सोमवार, 29 अप्रैल 2013

बीएमएचआरसी से आधा दर्जन कंसल्टेंट छोड़ेंगे नौकरी,भोपाल

भोपाल मेमोरियल अस्पताल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आईसीएमआर द्वारा संचालित की गई चयन प्रक्रिया में जैसे-तैसे 12 नए कंसल्टेंट आने को तैयार हुए है, वहीं अस्पताल के पुराने करीब आधा दर्जन कंसल्टेंट ने नौकरी छोडऩे का मन बना लिया है।
कंसल्टेंट कम वेतनमान से असंतुष्ट हैं। भोपाल मेमोरियल अस्पताल के कंसल्टेंट को पहले प्राईवेट पैशेंट के इलाज से होने वाली आय का एक निश्चित भाग मिलता था,लेकिन आईसीएमआर ने प्राईवेट शेयर देना बंद कर दिया। इसके बाद कसंल्टेंट नाराज हैं। आईसीएमआर ने छटवां वेतनमान लागू भी किया तो कंसल्टेंट को ऊंचा स्केल नहीं दिया। यह भी उनकी नाराजगी की वजह है। इसके चलते कंसल्टेंट नौकरी छोड़कर जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक करीब आधा दर्जन कंसल्टेंट ने अस्पताल के डायरेक्टर को मौखिक रूप से इस बारे में अवगत भी करा दिया है। अस्पताल के नेफ्रोलॉजी विभाग के एक मात्र कंसल्टेंट डॉ.महेन्द्र कुमार अठलानी अपना इस्तीफा प्रबंधन को सौंप चुके हैं। पहले से ही कंसल्टेंट की कमी से जूझ रहे बीएमएचआरसी में अगर और कंसल्टेंट नौकरी छोड़कर जाते हैं,तो समस्या विकराल हो जाएगी। 
भोपाल मेमोरियल अस्पताल में कंसल्टेंट के करीब 68 पद हैं,जिसके विरूद्ध वर्तमान में केवल 28 कंसल्टेंट ही कार्य कर रहे हैं। आईसीएमआर ने नए कंसल्टेंट की नियुक्ति के लिए लगभग पांच महीने पहले प्रक्रिया शुरू की थी। चार महीने पहले 12 कंसल्टेंट का चयन भी कर लिया गया,लेकिन पुलिस वेरीफिकेशन में हो रही देरी के कारण यह 12 डॉक्टर अभी तक ज्वाइन नहीं कर पाए हैं। इस मामले में गैस संगठनों ने आईसीएमआर के सीनियर डिप्टी डायरेक्टर टीएस जवाहर से भी की है। उन्होंने खुद ध्यान देकर पुलिस वेरीफिकेशन करवाने का आश्वासन दिया है। 
वर्जन 
भोपाल मेमोरियल अस्पताल में 12 नए कंसल्टेंट आने वाले हैं। पुराने कंसल्टेंट ने नौकरी छोडऩे के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है।
डॉ.केके मोद्दार, संचालक भोपाल मेमोरियल अस्पताल

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