गुरुवार, 26 दिसंबर 2013

बच्चों को दी जाएगी नि:शुल्क फिजियोथैरेपी , भोपाल

जेपी अस्पताल में बनाए गए डिस्ट्रिक्ट डिसेबिल रिहेबिलेशन सेंटर (डीडीआरसी) में बच्चों को फिजियोथैरेपी सहित अन्य थैरेपियां दी जाएंगी। यह थैरेपी 863 बच्चों को नि:शुल्क मुहैया कराई जाएगी। बच्चों को शासकीय या निजी वाहनों के जरिए सेंटर तक लाया और लेजाया जाएगा। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यह बात वात्सल्य व समर्पण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में कही। 
उन्होंने कहा, यदि बच्चे थैरेपी लेने रोज नहीं आ पाएंगे तो उन्हें घर पर जाकर यह सेवा दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को सेंटर में दी जाने तामाम सुविधाओं को जल्द पूरा करने को कहा। बैठक में उन्होंने डीडीआरसी में लग रही मशीनों की प्रगति की भी जानकारी ली। अधिकारियों ने श्री वरवड़े को बताया, एक से डेढ़ हफ्ते में यह सेंटर तैयार हो जाएगा और अपनी सेवाएं देना शुरू कर देगा। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी नकीं जहां कुरैशी, स्वास्थ्य विभाग, पंचायत एवं सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

-सभी सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं? -
 बैठक के दौरान श्री वरवड़े ने वात्सल्य व समर्पण कार्यक्रम के तहत छह वर्ष तक के बच्चों को मिल रहे लाभों की जानकारी लेने के लिए उनके परिजनों से टेलीफोन पर बातचीत की। उन्होंने बैठक में बैठे-बैठे करीब 10 बच्चों के परिजनों से बातचीत कर उनके बच्चे के हाल जाने तथा उनको सभी योजनाओं के मिल रहे लाभ के संबंध में सवाल पूछे। जेपी नगर परियोजना की एक लड़की के पिता आसिफ से उन्होंने ढेर सारे सवाल किए। आसिफ ने ाी खुशी खुशी उनके जवाब दिए। कार्यक्रम की प्रगति से संतुष्ट दिखे कलेक्टर श्री वरवड़े ने सभी अधिकारियों के काम की सराहना भी बैठक में की। इधर महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी ने वात्सल्य एवं समर्पण कार्यक्रम के तहत किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए श्री वरवड़े को बताया कि अब तक जिले में 1 लाख 45 हजार बच्चों की कार्यक्रम के लिए बनाए गए सा टवेयर में फीडिंग की जा चुकी है। यह सभी बच्चे पहचान सर्वे के तहत चिन्हित किए गए हैं। इनमें से 863 डिसेबिल बच्चों को चिन्हित किया गया है।

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