रविवार, 22 दिसंबर 2013

सीबीएसई छात्रों को कंपाटर्मेंट पास होने के लिए मिलेंगे कम मौके

12वीं में तीन तो 10 वीं के छात्रों को मिलेगा एक मौका
भोपाल। 
सेंट्रल बोर्ड आॅफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) की 12 वीं बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को अब कंपाटर्मेंट (सप्लीमेंटरी) पास होने के तीन मौके मिलेंगे। बोर्ड अभी तक कंपाटर्मेंट आने पर छात्र को पास होने के लिए पांच मौके देता था। मार्च 2014 में होने जा रही परीक्षा में यह व्यवस्था लागू होगी। इस तरह 10वीं का बोर्ड या स्कूल एक्जाम देने वाले छात्रों के पास भी इंप्रूव्मेंट इन परफार्मेस ( सप्लीमेंट) का एक ही मौका रह गया है। पहले 10वीं के छात्रों को भी कंपाटर्मेंट आने पर छात्र को पास होने लिए पांच मौके मिलते थे। विगत दिनों दिल्ली में हुई सीबीएसई काउंसलर्स की मीटिंग में यह निर्णय लिया गया है। केन्द्रीय विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती सक्सेना ने बताया कि 10 वीं में इंप्रूवमेंट इन परफॉर्मेस को सतत समग्र मूल्यांकन में शामिल किया गया था। इसके तरह ई-1(21-32 अंक) या ई-2(0-से 20 अंक ) ग्रेड आने पर छात्रों को पास होने के लिए पांच मौके दिए जा रहे थे। लेकिन अब इस साल से यह मौके घटाकर मात्र एक कर दिया गया है। छात्र यदि इसमें पास   नहीं हो पाए तो उन्हें फिर से 10 वीं की पढ़ाई करनी होगी।
पेपर पढ?े के लिए मिलेंगे 15 मिनट
12वीं बोर्ड देने जा रहे छात्रों को परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले परीक्षा केंद्र पहुंचना होगा। यहां उन्हें कॉपी फिलअप करने के लिए 15 मिनट का समय दिया जाएगा। इस समय में वे कॉपी में कुछ नहीं लिख सकते है।
अभी यह था नियम
अभी तक पहले 10वीं कक्षा में सतत व्यापक मूल्यांकन के तरह ई-1(21-32 अंक) और ई-2(0-से 20 अंक ) ग्रेड आने पर विद्याथिर्यों को पास होने के लिए पांच अवसर दिए जाते थे। लेकिन साल 2014 में होने जा रही बोर्ड परीक्षा में इनकी सं या घटाकर एक कर दी गई है।
छात्रों को होगा लाभ
श्रीमती सक्सेना के मुताबिक पास होने के लिए प्रयासों की सं या घटाने के पीछे सीबीएसई का मकसद विद्याथिर्यों को परेशान करना नहीं, बल्कि उनके दिलों दिमाग में यह बात बैठानी थी कि वे परीक्षा को गंभीरता से लें। सीबीएसई का काफी समय री अपीयर की परीक्षा में लगता था। अब इस समय को अन्य योजनाओं में लगाया जाएगा।

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