-कलेक्टोरेट में आरओ की बैठक आज
भोपाल।
जिले में बतौर कलेक्टर नियुक्त हुए निशांत वरवड़े को छह माह हो चुके हैं। इन छह माह में जिले में अतिक्रमण और विभागीय अधिकारियों के लापरवाही की शिकायतें ही अधिक आर्इं, लेकिन कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि छह में से दो माह तो सीधे तौर पर विधानसभा निवार्चन में चले गए, जिन्हें छोड़ दिया जाए। बावजूद इसके आरओ (राजस्व अधिकारियों) को लेकर केवल एक ही बैठक हुई, जिसे आरओ ने ही औपारिकता भर करार दिया है।
मंगलवार को इस संबंध में दूसरी बैठक होने जा रही है। दोपहर 3 बजे कलेक्टर कार्यालय में होने वाली इस बैठक में क्या अतिक्रमण, भू-माफियाओं और लापरवाही को लेकर कोई चर्चा अथवा गंभीरता से विचार मंथन होगा या नहीं इस पर संशय बरकरार है। दूसरी ओर ये बात भी कही जा रही है कि कलेक्टर कई विभाग प्रमुखों की क्लास भी ले सकते हैं। इसमें सातों वृत्तों के एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, एसएलआर सहित राजस्व का अमला शामिल होगा।
-इस पर रहेगा फोकस
सूत्रों की मानें तो बैठक में खसरों के आधार पर नक्शों में बंटाने डालने, अविवादित और विवादित नामांतरण का निराकरण करने आदि पर फोकस किया जाएगा। राजस्व सूत्रों की मानें तो करीब 1 लाख बंटाने ऐसी हैं, जो नक्शों में उठी हैं। इसके लिए कलेक्टर श्री वरवड़े अभियान चलाने के लिए निर्देश भी दे सकते हैं। सीमांकन, बंटवारा व नामांतरण जैसे प्रकरणों, जाति प्रमाण पत्रों को बनाने आदि में बरती जा रही लापरवाही पर भी संबंधित वृत्तों के अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे। वहीं एसडीएम से कहा जाएगा कि वे अपने क्षेत्र में अतिक्रमण को रोके इसके लिए प्रभावि कदम उठाएं। साथ एसडीएम की राय भी जानेंगे।
भोपाल।
जिले में बतौर कलेक्टर नियुक्त हुए निशांत वरवड़े को छह माह हो चुके हैं। इन छह माह में जिले में अतिक्रमण और विभागीय अधिकारियों के लापरवाही की शिकायतें ही अधिक आर्इं, लेकिन कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि छह में से दो माह तो सीधे तौर पर विधानसभा निवार्चन में चले गए, जिन्हें छोड़ दिया जाए। बावजूद इसके आरओ (राजस्व अधिकारियों) को लेकर केवल एक ही बैठक हुई, जिसे आरओ ने ही औपारिकता भर करार दिया है।
मंगलवार को इस संबंध में दूसरी बैठक होने जा रही है। दोपहर 3 बजे कलेक्टर कार्यालय में होने वाली इस बैठक में क्या अतिक्रमण, भू-माफियाओं और लापरवाही को लेकर कोई चर्चा अथवा गंभीरता से विचार मंथन होगा या नहीं इस पर संशय बरकरार है। दूसरी ओर ये बात भी कही जा रही है कि कलेक्टर कई विभाग प्रमुखों की क्लास भी ले सकते हैं। इसमें सातों वृत्तों के एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, एसएलआर सहित राजस्व का अमला शामिल होगा।
-इस पर रहेगा फोकस
सूत्रों की मानें तो बैठक में खसरों के आधार पर नक्शों में बंटाने डालने, अविवादित और विवादित नामांतरण का निराकरण करने आदि पर फोकस किया जाएगा। राजस्व सूत्रों की मानें तो करीब 1 लाख बंटाने ऐसी हैं, जो नक्शों में उठी हैं। इसके लिए कलेक्टर श्री वरवड़े अभियान चलाने के लिए निर्देश भी दे सकते हैं। सीमांकन, बंटवारा व नामांतरण जैसे प्रकरणों, जाति प्रमाण पत्रों को बनाने आदि में बरती जा रही लापरवाही पर भी संबंधित वृत्तों के अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे। वहीं एसडीएम से कहा जाएगा कि वे अपने क्षेत्र में अतिक्रमण को रोके इसके लिए प्रभावि कदम उठाएं। साथ एसडीएम की राय भी जानेंगे।
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