लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा भूमि के जल-स्तर के संरक्षण के लिये इस वर्ष पेयजल योजनाओं के नजदीक 1800 जल-संरचना का निर्माण करवाया जायेगा। विभाग ने इसके लिये बजट में 50 करोड़ का प्रावधान किया है। प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था मुख्य रूप से भू-जल स्रोतों पर आधारित हैं। प्रदेश के 313 विकासखण्ड में से 24 विकासखण्ड अति दोहित, 4 विकासखण्ड दोहित एवं 61 विकासखण्ड अर्द्ध-दोहित श्रेणी के हैं। अति-दोहित श्रेणी के रतलाम जिले के पिपलोदा एवं सतना जिले के रामपुर बघेलान विकासखण्ड में विशेष भू-जल संवर्धन की कार्य-योजना तैयार की जा रही है।
शुक्रवार, 19 अप्रैल 2013
जल संरक्षण के लिए स्वीकृत हुआ 50 करोड़ प्रस्ताव,भोपाल
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा भूमि के जल-स्तर के संरक्षण के लिये इस वर्ष पेयजल योजनाओं के नजदीक 1800 जल-संरचना का निर्माण करवाया जायेगा। विभाग ने इसके लिये बजट में 50 करोड़ का प्रावधान किया है। प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था मुख्य रूप से भू-जल स्रोतों पर आधारित हैं। प्रदेश के 313 विकासखण्ड में से 24 विकासखण्ड अति दोहित, 4 विकासखण्ड दोहित एवं 61 विकासखण्ड अर्द्ध-दोहित श्रेणी के हैं। अति-दोहित श्रेणी के रतलाम जिले के पिपलोदा एवं सतना जिले के रामपुर बघेलान विकासखण्ड में विशेष भू-जल संवर्धन की कार्य-योजना तैयार की जा रही है।
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