गृह निर्माण समितियों में गड़बड़ियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसी ही दो समितियों की शिकायत कलेक्टर के पास पहुंची हैं। ऐसा तब हो रहा है, जब सहकारिता के कई नियमों में खासे बदलाव हो चुके हैं। शिकायत कान्हाकुंज विकास एवं कल्याण समिति तथा महाराजा अग्रसेन गृह निर्माण समिति की है।
कलेक्टर को इन समितियों के सदस्यों ने शिकायत की है कि अध्यक्ष व अन्य मेंटनेंस व विकास के नाम पर उनसे राशि वसूल रहे हैं। बावजूद इसके विकास कार्य किसी भी स्तर पर नहीं किया जा रहा है। शिकायतकर्ताओं ने दोनों समितियों के रिकार्र्ड की जांच की मांग की है।
-जांच कराएं कहां हुई गड़बड़ी
कान्हाकुंज विकास एवं कल्याण समिति ग्राम अकबरपुर की अध्यक्ष सुधा अवस्थी ने शिकायत में कहा, आरपी पांडेय सहित अन्य लोग कालोनाइजर की सहमति से कालोनीवासियों से पैसा वसूला। और मार्च 2012 से 31 अगस्त 2013 तक जलप्रदाय किया, जबकि राशि की वसूली कार्यकारिणी के सदस्य करते हैं। श्री पांडेय समिति की कार्यकारिणी में नहीं हैं, लेकिन वे वसूली कर रहे हैं। यह राशि समिति के बैंक खातों में भी नहीं डाल रहे हैं, जबकि कई गुना व्यय होना मौखिक तौर पर बता रहे हैं।
श्री पाण्डेय ने समिति के नाम पर नगर पालिका कोलार के टैकरों से पानी लिया लेकिन पूरी राशि का भुगतान नहीं किया, लगभग 50 हजार रुपए अभी भी बाकी है। संपवैल का कनेक्शन लिया, इसके 12 हजार रुपए भी समिति पर बकाया हैं। श्री पाण्डेय ने कान्हाकुंज रहवासी कल्याण समिति नाम से एक अन्य समिति का पंजीयन भी करा लिया है। श्रीमती अवस्थी ने कहा, मार्च 2012 से 31 अगस्त 2013 तक वसूली गई राशि का हिसाब श्री पांडेय से लिया जाए, जिससे समिति सदस्यों को पता चल सके कि कितनी राशि की गड़बड़ियां हुई हैं।
-गलते उपयोग किया संचालक मंडल ने
कलेक्टर को मिली शिकायत में बताया गया कि 1984 में बनी महाराजा अग्रसेन गृह निर्माण सहकारी समिति में लगभग 396 सदस्य हैं। संस्था की ग्राम सिंगारचोली व समरधा में भूमि है। इस भूमि पर प्लाट देने के लिए सभी सदस्यों से अग्रिम राशि ली गई। विकास के नाम पर लाखों रुपए लिए गए, लेकिन न भूखंड मिले न रजिस्ट्री हुई। दूसरी ओर टीएंडसीपी से सिंगारचोली की जमीन का ले-आउट भी पास होने के साथ साथ विकास अनुमति भी मिल चुकी है। इधर विकास कार्य के लिए बैंक में जमा राशि समिति के संचालक मंडल ने निकालकर उसका दुरुपयोग शुरू कर दिया।
सदस्यों ने शिकायत में मांग की है कि इस मामले की जांच गंभीरता से कराई जाए और दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर को इन समितियों के सदस्यों ने शिकायत की है कि अध्यक्ष व अन्य मेंटनेंस व विकास के नाम पर उनसे राशि वसूल रहे हैं। बावजूद इसके विकास कार्य किसी भी स्तर पर नहीं किया जा रहा है। शिकायतकर्ताओं ने दोनों समितियों के रिकार्र्ड की जांच की मांग की है।
-जांच कराएं कहां हुई गड़बड़ी
कान्हाकुंज विकास एवं कल्याण समिति ग्राम अकबरपुर की अध्यक्ष सुधा अवस्थी ने शिकायत में कहा, आरपी पांडेय सहित अन्य लोग कालोनाइजर की सहमति से कालोनीवासियों से पैसा वसूला। और मार्च 2012 से 31 अगस्त 2013 तक जलप्रदाय किया, जबकि राशि की वसूली कार्यकारिणी के सदस्य करते हैं। श्री पांडेय समिति की कार्यकारिणी में नहीं हैं, लेकिन वे वसूली कर रहे हैं। यह राशि समिति के बैंक खातों में भी नहीं डाल रहे हैं, जबकि कई गुना व्यय होना मौखिक तौर पर बता रहे हैं।
श्री पाण्डेय ने समिति के नाम पर नगर पालिका कोलार के टैकरों से पानी लिया लेकिन पूरी राशि का भुगतान नहीं किया, लगभग 50 हजार रुपए अभी भी बाकी है। संपवैल का कनेक्शन लिया, इसके 12 हजार रुपए भी समिति पर बकाया हैं। श्री पाण्डेय ने कान्हाकुंज रहवासी कल्याण समिति नाम से एक अन्य समिति का पंजीयन भी करा लिया है। श्रीमती अवस्थी ने कहा, मार्च 2012 से 31 अगस्त 2013 तक वसूली गई राशि का हिसाब श्री पांडेय से लिया जाए, जिससे समिति सदस्यों को पता चल सके कि कितनी राशि की गड़बड़ियां हुई हैं।
-गलते उपयोग किया संचालक मंडल ने
कलेक्टर को मिली शिकायत में बताया गया कि 1984 में बनी महाराजा अग्रसेन गृह निर्माण सहकारी समिति में लगभग 396 सदस्य हैं। संस्था की ग्राम सिंगारचोली व समरधा में भूमि है। इस भूमि पर प्लाट देने के लिए सभी सदस्यों से अग्रिम राशि ली गई। विकास के नाम पर लाखों रुपए लिए गए, लेकिन न भूखंड मिले न रजिस्ट्री हुई। दूसरी ओर टीएंडसीपी से सिंगारचोली की जमीन का ले-आउट भी पास होने के साथ साथ विकास अनुमति भी मिल चुकी है। इधर विकास कार्य के लिए बैंक में जमा राशि समिति के संचालक मंडल ने निकालकर उसका दुरुपयोग शुरू कर दिया।
सदस्यों ने शिकायत में मांग की है कि इस मामले की जांच गंभीरता से कराई जाए और दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।
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