- सीमांकन कार्य का प्रशिक्षण आज से, एक दल में 15 पटवारी-आरआई होंगे शामिल
दबंग रिपोर्टर, भोपाल।
जिले में पदस्थ सभी आरआई-पटवारियों को टीएसएम(टोटल स्टेशन मशीन) को चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। यह ट्रेनिंग जिले में उपलब्ध चार टीएसएम से सीमांकन कार्य के लिए दी जा रही है। यह प्रशिक्षण तीन फरवरी से शुरू होगा और तीन मार्च को समाप्त होगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पटवारी व आरआई के 15 सदस्यीय दल गठित कर दिए गए है। प्रत्येक दल को तीन या चार दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा, इसके लिए बाहर से टीम भी बुला ली गई है। इस टीम के प्रत्येक सदस्य सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक सभी सदस्यों को टीएसएम मशीन का विधिवत प्रशिक्षण देंगी।
इस संबंध में 24 जनवरी को कलेक्टर निशांत वरवड़े ने हुजूर वृत्त में बने सायबर रिकार्ड रूम का निरीक्षण करने के दौरान वृत्त में रखी दो टीएसएम मशीनों की जानकारी ली थी। जिसमें इन मशीनों से किए गए सीमांकन आदि के बारे में जानकारी ली, तो सामने आया था कि ग्वालियर से प्रशिक्षण लेकर आए 22 पटवारी-आरआई में से एक ने भी टीएसएम मशीन से सीमांकन नहीं किया था। इसका कारण पूछने पर पता चला कि प्रशिक्षण प्राप्त पटवारी टीएसएम मशीन चलाने में असमर्थ है। इस पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर श्री वरवड़े ने एसएलआर को निर्देशित किया था कि वह जिले में पदस्थ सभी आरआई व पटवारी को टीएसएम चलाने का प्रशिक्षण दिलवाएं। जरूरत पड़े तो यह प्रशिक्षण निजी कंपनी से दिलावाया जाए।
प्रशिक्षण के साथ सीमांकन के कार्य भी होंगे पूरे
15 सदस्यीय पहला दल जहां 3 से 5 फरवरी तक नीलबड़ में प्रशिक्षण लेगा, जबकि दूसरा दल 6 से 10 फरवरी तक रातीबढ़ में, तीसरा दल 11 से 13 फरवरी तक मिसरोद में, चौथा दल 17 से 19 फरवरी तक जाटखेड़ी में, पांचवा दल 20 से 22 फरवरी तक सलैया में छठवां दल 24 से 26 फरवरी तक बिलखैया में तथा सातवां यानि अंतिम दल 28 फरवरी से 3 मार्च तक खजूरीखुर्द में सीमांकन करने का प्रशिक्षण लेगा। अधिकारियों की माने तो अलग अलग जगह प्रशिक्षण दिए जाने के पीछे उद्देश्य यह है कि प्रशिक्षण के साथ-साथ इन क्षेत्रों में लंबित पड़े सीमांकन भी पूर्ण हो जाएंगे। पटवारी-आरआई प्रशिक्षण के माध्यम से जिन जमीनों को नापेंगे , उनकी रिपोर्ट भी बनाकर देंगे ताकि प्रकरणों का निराकरण भी हो सके।
...तो अगले सत्र में फिर लेंगे प्रशिक्षण
प्रत्येक दल सही तरीके से प्रशिक्षण ले। इसके लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। वह पटवारी-आरआई के प्रशिक्षण की दक्षता पर निगाह रखेगा और उनकी दक्षता संबंधी रिपोर्ट यानि प्रमाण पत्र व उपस्थिति भेजेगा। यदि वह किसी आरआई या पटवारी के टीएसएम को चलाने में दक्ष न होने संबंधी रिपोर्ट भेजता है, अगले सत्र में उस पटवारी-आरआई को दोबारा प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
दबंग रिपोर्टर, भोपाल।
जिले में पदस्थ सभी आरआई-पटवारियों को टीएसएम(टोटल स्टेशन मशीन) को चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। यह ट्रेनिंग जिले में उपलब्ध चार टीएसएम से सीमांकन कार्य के लिए दी जा रही है। यह प्रशिक्षण तीन फरवरी से शुरू होगा और तीन मार्च को समाप्त होगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पटवारी व आरआई के 15 सदस्यीय दल गठित कर दिए गए है। प्रत्येक दल को तीन या चार दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा, इसके लिए बाहर से टीम भी बुला ली गई है। इस टीम के प्रत्येक सदस्य सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक सभी सदस्यों को टीएसएम मशीन का विधिवत प्रशिक्षण देंगी।
इस संबंध में 24 जनवरी को कलेक्टर निशांत वरवड़े ने हुजूर वृत्त में बने सायबर रिकार्ड रूम का निरीक्षण करने के दौरान वृत्त में रखी दो टीएसएम मशीनों की जानकारी ली थी। जिसमें इन मशीनों से किए गए सीमांकन आदि के बारे में जानकारी ली, तो सामने आया था कि ग्वालियर से प्रशिक्षण लेकर आए 22 पटवारी-आरआई में से एक ने भी टीएसएम मशीन से सीमांकन नहीं किया था। इसका कारण पूछने पर पता चला कि प्रशिक्षण प्राप्त पटवारी टीएसएम मशीन चलाने में असमर्थ है। इस पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर श्री वरवड़े ने एसएलआर को निर्देशित किया था कि वह जिले में पदस्थ सभी आरआई व पटवारी को टीएसएम चलाने का प्रशिक्षण दिलवाएं। जरूरत पड़े तो यह प्रशिक्षण निजी कंपनी से दिलावाया जाए।
प्रशिक्षण के साथ सीमांकन के कार्य भी होंगे पूरे
15 सदस्यीय पहला दल जहां 3 से 5 फरवरी तक नीलबड़ में प्रशिक्षण लेगा, जबकि दूसरा दल 6 से 10 फरवरी तक रातीबढ़ में, तीसरा दल 11 से 13 फरवरी तक मिसरोद में, चौथा दल 17 से 19 फरवरी तक जाटखेड़ी में, पांचवा दल 20 से 22 फरवरी तक सलैया में छठवां दल 24 से 26 फरवरी तक बिलखैया में तथा सातवां यानि अंतिम दल 28 फरवरी से 3 मार्च तक खजूरीखुर्द में सीमांकन करने का प्रशिक्षण लेगा। अधिकारियों की माने तो अलग अलग जगह प्रशिक्षण दिए जाने के पीछे उद्देश्य यह है कि प्रशिक्षण के साथ-साथ इन क्षेत्रों में लंबित पड़े सीमांकन भी पूर्ण हो जाएंगे। पटवारी-आरआई प्रशिक्षण के माध्यम से जिन जमीनों को नापेंगे , उनकी रिपोर्ट भी बनाकर देंगे ताकि प्रकरणों का निराकरण भी हो सके।
...तो अगले सत्र में फिर लेंगे प्रशिक्षण
प्रत्येक दल सही तरीके से प्रशिक्षण ले। इसके लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। वह पटवारी-आरआई के प्रशिक्षण की दक्षता पर निगाह रखेगा और उनकी दक्षता संबंधी रिपोर्ट यानि प्रमाण पत्र व उपस्थिति भेजेगा। यदि वह किसी आरआई या पटवारी के टीएसएम को चलाने में दक्ष न होने संबंधी रिपोर्ट भेजता है, अगले सत्र में उस पटवारी-आरआई को दोबारा प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
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