राजधानी के खाद्य पदार्थ विक्रेता मैदे की मिठाई और रंग चढ़ी सौंफ खिला रहे हैं। सोमवार को खाद्य एवं औषधि प्रशासन की चलित प्रयोगशाला ने यह सैंपल जांच के बाद यह मिलावट पाई। टीम ने आधा दर्जन स्थानों पर जांच की। इनमें से कुछ पर फाईन और कहीं साफ-साफाई की हिदायत दी।
टीम गोपालदास किराना स्टोर पहुंची। यहां सौंफ का सेंपल लिया, जिसमें हरा रंग चढ़ा हुआ था। इसी प्रकार वर्षा मिष्ठान भंडार से मावे का सैंपल लिया, यह मैदे की बनी हुई थी। मिठाई पर जैसे ही केमिकल डाला उसमें स्टार्च की मात्रा की कमी सामने आ गई। इसके अलावा अन्य तत्व मिलाया गया था। टीम ने बैरागढ़, गांधीनगर व लालघाटी क्षेत्र में सेंपलिंग करते हुए उनकी जांच कर व्यापारियों को खराब माल खरीदने व बेचने से बचने की जानकारी दी। प्रयोगशाला ने 15 किराना दुकानों, पांच मिष्ठान भंडारों व तीन नमकीन की दुकानों से सैंपल लिए। कुछ पैकेटों में मैन्यूफेक्चरिंग डेट नहीं थी तो कुछ में वेस्ट बिफोर की तारीख, कीमत, बैच नंबर आदि दर्ज नहीं था। इसके चलते दुकानदारों को ऐसी सामग्री खरीदने के साथ साथ बेचने तक के लिए मना किया गया। चलित प्रयोगशाला के साथ सहायक लोक विश्लेषक केके सिलावट, प्रयोगशाला सहायक फूलेंद्र सिंह, प्रयोगशाला परिचारक रामप्रसाद शर्मा तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारी अरूणेश पटेल थे, जिन्होंने सेंपलिंग करने के साथ साथ लोगों को समझाईश भी दी।
-नहीं मिली पैकिंग डेट
अमले ने सबसे पहले स्टेशन रोड स्थित वर्षा स्वीट हाऊस पहुंचकर मिठाई व नमकीन के नमूने लिए। नमकीन की थैली न पैकिंग डेट लिखी थी न न्यूट्रीशियन वैल्यू दर्ज थी। दुकान संचालक ने सफाई दी कि कि पन्नियां प्रिंट करवाने दी हैं। समीप में सुखसागर सुगंध भंडार की दुकान पर बेसन की थैली पर दूसरी वस्तु का नाम प्रिंट था। हीरानंद कोडूमल किराना स्टोर पर बादाम की थैली पर पैकिंग डेट नहीं लिखी थी।अधिकारियों ने दुकानदारों को बिना डिक्लेरेशन वाली वस्तुएं बेचने की चेतावनी दी।
-मिला रहे थे कलर
जांच के दौरान एक किराना दुकान से लाल मिर्च पाउडर का पैकेट लिया गया। इस पैकेट से निकला मिर्च पाउडर सुर्ख लाल दिख रहा था। देखते ही अधिकारियों ने कह दिया था कि इसमें लाल कलर मिला हुआ है। जांच के बाद भी उसमें लाल कलर निकला। मौके पर मौजूद सभी लोगों को और व्यापारियों को बताया गया कि यदि पिसी लाल मिर्च अधिक लाल नजर आए तो उसे न खरीदें। उसमें मिलावट होना तय है। यही बात उन्होंने सौंफ में निकले हरे कलर को लेकर कही।
-लायसेंस की दी हिदायत
चलित प्रयोगशाला के साथ चल रहे दल ने जांच करने के साथ साथ किराना दुकानों, होटलों, सहित अन्य खाद्य पदार्थ बेचने वाले व्यापारियों आदि को जानकारी दी कि वे अपनी दुकान का लायसेंस बनवाएं या रजिस्ट्रेशन कराए। वे 4 फरवरी से पहले यह कायर्वाही पूरी कर लें। इसके बाद यदि कोई व्यापारी बिना लायसेंस या रजिस्ट्रेशन के पकड़ा गया तो उस पर जुर्माना किया जाएगा।
टीम गोपालदास किराना स्टोर पहुंची। यहां सौंफ का सेंपल लिया, जिसमें हरा रंग चढ़ा हुआ था। इसी प्रकार वर्षा मिष्ठान भंडार से मावे का सैंपल लिया, यह मैदे की बनी हुई थी। मिठाई पर जैसे ही केमिकल डाला उसमें स्टार्च की मात्रा की कमी सामने आ गई। इसके अलावा अन्य तत्व मिलाया गया था। टीम ने बैरागढ़, गांधीनगर व लालघाटी क्षेत्र में सेंपलिंग करते हुए उनकी जांच कर व्यापारियों को खराब माल खरीदने व बेचने से बचने की जानकारी दी। प्रयोगशाला ने 15 किराना दुकानों, पांच मिष्ठान भंडारों व तीन नमकीन की दुकानों से सैंपल लिए। कुछ पैकेटों में मैन्यूफेक्चरिंग डेट नहीं थी तो कुछ में वेस्ट बिफोर की तारीख, कीमत, बैच नंबर आदि दर्ज नहीं था। इसके चलते दुकानदारों को ऐसी सामग्री खरीदने के साथ साथ बेचने तक के लिए मना किया गया। चलित प्रयोगशाला के साथ सहायक लोक विश्लेषक केके सिलावट, प्रयोगशाला सहायक फूलेंद्र सिंह, प्रयोगशाला परिचारक रामप्रसाद शर्मा तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारी अरूणेश पटेल थे, जिन्होंने सेंपलिंग करने के साथ साथ लोगों को समझाईश भी दी।
-नहीं मिली पैकिंग डेट
अमले ने सबसे पहले स्टेशन रोड स्थित वर्षा स्वीट हाऊस पहुंचकर मिठाई व नमकीन के नमूने लिए। नमकीन की थैली न पैकिंग डेट लिखी थी न न्यूट्रीशियन वैल्यू दर्ज थी। दुकान संचालक ने सफाई दी कि कि पन्नियां प्रिंट करवाने दी हैं। समीप में सुखसागर सुगंध भंडार की दुकान पर बेसन की थैली पर दूसरी वस्तु का नाम प्रिंट था। हीरानंद कोडूमल किराना स्टोर पर बादाम की थैली पर पैकिंग डेट नहीं लिखी थी।अधिकारियों ने दुकानदारों को बिना डिक्लेरेशन वाली वस्तुएं बेचने की चेतावनी दी।
-मिला रहे थे कलर
जांच के दौरान एक किराना दुकान से लाल मिर्च पाउडर का पैकेट लिया गया। इस पैकेट से निकला मिर्च पाउडर सुर्ख लाल दिख रहा था। देखते ही अधिकारियों ने कह दिया था कि इसमें लाल कलर मिला हुआ है। जांच के बाद भी उसमें लाल कलर निकला। मौके पर मौजूद सभी लोगों को और व्यापारियों को बताया गया कि यदि पिसी लाल मिर्च अधिक लाल नजर आए तो उसे न खरीदें। उसमें मिलावट होना तय है। यही बात उन्होंने सौंफ में निकले हरे कलर को लेकर कही।
-लायसेंस की दी हिदायत
चलित प्रयोगशाला के साथ चल रहे दल ने जांच करने के साथ साथ किराना दुकानों, होटलों, सहित अन्य खाद्य पदार्थ बेचने वाले व्यापारियों आदि को जानकारी दी कि वे अपनी दुकान का लायसेंस बनवाएं या रजिस्ट्रेशन कराए। वे 4 फरवरी से पहले यह कायर्वाही पूरी कर लें। इसके बाद यदि कोई व्यापारी बिना लायसेंस या रजिस्ट्रेशन के पकड़ा गया तो उस पर जुर्माना किया जाएगा।
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