-आप के प्रदेश संयोजक अभय वर्मा का अनिश्चित कालीन अनशन जारी
भोपाल।
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश संयोजक अभय वर्मा शाहजहांनी पार्क में व्यापमं के भ्रष्टाचार की सीबीआई से जांच कराने को को लेकर अनिश्चित कालीन अनशन पर बैठे हैं। अनशन के दूसरे दिन करीब 500 से अधिक ‘आप’ के कार्यकर्ता शामिल हुए।
अनशन में प्रदेश ही नहीं दिल्ली से भी कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं। ‘आप’ के प्रदेश प्रवक्ता प्रहलाद पांडेय ने बताया, जब तक सरकार यह निश्चित नहीं कर देती कि सरकार सीबीआई से व्यापमं घोटले-भ्रष्टाचार की जांच करा रही है। तब तक श्री वर्मा का अनशन जारी रहेगा। अभय ने व्यापमं सहित चार मुद्दों पर अनशन शुरू किया है। अभय ने बताया, अब तक सरकार या प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा यहां नहीं आया। वे कहते हैं, व्यापमं की जांच सीबीआई से कराई जाती है तो कई बातें सामने आएंगी। इसमें कई बड़े नेता-मंत्री शामिल हैं। इसमें से 80 लाख छात्रों का भविष्य सवालिया घेरे में है। 2013 में उजागर हुए शिक्षा के इस महा भ्रष्टाचार से मप्र की जनता का भरोसा सरकार से उठ गया है।
ये हैं चार मुद्दे
1. 66 वर्ष बाद भी धरातल पर शिक्षा का अधिकार नहीं मिल पाया है। यह सरकार की जिम्मेदार थी। हम चाहते हैं सभी सरकारी स्कूल ऐसे हो जैसे नेता, मंत्री, अफसर अपने बच्चों को जिन स्कूलों में पढ़ने भेजते हैं। जब तक शासकीय स्कूल इन स्कूलों जैसे नहीं हो जाते तब तक वे अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में ही पढ़ाएं। इसे राइट-टू-एज्युकेशन नहीं राइट-टू-वर्ल्डक्लास एज्युकेशन बनाया जाए।
2. व्यापमं की सीबीआई से जांच कराएं। अब तक जितने भी दोषी सामने आए उन्हें तत्काल प्रभाव से सजा दी जाएं।
3. व्यापमं द्वारा जो भी परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं उन सभी की परीक्षा फीस नि:शुल्क की जाए।
4. जब तक सरकारी अस्पताल वर्ल्डक्लास के नहीं हो जाते जहां नेता, मंत्री, अफसर, संत्री अपना इलाज करवाते हैं तब तक वह भी शासकीय अस्पतालों में ही इलाज कराएं।
भोपाल।
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश संयोजक अभय वर्मा शाहजहांनी पार्क में व्यापमं के भ्रष्टाचार की सीबीआई से जांच कराने को को लेकर अनिश्चित कालीन अनशन पर बैठे हैं। अनशन के दूसरे दिन करीब 500 से अधिक ‘आप’ के कार्यकर्ता शामिल हुए।
अनशन में प्रदेश ही नहीं दिल्ली से भी कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं। ‘आप’ के प्रदेश प्रवक्ता प्रहलाद पांडेय ने बताया, जब तक सरकार यह निश्चित नहीं कर देती कि सरकार सीबीआई से व्यापमं घोटले-भ्रष्टाचार की जांच करा रही है। तब तक श्री वर्मा का अनशन जारी रहेगा। अभय ने व्यापमं सहित चार मुद्दों पर अनशन शुरू किया है। अभय ने बताया, अब तक सरकार या प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा यहां नहीं आया। वे कहते हैं, व्यापमं की जांच सीबीआई से कराई जाती है तो कई बातें सामने आएंगी। इसमें कई बड़े नेता-मंत्री शामिल हैं। इसमें से 80 लाख छात्रों का भविष्य सवालिया घेरे में है। 2013 में उजागर हुए शिक्षा के इस महा भ्रष्टाचार से मप्र की जनता का भरोसा सरकार से उठ गया है।
ये हैं चार मुद्दे
1. 66 वर्ष बाद भी धरातल पर शिक्षा का अधिकार नहीं मिल पाया है। यह सरकार की जिम्मेदार थी। हम चाहते हैं सभी सरकारी स्कूल ऐसे हो जैसे नेता, मंत्री, अफसर अपने बच्चों को जिन स्कूलों में पढ़ने भेजते हैं। जब तक शासकीय स्कूल इन स्कूलों जैसे नहीं हो जाते तब तक वे अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में ही पढ़ाएं। इसे राइट-टू-एज्युकेशन नहीं राइट-टू-वर्ल्डक्लास एज्युकेशन बनाया जाए।
2. व्यापमं की सीबीआई से जांच कराएं। अब तक जितने भी दोषी सामने आए उन्हें तत्काल प्रभाव से सजा दी जाएं।
3. व्यापमं द्वारा जो भी परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं उन सभी की परीक्षा फीस नि:शुल्क की जाए।
4. जब तक सरकारी अस्पताल वर्ल्डक्लास के नहीं हो जाते जहां नेता, मंत्री, अफसर, संत्री अपना इलाज करवाते हैं तब तक वह भी शासकीय अस्पतालों में ही इलाज कराएं।