सोमवार, 29 अप्रैल 2013

गेहूं उपार्जन : संशोधित लक्ष्य भी पूरा होना मुश्किल

- 3.25 लाख से घटाकर किया 2.75 लाख मेट्रिक टन
- 1650 रुपए किलो तक मंडी में बिक रहा गेहूं
भोपाल। 
गेहूं की फसल बंपर आने के बाद गेहूं उपार्जन भी लक्ष्य से अधिक होता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। गेहूं उत्पादन अधिक होने के बाद भी उपार्जन केंद्रों पर कम ही किसान गेहूं बेचने पहुंच रहे हैं। इसके चलते मजबूरन शासन को भोपाल जिले का गेहूं उपार्जन लक्ष्य बढ़ाने की बजाए घटाकर कम करना पड़ा है। वर्तमान में गेहूं उपार्जन लक्ष्य 3.25 लाख मेट्रिक टन से घटाकर 2.75 मेट्रिक टन कर दिया गया है। अब यह लक्ष्य भी पूरा होता नजर नहीं आ रहा है।
गौरतबल है कि पिछले दो वर्ष में जिस तरह गेहूं खरीदी हुई थी, उससे शासन ने अनुमान लगाया था कि इस बार भी लक्ष्य 3.25 लाख मेट्रिक टन से अधिक गेहूं का उपार्जन भोपाल जिले के 47 केंद्रों पर होगा। यह अनुमान गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराने वाले 26 हजार से अधिक किसानों को देखकर लगाया गया था। जैसे-जैसे गेहूं की खरीदी आगे बढ़ी लक्ष्य पूरा होने की संभावनाएं घटती चली गई। अंतत: 20 अप्रैल को शासन ने लक्ष्य में संशोधन करने फैसला लिया। लक्ष्य को बढ़ाने के बजाय 50 हजार मेट्रिक टन घटाकर 2.75 मेट्रिक टन किया गया। इसका मु य कारण मंडी में गेहूं की कीमतों का बढऩा है। मंडी वर्तमान में क्वालिटी वाले गेहूं को 1650 रुपए तक में खरीद रही है, जबकि केंद्रों पर गेहूं केवल 1500 रुपए ही बिक रहा है। इस हालात के तहत संशोधित किए गए लक्ष्य को भी कम करने की तैयारी चल रही है। 27 अप्रैल तक की स्थिति में सभी 47 उपार्जन केंद्रों पर कुल 1.50 लाख मेट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है। यह गेहूं करीब 16 हजार किसानों द्वारा बेचा गया है। इसमें से करीब 1.25 लाख मेट्रिक टन गेहूं का परिवहन भी हो चुका है।

-किसान पहले मंडी फिर आते हैं केंद्र 
बीते 15 दिनों में गेहूं की कीमतों में उछाल आया है। मंडी में गेहूं 1450 से 1650 रुपए में खरीदा जाने लगा है। इसको देखते हुए पहले किसान मंडी में अपनी ट्राली लगाते हैं। यदि गेहूं की बोली 1550 रुपए में भी लगती है तो किसान मंडी में खाली कर देता है।यदि गेहूं की कीमत 1500 से कम लगती है तो किसान सीधा गेहूं को खरीदी केंद्र पर ले जाता है और 1500 रुपए प्रति क्विंटल में तुलवा देता है। इन हालातों के चलते ऐसे खरीदी केंद्रों पर गेहूं खरीदी घट गई हैं। जहां मंडी पास में ही है। यही नहीं जिन 500 किसानों ने अपने केंद्र परिवर्तन कराए हैं, उनमें से अधिकतर ने यही प्रक्रिया अपनाई है।

-20 हजार मेट्रिक टन से भी अधिक खरीदा गेहूं 
मंडी व्यापारियों को गेहूं यदि अच्छा मिल रहा है तो वह उसके 1650 रुपए प्रति क्विंटल तक के दाम दे रहे हैं। सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो अब तक मंडी व्यापारियों ने करीब 20 हजार मेट्रिक टन गेहूं की खरीद कर डाली है, जो एक रिकार्ड हे। भोपाल की मंडी में जहां 13 हजार तथा बैरसिया में 8 हजार मेट्रिक टन से अधिक गेहूं खरीदा जा चुका है। हालांकि यह आंकड़े 18 से 22 अप्रैल तक है। अब तक यह खरीदी कितनी बढ़ गई होगी इसका अनुमान लगाया जा सकता है।

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