रविवार, 2 फ़रवरी 2014

एक बार फिर डूब सकता है शारदा नगर

- नाले के किनारे तेजी से हो रहे निर्माण कार्य, फिर भरने लगा नाले में पानी
- कॉलोनाइजर ने छोड़ा, सरपंच ने मुंह मोड़ा
दबंग रिपोर्टर, भोपाल। 
लांबा खेड़ा स्थित शारदा नगर कॉलोनी के नाले के किनारे बसाहट और निर्माण कार्य दोबारा चालू हो गया है जिसके चलते यहां के रहवासियों को 14 अगस्त 2006 की रात बाढ़ के कारण सैकड़ों परिवारों की मौत का मंजर याद आ रहा है। यहां के रहवासियों का यह मानना है कि अगर निर्माण कार्य को जल्दी न रोका गया तो ऐसी स्थिति फिर से निर्मित हो सकती है। जिस पर इस बार काबू पाना असंभव हो जाएगा। परिणामत: यह कॉलोनी डूब जाएगी।
 
सरपंच व कॉलोनाइजर से की थी शिकायत शारदा नगर निवासियों की माने तो उन्होंने कई बार क्षेत्र के सरपंच और कालोनाइजर ‘गौरी गणेश गृह निर्माण समिति’ से इस संबंध में शिकायत की, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। न ही नाले के किनारे पर हो रहे निर्माण को रोका उल्टा निर्माण की अनुमति दे दी गई, जिससे कॉलोनी में जलभराव की स्थित निर्मित हो गई है। 
विधायक को सौंपा ज्ञापन रहवासियों की समस्याओं के निराकरण और कॉलोनी विकास के लिए गठित शारदा नगर सामाजिक विकास समिति के पदाधिकारियों ने इस संबंध में गत दिवस क्षेत्रीय विधायक विष्णु खत्री से मुलाकात की। उन्होंने विधायक को ज्ञापन सौपते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की। इस अवसर पर समिति के संरक्षक आरपी सोनी, अध्यक्ष यूके उपाध्याय, कोषाध्यक्ष बीबी शर्मा, सचिव एसएस यादव, उप सचिव कमल बोहत सहित कैलाश चंद्र सेन, बबलू ठाकुर मौजूद थे।

पिछले साल ही कराया गया था नाले का चौड़ीकरण करीब 20 साल पहले वर्ष 1993 में निर्मित इस कॉलोनी के पास बहते नाले के किनारे ताबड़तोड़ तरीके कब्जा कर लोगों ने अपने मकानों की बाउंड्रीवाल व अन्य निर्माण कर लिये हैं। सवाल यह उठता है कि यह कब्जे नाजायज हैं अथवा कॉलोनाइजर या जनप्रतिनिधियों की मिली भगत से किए गए हैं। रहवासियों का कहना है कि नाले के किनारे हो रहे निर्माण के कारण नाले का जल भराव बढ़ेगा। हालांकि पिछले साल ही सरपंच द्वारा लाखों रुपए खर्च करके इस नाले का चौड़ीकरण कराया गया था। बावजूद इसके बैरसिया रोड की पुलिया से नीचे नाले का आकार बिल्कुल संकरा होने से जलनिकास का मार्ग बंद होने के कगार पर है। 

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