-राजनीतिक मतभेद को राजनीतिक दुश्मनी में बदलने का लगाया आरोप
भोपाल।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मुयंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक बार फिर पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से कहा है कि भाजपा सरकार ने प्रदेश की राजनीतिक मतभिन्नता और मतभेद को राजनीतिक दुशमनी में बदल दिया है। सरकार द्वारा प्रतिपक्ष के विधायकों का न केवल अपमान किया जा रहा, बल्कि पूरे तंत्र का भाजपाईकरण कर दिया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कुछ दिन पहले कांग्रेस विधायक भगवान सिंह राजपूत को विधानसभा क्षेत्र में आयोजित अंत्योदय मेले में प्रशासन द्वारा आमंत्रित नहीं किया। इसके बाद मुयमंत्री की उनके विधानसभा क्षेत्र में हुई यात्रा में भी नहीं बुलाया गया तो उन्होंने काले कपड़े पहनकर विरोध किया। श्री सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में इस तरह का भेदभाव प्रतिपक्ष के विधायकों के साथ किया जा रहा है। पत्र में कहा है कि 24 अप्रैल को सीधी जिले की बहरी तहसील का शुभारंभ कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में भाजपा विधायक एवं जिलाध्यक्ष का नाम था, लेकिन नेता प्रतिपक्ष को कोई स्थान नहीं दिया गया। उन्होंने शासकीय कार्यक्रमों का इस तरह राजनीतिकरण होने पर चिंता जताते हुए कहा कि यह प्रथा प्रदेश की गौरवशाली राजनीतिक पंरपरा के खिलाफ है। उन्होंने मुयमंत्री से प्रदेश की परंपरा को कायम रखने की मांग की है। ज्ञात हो कि इससे पहले भी नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह मुयमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख चुके हैं।
भोपाल।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मुयंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक बार फिर पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से कहा है कि भाजपा सरकार ने प्रदेश की राजनीतिक मतभिन्नता और मतभेद को राजनीतिक दुशमनी में बदल दिया है। सरकार द्वारा प्रतिपक्ष के विधायकों का न केवल अपमान किया जा रहा, बल्कि पूरे तंत्र का भाजपाईकरण कर दिया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कुछ दिन पहले कांग्रेस विधायक भगवान सिंह राजपूत को विधानसभा क्षेत्र में आयोजित अंत्योदय मेले में प्रशासन द्वारा आमंत्रित नहीं किया। इसके बाद मुयमंत्री की उनके विधानसभा क्षेत्र में हुई यात्रा में भी नहीं बुलाया गया तो उन्होंने काले कपड़े पहनकर विरोध किया। श्री सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में इस तरह का भेदभाव प्रतिपक्ष के विधायकों के साथ किया जा रहा है। पत्र में कहा है कि 24 अप्रैल को सीधी जिले की बहरी तहसील का शुभारंभ कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में भाजपा विधायक एवं जिलाध्यक्ष का नाम था, लेकिन नेता प्रतिपक्ष को कोई स्थान नहीं दिया गया। उन्होंने शासकीय कार्यक्रमों का इस तरह राजनीतिकरण होने पर चिंता जताते हुए कहा कि यह प्रथा प्रदेश की गौरवशाली राजनीतिक पंरपरा के खिलाफ है। उन्होंने मुयमंत्री से प्रदेश की परंपरा को कायम रखने की मांग की है। ज्ञात हो कि इससे पहले भी नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह मुयमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख चुके हैं।
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