गुरुवार, 23 मई 2013

और हो गई संस्थापन शाखा में कोली की वापसी


बेटे को नियम विरुद्ध इंजीनियर बनाने के लगे हैं आरोप
हाईकोर्ट में निगम प्रशासन के खिलाफ मुकदमा भी ठोका
भोपाल।
नियम विरुद्ध बेटे को इंजीनियर बनाने वाले लालाराम कोली की संस्थापन शाखा में वापसी हो गई है। कोली को बेटे को अवैध लाभ पहुंचाने के साथ ही भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते चंद महीने पहले ही संस्थापन शाखा से हटाकर योजना प्रकोष्ठ में पदस्थ किया गया था।
निगम प्रशासन ने कार्यसुविधा के मद्देनजर गुरुवार को जोनल अधिकारियों एवं प्रशासकीय अधिकारी के दायित्वों में फेरबदल किया है। इसके तहत जोन-8 के जोनल अधिकारी अनिल शर्मा को जोन-10 का जोनल अधिकारी बनाया गया है, जबकि इंद्रजीत सिंह चौहान को जोन -10 से जोन-12, कैलाश मैना को जोन -12 से जोन-3, शंकर केशवानी को जोन-3 से जोन-8 का दायित्व सौंपा गया है। इसके साथ ही जोन- 11 के जोनल अधिकारी हर्षित तिवारी जोन-13 के जोनल अधिकारी मोहम्मद शमीम की अवकाश अवधि में जोन-13 का काम संभालेंगे।
कोली को संस्थापन शाखा मिली
योजना प्रकोष्ठ में पदस्थ प्रशासकीय अधिकारी लालाराम कोली को वर्तमान कार्यों के साथ-साथ संस्थापन शाखा में उपायुक्त (संस्थापन) एनपी मांझी के अधीन कार्य करने के आदेश जारी हुए हैं। कोली को करीब 15 साल के बाद 2013 की शुरुआत में संस्थापन शाखा से हटाया गया था। कोली पर आरोप था कि अपने बेटे योगेश शाक्य को वैक्सीनेटर से सीधे सब इंजीनियर के पद पर प्रमोशन करवाया। गौरतलब होगा कि योगेश की मस्टर पर अवैध कॉलोनी प्रकोष्ठ में शुरुआत हुई थी, जोकि बाद में आरक्षित वर्ग के तहत वैक्सीनेटर के पद पर नियमित किया गया। इसके बाद इंजीनियरिंग सेक्शन में अटैच होकर इंजीनियरिंग का डिप्लोमा किया। इस पदोन्नति में कोली की भूमिका होने पर हटाकर योजना प्रकोष्ठ में लगाया गया था।

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