मंगलवार, 3 दिसंबर 2013

भोपाल दक्षिण-पश्चिम विस में हुआ सर्वाधिक आचार संहिता उल्लंघन

- सातों विधानस ाा में दर्ज हुए कुल 281 शिकायतें, 82 के  िालाफ दर्ज हुई एफआईआर
 - 50 से अधिक एफआईआर मकान मालिकों के खिलाफ
भोपाल। 
विधानस ाा चुनाव में भारत निर्वाचन आयोग की स ती का खासा असर देखने को मिला। जिले की सातों विधानसभा सीटों में जहां मतदान सुगमता से हुआ, वहीं आचार संहिता उल्लंघन का कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया। जिसके चलते कोई बड़ी कायर्वाही हो सके। हालांकि जिले में आचार संहिता उल्लंघन की 281 शिकायतों में से 82 एफआईआर दर्ज कराई गई है, लेकिन इनमें से कुछ मामले ही बड़े हैं, जबकि अन्य सभी छोटे हैं। सर्वाधिक 49 शिकायत भोपाल दक्षिण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में आई है। इनमें से आठ मामलों में एफआईआर दर्ज कराई गई है। 
 चर्चा में तीन विधानसभा क्षेत्र - आदर्श आचार संहिता के दौरान ोपाल जिले की सात विधानस ाा सीटों में सबसे ज्यादा चर्चा में दक्षिण-पश्चिम, नरेला व गोविंदपुरा विधानस ाा सीट रही। भोपाल दक्षिण पश्चिम सीट से प्रदेश के गृहमंत्री व ााजपा प्रत्याशी उमाशंकर गुप्ता मैदान में थे, वहीं इनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी संजीव सक्सेना थे, जो पिछला चुनाव बीएसपी से लड़ चुके थे। इसके अलावा इस विधानस ाा की हद में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ ही टीटी नगर मैदान ाी था। यही कारण था कि यहां पर केन्द्रीय नेताओं से लेकर राज्य के घुरंधरों का जमावड़ा रहता था। जिसके चलते यहां सबसे अधिक 49 प्रकरण दर्ज किए गए। इसमें हेल्पेज इंडिया, ााजपा नेता रामेश्वर शर्मा, हरिशंकर ाटिक सहित अन्य के  िालाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। इसके अलावा गोविंदपुरा में 17 शिकायतें प्राप्त हुई। इनमें से दो एफआईआर हुई, जो कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद गोयल के उपर हुई है। नरेला के भी यही हालात हैं। यहां पर सबसे बड़ा मामला भाजपा प्रत्याशी विश्वास सारंग के खिलाफ सामने आया था। उन्होंने जैन मंदिर में एक लाख रुपए दान किए थे। यह मामला भारत निर्वाचन आयोग तक गया था। इधर किराएदारों की लि िात सूचना थाने में देने के आयोग के निर्देश पर सबसे अधिक कारर्वाई की गई। बताया जा रहा है कि करीब 50 मकान मालिकों के  िालाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। हालांकि गत विस चुनावों की अपेक्षा नाम मात्र के ही प्रकरण दर्ज किए गए।

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