गुरुवार, 16 मई 2013

मप्र हो गया चंदन तस्करों का गढ़

-महाराष्ट्र प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने पत्र लिख कही ये बात 
भोपाल। 
मप्र चंदन तस्करों का गढ़ हो गया है। चंदन की लकडिय़ों को अंतरराज्यीय गिरोह प्रदेश के कई जिलों में किराए के गोदाम लेकर रख रहे हैं। चंदन चोरी का काम प्रदेश में बढ़ी तेजी से, लेकिन बढ़ी ही चतुराई से अंजाम दिया जा रहा है। यह खुलासा महाराष्ट के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एके जोशी ने मप्र को लिखे पत्र से हुआ। 
ेजोशी ने मप्र के वन महकमे के मुखिया आरएस नेगी को यह पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने चंदन तस्करों की मप्र में गहरी पेठ होने का जिक्र किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है यह लकडिय़ां अन्य लकडिय़ों के साथ लाई व लेजाई जा रहीं हैं। पत्र में कई अन्य चौकाने वाले तथ्यों को उजागर किया गया है। 

-ये लिखा पत्र में 
पत्र में श्री जोशी ने लिखा है, चंदन तस्कर अफ्रीकन चंदन लकड़ी के नाम से चंदन की लकड़ी मप्र में ला रहे हैं। 19 जनवरी, 13 को अंबोली वन चौकी पर जांच के दौरान एक ट्रक नंबर एमपी 09 जीएफ 7175 पकड़ में आया। जांच के दौरान पता चला, धुमाने ग्रामीण उद्योग गोआ से यह ट्रक अफ्रीकन चंदन लकड़ी को सावंतवाड़ी अंबोली होते हुए बुरहानपुर मप्र में ले जा रहा था। ट्रक ड्राइवर ने जो कागज दिखाए, उसके मुताबिक इस अफ्रीकन चंदन की लकड़ी को बुरहानपुर की एक फैक्ट्री में तेल निकालने ले जाना बताया गया। जोशी ने कहा है कि अफ्रीका की चंदन लकड़ी से केवल 0.5 से 1.05 प्रतिशत तक ही चंदन तेल निकाला जा सकता है। यह किसी भी कीमत पर किसी भी उद्योग के लिए फायदे का सौदा नहीं हो सकता। ऐसे में संभावना है कि अफ्रीका की चंदन लकड़ी की आड़ में मप्र में अन्य रास्ते से आंध्र प्रदेश से अवैध रूप से चंदन लाया जा रहा हो। आंध्र प्रदेश की चंदन की लकडिय़ों में 6 प्रतिशत तक चंदन का तेल निकालता है। जोशी ने बताया, इसकी गोपनियता से जांच करें और हमें सूचना दें। इसी आधार पर गिरोहो द्वारा मुंबई और गोवा से आयात होने वाली अफ्रीकन चंदन लकड़ी पर हम रोक लगा सकें। 

-दक्षिण से जुड़े हैं तार 
आंध्र प्रदेश की इंटरस्टेट इंटेलीजेंस की सूचना पर मप्र के वन विभाग ने मंडीदीप में 12 मई को तस्करों को 5 करोड़ के चंदन लकड़ी के साथ धर दबोचा है। हालांकि अभी इस मामले में भोपाल निवासी मुफीद नाम का श स पकड़ में आया है। वन विभाग अभी भी अंतरराज्यीय गिरोह और उसके सरगने से काफी दूर है। वन विभाग के अफसरों का मानना है कि इस गिरोह के मुखिया के तार चैन्नई से जुड़े हैं। मंडीदीप में पकड़े गए चंदन तस्करों को जेएमएफसी गौहरगंज ने वन विभाग को पुछताछ के लिए 14 दिन के न्यायिक रिमांड पर दिया है। हालांकि वन विभाग ने इन तस्करों से गहन पूछताछ करने के लिए पुलिस रिमांड की बात की थी, लेकिन न्यायालय ने उनकी इस मांग को खारिज कर दिया। चंदन तस्कर में बड़े अंतरराज्यीय गिरोह की संभावना को देखते हुए वन विभाग ने पुलिस महकमे से इस मामले में संयुक्त जांच दल बनाने का आग्रह किया है। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें