बैरसिया के वार्ड-14 निवासी दल सिंह अपनी दोनों नाबालिग पुत्रियों उर्मिला व सुमन का विवाह कराने पर अड़े हुए हैं। इसके चलते वह अपने परिवार सहित घर पर ताला लगाकर गायब हो गए हैं। वह कहां गए हैं इसकी जानकारी किसी को भी नहीं है। इस स्थिति को देखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने विदिशा के ग्राम बिछिया तक इन दोनों नाबालिग बच्चियों की तलाश कराने की तैयारी कर ली है। इसके लिए जल्द ही जिला कार्यक्रम अधिकारी विदिशा को जानकारी भी दी जाएगी, ताकि नाबालिग लड़कियों के विवाह रुक सकें।
यह है मामला - बैरसिया के वार्ड -14 निवासी दल सिंह अपनी दोनो पुत्रियों उर्मिला व सुमन का विवाह विदिशा जिले के बिछिया ग्राम के एक ही परिवार के दो लड़कों से अक्षय तृतीया के दिन वीर बजरंग शिक्षा एवं समाज समिति करोंद द्वारा आयोजित विवाह स मेलन में में करवा रहे थे। जब परियोजना अधिकारी नईमुद्दीन को इसकी भनक लगी तो वह एक दिन पहले ही दल सिंह के घर पहुंच गए और दोनों नाबालिग लड़कियों के विवाह न करने की समझाईश दी, लेकिन वह नहीं माने। जब उनको हथकडिय़ा लगने व 1 लाख जुर्माना का डर दिखाया गया तो वह मान गए। इसके बाद दोनो बेटियों ने थाने ही नहीं बल्कि परियोजना अधिकारी को भी लिखकर दिया कि वह 18 वर्ष की उम्र से पहले विवाह नहंी करेंगी। इसके बाद मामला ठंडा हो गया। लेकिन दल सिंह कहां मानने वाले थे उन्होंने अक्षय तृतीया पर बेटियों का विवाह तो नहीं कराया, और अगली तारीख 18 मई तय कर ली। इधर सूत्र बताते हैं पुलिस थाने में लिखित में आवेदन देने के बाद से दल सिंह का पूरा परिवार गायब है। महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम भी घर का मौका मुआयना कर चुकी है।
-बोले अधिकारी -
दल सिह दोनों लड़कियों के विवाह के लिए ग्राम बिछिया तो नहीं चला गया है। इसकी जांच के लिए विदिशा के जिला कार्यक्रम अधिकारी को पत्र लिखा जाएगा, ताकि नाबालिग लड़कियों का विवाह रोका जा सके।
नईमुद्दीन खान, परियोजना अधिकारी बैरसिया
हमारे विभाग के अधिकारियों का काम नाबालिग जोड़ों को समझाईश देना है कि वह विवाह न करें। यदि वह नहीं मानते हैं तो पुलिस को इस मामले की जानकारी दे दी जाती है। इसके बाद जि मेदारी पुलिस की है कि यदि नाबालिग जोड़ा विवाह करता है तो वह उनके परिजनों पर कार्रवाई करें और उन्हें पकड़कर जेल भेजे तथा जुर्माना भी वसूले।
नकी जहां कुरैशी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास भोपाल।
यह है मामला - बैरसिया के वार्ड -14 निवासी दल सिंह अपनी दोनो पुत्रियों उर्मिला व सुमन का विवाह विदिशा जिले के बिछिया ग्राम के एक ही परिवार के दो लड़कों से अक्षय तृतीया के दिन वीर बजरंग शिक्षा एवं समाज समिति करोंद द्वारा आयोजित विवाह स मेलन में में करवा रहे थे। जब परियोजना अधिकारी नईमुद्दीन को इसकी भनक लगी तो वह एक दिन पहले ही दल सिंह के घर पहुंच गए और दोनों नाबालिग लड़कियों के विवाह न करने की समझाईश दी, लेकिन वह नहीं माने। जब उनको हथकडिय़ा लगने व 1 लाख जुर्माना का डर दिखाया गया तो वह मान गए। इसके बाद दोनो बेटियों ने थाने ही नहीं बल्कि परियोजना अधिकारी को भी लिखकर दिया कि वह 18 वर्ष की उम्र से पहले विवाह नहंी करेंगी। इसके बाद मामला ठंडा हो गया। लेकिन दल सिंह कहां मानने वाले थे उन्होंने अक्षय तृतीया पर बेटियों का विवाह तो नहीं कराया, और अगली तारीख 18 मई तय कर ली। इधर सूत्र बताते हैं पुलिस थाने में लिखित में आवेदन देने के बाद से दल सिंह का पूरा परिवार गायब है। महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम भी घर का मौका मुआयना कर चुकी है।
-बोले अधिकारी -
दल सिह दोनों लड़कियों के विवाह के लिए ग्राम बिछिया तो नहीं चला गया है। इसकी जांच के लिए विदिशा के जिला कार्यक्रम अधिकारी को पत्र लिखा जाएगा, ताकि नाबालिग लड़कियों का विवाह रोका जा सके।
नईमुद्दीन खान, परियोजना अधिकारी बैरसिया
हमारे विभाग के अधिकारियों का काम नाबालिग जोड़ों को समझाईश देना है कि वह विवाह न करें। यदि वह नहीं मानते हैं तो पुलिस को इस मामले की जानकारी दे दी जाती है। इसके बाद जि मेदारी पुलिस की है कि यदि नाबालिग जोड़ा विवाह करता है तो वह उनके परिजनों पर कार्रवाई करें और उन्हें पकड़कर जेल भेजे तथा जुर्माना भी वसूले।
नकी जहां कुरैशी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास भोपाल।
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