-मतदाता-सूची में सुधार और एवीएम का शत-प्रतिशत भौतिक सत्यापन हो
-ऐपिक गेप और डुप्लीकेट आई.डी के शीघ्र निराकरण के निर्देश
-उप चुनाव आयुक्त ने की पांच संभाग में चुनाव तैयारियों की समीक्षा
भोपाल।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने आये उप चुनाव आयुक्त सुधीर त्रिपाठी ने आज भोपाल, जबलपुर, सागर, उज्जैन और इंदौर संभाग के आयुक्तों और कलेक्टरों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सीधे चर्चा की। इस दौरान प्रदेश के मु य निर्वाचन पदाधिकारी जयदीप गोविंद और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सुधीर त्रिपाठी ने सभी संभागायुक्तों और कलेक्टरों से आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान का प्रतिशत बढ़ाने को कहा। ऐसे मतदान-केन्द्र, जहां पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान का प्रतिशत काफी कम था, वहां विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिये स्वीप प्लॉन के माध्यम से गतिविधियां संचालित करने और मतदाताओं को जागरूक बनाने को कहा गया। ऐसे मतदान-केन्द्र, जहां मतदान का प्रतिशत अधिक रहा, वहाँ उसे बरकरार रखने के निर्देश दिए गए। श्री त्रिपाठी ने कहा कि मतदाता-सूची का संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य अब नहीं होगा। मतदाता-सूची में जो त्रुटियां हैं, उसमें यथाशीघ्र सुधार कर लिया जाये। जिन जिलों ने ईवीएम का भौतिक सत्यापन एवं जांच नहीं की है, उसे यथाशीघ्र शत-प्रतिशत पूरा किया जाए। ईवीएम की सुरक्षा के साथ उसके रख-रखाव आदि की ओर भी ध्यान दिया जाए।
6 माह पहले पूरी हो चुनाव संबंधी तैयारियां
उप चुनाव आयुक्त ने बताया कि चुनाव आयोग की कोशिश है कि मध्यप्रदेश में 6 माह पूर्व ही निर्वाचन संबंधी सभी तैयारियां कर ली जाये। इसके लिये सभी क्षेत्रों की व्यापक समीक्षा शुरू की गई है। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि मध्यप्रदेश में मतदाता-सूची को शत-प्रतिशत ठीक करने की दिशा में काफी कार्य किया गया है। मतदाता-सूची में 85 लाख नये नाम जोड़े गये हैं, जिनमें से लगभग 10 लाख नाम विभिन्न कारण से हटाए गये तथा शेष 75 लाख नाम सही पाए गए। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रदेश में फोटोयुक्त मतदाता-सूची बनाने का कार्य भी बखूबी किया गया है। उन्होंने सभी कमिश्नर और जिला कलेक्टर से चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करने का अनुरोध किया है। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि सभी जिले ऐपिक गेप और जेण्डर अनुपात को समाप्त करने में रुचि ले रहे हैं। उन्होंने निर्वाचन ड्यूटी में लगाये गये ऐसे अधिकारियों के नाम शासन को देने को कहा है, जिनकी पद-स्थापना या तो गृह नगर में है अथवा उन्होंने अपनी पद-स्थापना के तीन साल पूरे कर लिये हैं।
संवेदनशील केंद्रों के लिए रणनीति अभी से
प्रदेश के मु य निर्वाचन पदाधिकारी जयदीप गोविंद ने संभागायुक्तों और कलेक्टरों को मतदाताओं के मोबाइल न बर एकत्रित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गंभीर समस्या एवं गड़बड़ी की आशंका वाले मतदान-केन्द्रों के संबंध में अभी से रणनीति तैयार करने को कहा। स्वीप प्लॉन की गतिविधियां चुनाव तक सतत चलती रहें, यह सुनिश्चित किया जाए। जिन जिलों में डुप्लीकेट ऐपिक कार्ड की सं या अधिक है, वे 15 मई तक स्क्रूटनी कर तत्काल उसे कम करें। आयोग की मंशा के अनुरूप ऐपिक गेप को शत-प्रतिशत समाप्त किया जाए। जिन जिलों ने निर्वाचन प्रबंधन कार्य-योजना अभी तक नहीं भेजी है, उसे वे शीघ्र भेजें। चुनाव अमले की कमी की ओर ध्यान आकर्षित करवाए जाने पर उन्होंने अधिकारियों को आश्वस्त किया कि उसकी पूर्ति मई माह तक कर दी जाएगी। श्री गोविंद ने शहरी क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत बढ़ाये जाने की आवश्यकता भी बताई। उन्होंने सभी जिलों को क युनिकेशन प्लॉन, परिवहन व्यवस्था, पुलिस बल, स्ट्रांग-रूम, ईवीएम की जांच आदि की ओर भी अधिकारियों को विशेष ध्यान देने को कहा। स्वीप प्लॉन में मीडिया, कॉलेज आदि को पार्टनर बनाने के निर्देश दिए। जिलों को डिजिटल सिग्नेचर के कार्य को भी यथा-समय पूर्ण करवाने के उन्होंने निर्देश दिए।
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मुख्य सचिव से मिले उप चुनाव आयुक्त
मु य सचिव आर. परशुराम से आज मंत्रालय में मध्यप्रदेश प्रवास पर आए भारत निर्वाचन आयोग के उप चुनाव आयुक्त सुधीर त्रिपाठी ने सौजन्य भेंट की । इस अवसर पर मु य निर्वाचन पदाधिकारी, मध्यप्रदेश जयदीप गोविन्द भी उपस्थित थे।
-ऐपिक गेप और डुप्लीकेट आई.डी के शीघ्र निराकरण के निर्देश
-उप चुनाव आयुक्त ने की पांच संभाग में चुनाव तैयारियों की समीक्षा
भोपाल।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने आये उप चुनाव आयुक्त सुधीर त्रिपाठी ने आज भोपाल, जबलपुर, सागर, उज्जैन और इंदौर संभाग के आयुक्तों और कलेक्टरों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सीधे चर्चा की। इस दौरान प्रदेश के मु य निर्वाचन पदाधिकारी जयदीप गोविंद और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सुधीर त्रिपाठी ने सभी संभागायुक्तों और कलेक्टरों से आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान का प्रतिशत बढ़ाने को कहा। ऐसे मतदान-केन्द्र, जहां पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान का प्रतिशत काफी कम था, वहां विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिये स्वीप प्लॉन के माध्यम से गतिविधियां संचालित करने और मतदाताओं को जागरूक बनाने को कहा गया। ऐसे मतदान-केन्द्र, जहां मतदान का प्रतिशत अधिक रहा, वहाँ उसे बरकरार रखने के निर्देश दिए गए। श्री त्रिपाठी ने कहा कि मतदाता-सूची का संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य अब नहीं होगा। मतदाता-सूची में जो त्रुटियां हैं, उसमें यथाशीघ्र सुधार कर लिया जाये। जिन जिलों ने ईवीएम का भौतिक सत्यापन एवं जांच नहीं की है, उसे यथाशीघ्र शत-प्रतिशत पूरा किया जाए। ईवीएम की सुरक्षा के साथ उसके रख-रखाव आदि की ओर भी ध्यान दिया जाए।
6 माह पहले पूरी हो चुनाव संबंधी तैयारियां
उप चुनाव आयुक्त ने बताया कि चुनाव आयोग की कोशिश है कि मध्यप्रदेश में 6 माह पूर्व ही निर्वाचन संबंधी सभी तैयारियां कर ली जाये। इसके लिये सभी क्षेत्रों की व्यापक समीक्षा शुरू की गई है। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि मध्यप्रदेश में मतदाता-सूची को शत-प्रतिशत ठीक करने की दिशा में काफी कार्य किया गया है। मतदाता-सूची में 85 लाख नये नाम जोड़े गये हैं, जिनमें से लगभग 10 लाख नाम विभिन्न कारण से हटाए गये तथा शेष 75 लाख नाम सही पाए गए। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रदेश में फोटोयुक्त मतदाता-सूची बनाने का कार्य भी बखूबी किया गया है। उन्होंने सभी कमिश्नर और जिला कलेक्टर से चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करने का अनुरोध किया है। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि सभी जिले ऐपिक गेप और जेण्डर अनुपात को समाप्त करने में रुचि ले रहे हैं। उन्होंने निर्वाचन ड्यूटी में लगाये गये ऐसे अधिकारियों के नाम शासन को देने को कहा है, जिनकी पद-स्थापना या तो गृह नगर में है अथवा उन्होंने अपनी पद-स्थापना के तीन साल पूरे कर लिये हैं।
संवेदनशील केंद्रों के लिए रणनीति अभी से
प्रदेश के मु य निर्वाचन पदाधिकारी जयदीप गोविंद ने संभागायुक्तों और कलेक्टरों को मतदाताओं के मोबाइल न बर एकत्रित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गंभीर समस्या एवं गड़बड़ी की आशंका वाले मतदान-केन्द्रों के संबंध में अभी से रणनीति तैयार करने को कहा। स्वीप प्लॉन की गतिविधियां चुनाव तक सतत चलती रहें, यह सुनिश्चित किया जाए। जिन जिलों में डुप्लीकेट ऐपिक कार्ड की सं या अधिक है, वे 15 मई तक स्क्रूटनी कर तत्काल उसे कम करें। आयोग की मंशा के अनुरूप ऐपिक गेप को शत-प्रतिशत समाप्त किया जाए। जिन जिलों ने निर्वाचन प्रबंधन कार्य-योजना अभी तक नहीं भेजी है, उसे वे शीघ्र भेजें। चुनाव अमले की कमी की ओर ध्यान आकर्षित करवाए जाने पर उन्होंने अधिकारियों को आश्वस्त किया कि उसकी पूर्ति मई माह तक कर दी जाएगी। श्री गोविंद ने शहरी क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत बढ़ाये जाने की आवश्यकता भी बताई। उन्होंने सभी जिलों को क युनिकेशन प्लॉन, परिवहन व्यवस्था, पुलिस बल, स्ट्रांग-रूम, ईवीएम की जांच आदि की ओर भी अधिकारियों को विशेष ध्यान देने को कहा। स्वीप प्लॉन में मीडिया, कॉलेज आदि को पार्टनर बनाने के निर्देश दिए। जिलों को डिजिटल सिग्नेचर के कार्य को भी यथा-समय पूर्ण करवाने के उन्होंने निर्देश दिए।
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मुख्य सचिव से मिले उप चुनाव आयुक्त
मु य सचिव आर. परशुराम से आज मंत्रालय में मध्यप्रदेश प्रवास पर आए भारत निर्वाचन आयोग के उप चुनाव आयुक्त सुधीर त्रिपाठी ने सौजन्य भेंट की । इस अवसर पर मु य निर्वाचन पदाधिकारी, मध्यप्रदेश जयदीप गोविन्द भी उपस्थित थे।
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