राज्य सभा में बीजेपी सांसद तरुण विजय ने गृह सचिव और दिल्ली पुलिस कमिश्नर को अवगत कराया है कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी आंतकी संगठन कश्मीरी मुजाहिदीन ने दी है।
श्री विजय ने आरोप लगया है कि आतंकी संगठन ने एक धमकी भरा पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने आरएएस के मुख पत्र पंच्चजन्य में तीखी लेखनी का बंद करने को कहा है। उन्हें इस लेखनी के लिए आतंकी संगठन द्वारा जल्द ही सर कलम करने की बात कही है।
५२ वर्षीय श्री विजय एचआरडी पर संसद की स्थायी समिति के सदस्य भी हैं। उन्हें दिल्ली विस्फोटों के बाद इंडियन मुजाहिदीन से भी धमकियां मिली थीं। वहीं उन्होंने कहा, मैं ऐसी धमकियों से नहीं डरता और आरएसएस के एक स्वयंसेवक के तौर पर राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ लिखना व बोलना जारी रखूंगा। उल्लेखनीय है कि वह श्यामाप्रसाद मुखर्जी शोध संस्थान के अध्यक्ष भी है। १९८६ से २००८ तक वह पंच्चजन्य के संपादक रहे। वे अब भी पंच्चजन्य के लिए कॉलम लिखते हैं।
श्री विजय ने आरोप लगया है कि आतंकी संगठन ने एक धमकी भरा पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने आरएएस के मुख पत्र पंच्चजन्य में तीखी लेखनी का बंद करने को कहा है। उन्हें इस लेखनी के लिए आतंकी संगठन द्वारा जल्द ही सर कलम करने की बात कही है।
५२ वर्षीय श्री विजय एचआरडी पर संसद की स्थायी समिति के सदस्य भी हैं। उन्हें दिल्ली विस्फोटों के बाद इंडियन मुजाहिदीन से भी धमकियां मिली थीं। वहीं उन्होंने कहा, मैं ऐसी धमकियों से नहीं डरता और आरएसएस के एक स्वयंसेवक के तौर पर राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ लिखना व बोलना जारी रखूंगा। उल्लेखनीय है कि वह श्यामाप्रसाद मुखर्जी शोध संस्थान के अध्यक्ष भी है। १९८६ से २००८ तक वह पंच्चजन्य के संपादक रहे। वे अब भी पंच्चजन्य के लिए कॉलम लिखते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें