मंगलवार, 17 दिसंबर 2013

तम्बाकू नियंत्रण: 18 कलेक्टोरेट में बैठक , भोपाल

तम्बाकू नियंत्रण के लिए प्रभावी पहल हो इसको लेकर बुधवार 18 दिसम्बर को दोहपर तीन बजे कलेक्टर कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गई है। इसमें तम्बाकू नियंत्रण को लेकर अपनाये जाने वाले तरीकों पर विचार किया जाएगा। तंबाकू नियंत्रण को लेकर कारगर रणनीति कैसे बनाई जाए। इस पर मुख्य चिकितसा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पंकज शुक्ला अन्य अधिकारियों से चर्चा करेंगे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन, नगर निगम, शैक्षणिक संस्थाएं और स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। 

संध्या ने मांगा 15 दिन का मांगा समय 
-छह जनवरी को होगी पेशी, कमिश्नर कोर्ट में धारा-19 के तहत चल रहा है मामला भोपाल। 
वार्ड-29 की भाजपा पार्षद संध्या जाट के जाति प्रमाण-पत्र का प्रकरण संभागायुक्त कोर्ट पहुंच गया है। यहां उन्होंने न्यायालय से 15 दिन का समय मांगा है, जिस पर कोर्ट ने 6 जनवरी अगली तारीख नियत की है। 
पिछड़ा वर्ग उच्च स्तरीय छानबीन समिति की रिपोर्ट आने के बाद फर्जी जाति प्रमाण-पत्र का यह प्रकरण संभागायुक्त में कोर्ट में पहुंचा है। इसी के साथ एक बार फिर संध्या के इस फर्जी जाति प्रमाण-पत्र का मामला फिर से शुरू हो गया है। मंगलवार को इस मामले में पेशी हुई। पार्षद संध्या जाट की ओर से उनके वकील बीएन मिश्रा ने अपनी बात कहने के लिए 15 दिन का समय मांगा। संभागायुक्त निवेदन किए जाने पर 6 जनवरी, 2014 अगली तारीख दी। दूसरी ओर शिकायतकर्ता गीता राठौर के वकील लोकेश भास्कर ने कहा, संध्या जाट के वकील ने अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए 15 दिन का समय मांगा था, जो उन्हें मिला। हम भी अपनी बात पूरी तैयारी के साथ न्यायालय में रखेंगे। 

-मामले पर एक नजर 
नगर निगम के वार्ड -29 की भाजपा पार्षद संध्या जाट के जाति प्रमाण-पत्र को लेकर आज से डेढ़ साल पहले धारा-19 के तहत कांग्रेस की हारी प्रत्याशी गीता राठौर ने एक याचिका संभागायुक्त कोर्ट में लगाई थी। कोई ने इसकी तीन सुनवाई की। इसके बाद यह मामला जांच के लिए पिछड़ा वर्ग उच्च स्तरीय छानबीन समिति की जांच के लिए अटक गया था। 6 दिसंबर को जब छानबीन समिति ने जब संध्या जाट का जाति प्रमाण-पत्र फर्जी मानते हुए उसे निरस्त कर दिया। साथ ही सभी सुविधाएं छीनने के निर्देश दिए। छानबीन समिति का यह निर्णय जैसे ही संभागायुक्त कोर्ट पहुंचा। मामला दोबारा शुरू हो गया। 

-छीनी नहीं सुविधाएं 
पिछड़ा वर्ग उच्च स्तरीय छानबीन समिति के निर्णय व निर्देश का पालन अभी तक नहीं हुआ है। इसको लेकर मंगलवार को गीता राठौर व उनके पति श्यामलाल राठौर ने कलेक्टर निशांत वरवड़े से मुलाकात की। श्रीमती राठौर ने यह बात कलेक्टर श्री वरवड़े को बताई

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