघनत्वीकरण (रीडेंसीफिकेशन) के तहत बनाई गई योजना में शासकीय कार्यालयों के लिए स्थान मिल सके। उनके साथ एडीएम बीएस जामोद व अन्य अधिकारी भी थे। सूत्रों के अनुसार कलेक्टर श्री वरवड़े चाहते हैं कि वर्तमान की तरह ही कलेक्टर कार्यालय के आसपास के कार्यालय एक ही स्थान पर हों। उल्लेखनीय है इससे पहले कमिश्नर रहते हुए मनोज श्रीवास्तव ने यह प्रस्ताव बनाया था। इसके तहत उन्होंने पुरानी जेल को उपयुक्त स्थान माना था।
-पुर्नघनत्वीकरण योजना के तहत काम करने की कोशिश
भोपाल।
जिला कलेक्टर कार्यालय जल्द ही नए स्थान पर आकार ले सकता है। इसके लिए शनिवार को कलेक्टर निशांत वरवड़े सहित प्रशासनिक अफसरों ने जगह तलाशी। कलेक्टर ने शाहजहांनाबाद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले परी बाजार, गोलघर और पुरानी अदालत परिसर का भ्रमण किया।
बताया जाता है कि नए कलेक्टर कार्यालय के लिए पुर्नघनत्वीकरण (रीडेंसीफिकेशन) के तहत प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। शनिवार को कलेक्टर ने इसके तहत शासकीय कार्यालयों को स्थान दिए जाने के संबंध में अधिकारियो से चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों से चर्चा के दौरान जानकारी ली कि यहां पर कलेक्टर कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित अन्य कार्यालय एक ही स्थान पर बन सकते हैं या नहीं? इस विषय पर अधिकारियों से चर्चा करते हुए निर्देशित दिए। इस संबंध में अफसरों से एक आंकलन रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। ताकि प्रस्तावित पुर्नघनत्वीकरण (रीडेंसीफिकेशन) के तहत बनाई गई योजना में शासकीय कार्यालयों के लिए स्थान मिल सके। उनके साथ एडीएम बीएस जामोद व अन्य अधिकारी भी थे। सूत्रों के अनुसार कलेक्टर श्री वरवड़े चाहते हैं कि वर्तमान की तरह ही कलेक्टर कार्यालय के आसपास के कार्यालय एक ही स्थान पर हों। उल्लेखनीय है इससे पहले कमिश्नर रहते हुए मनोज श्रीवास्तव ने यह प्रस्ताव बनाया था। इसके तहत उन्होंने पुरानी जेल को उपयुक्त स्थान माना था।
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