तीन सस्पेंड
- मामला थाने तक पहुंचा, एक कर्मचारी घायल
- कल से होगी कारखाने में हड़ताल
- इंटक मैदान में कूदी
भोपाल।
भेल कारखाने के न्यू हाइड्रो ब्लाक में शनिवार को तीसरी पाली का काम शुरु करने के मामले को लेकर एक अधिकारी और 3 कर्मचारियों में झड़प हो गई। मामला तोडफ़ोड़ तक पहुंच गया। इस घटना में एक कर्मचारी के पैर में गंभीर चोट आने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामला थाने तक जा पहुंचा है। प्रबंधन ने स ती दिखाते हुए अनुशासन भंग करने के आरोप में तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले को लेकर भेल इंटक सोमवार से आंदोलन करेंगे।
जानकारी के मुताबिक घटना सुबह 8.30 बजे की बताई जा रही है। सुबह जब न्यू हाइड्रो ब्लाक के कर्मचारी विभाग द्वारा जारी तीसरी पाली में काम करने के फरमान को लेकर विभाग के इंजीनियरों से मिले। उन्होंने तीसरी पाली में काम करने से इंकार कर दिया। कर्मचारियों की माने तो विभाग के मुखिया राजीव सिंह द्वारा तीसरी
पारी में काम करने की बात को लेकर कर्मचारी भड़क गए और ब्लाक के अंदर तोडफ़ोड़ शुरु कर दी। कांच फोड़ डाले। गदर इतना हुआ कि कर्मचारी तीसरी पाली में काम बंद करवाने के लिए विभाग के एचओडी को घेरे रहे। सुबह 9 बजे से कारखाने के इस ब्लाक में काम बंद रहा। हालांकि भेल प्रवक्ता काम बंद न होने की बात करते रहे। घटना के दौरान कांच से चोट लग जाने के कारण एक कर्मचारी प्रकाश के पैर में गंभीर चोट आई है। एक कर्मचारी ने तो परेशान होकर कांच में सर दे मारा। लेकिन उसकी किस्मत
अच्छी थी कि कांच मोटा था इस कारण उसको चोट नहीं लगी। प्रबंधन दिन भर इस घटना को लेकर परेशान रहा। खबर लिखे जाने तक घायल प्रकाश कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती था। प्रबंधन ने इस घटना के कारण तीन कर्मचारी रमनी रंजन महापात्रा, प्रकाश बामनिया और अनूप मुंडिक को तत्काल सस्पेंड कर दिया है। इधर तीनों कर्मचारियों ने
आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाते हुए थाना गोविन्दपुरा में अपर महाप्रबंधक व विभाग के एचओडी राजीव सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। करीब एक घंटे तक उक्त अपर महाप्रबंधक
के खिलाफ कर्मचारियों ने थाने में नारेबाजी की। प्रबंधन द्वारा तीसरी पाली में काम करने को लेकर जारी विभाग के मुखिया के फरमान से विभाग के कर्मचारी खासे परेशान हैं। सूत्र बताते हैं कि विभाग के एचओडी के व्यवहार से कर्मचारी वर्ग खासा नाराज है। इस कारण मामला और भी तूल पकड़ सकता है। इंटक के सचिव दीपक गुप्ता का कहना है कि यदि तीनों कर्मचारियों को शीघ्र ही बहाल नहीं किया गया तो कारखाने में सोमवार से उग्र आंदोलन किया जाएगा। उनका कहना है कि कारखाने के सभी कर्मचारियों से
एक समान नियमानुसार काम कराया जाए। प्रबंधन की माने तो प्रोडक्शन को देखते हुए तीनों पाली में काम करना जरुरी हो गया है।
इनका कहना है...
अच्छे औद्योगिक संबंध बनाए रखने के लिए भेल को विस्फोटक स्थिति से बचाने के लिए कर्मचारियों का निलंबन वापल लिया जाए और चर्चा शुरु की जाए।
आरडी त्रिपाठी
अध्यक्ष, भेल इंटक
- मामला थाने तक पहुंचा, एक कर्मचारी घायल
- कल से होगी कारखाने में हड़ताल
- इंटक मैदान में कूदी
भोपाल।
भेल कारखाने के न्यू हाइड्रो ब्लाक में शनिवार को तीसरी पाली का काम शुरु करने के मामले को लेकर एक अधिकारी और 3 कर्मचारियों में झड़प हो गई। मामला तोडफ़ोड़ तक पहुंच गया। इस घटना में एक कर्मचारी के पैर में गंभीर चोट आने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामला थाने तक जा पहुंचा है। प्रबंधन ने स ती दिखाते हुए अनुशासन भंग करने के आरोप में तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले को लेकर भेल इंटक सोमवार से आंदोलन करेंगे।
जानकारी के मुताबिक घटना सुबह 8.30 बजे की बताई जा रही है। सुबह जब न्यू हाइड्रो ब्लाक के कर्मचारी विभाग द्वारा जारी तीसरी पाली में काम करने के फरमान को लेकर विभाग के इंजीनियरों से मिले। उन्होंने तीसरी पाली में काम करने से इंकार कर दिया। कर्मचारियों की माने तो विभाग के मुखिया राजीव सिंह द्वारा तीसरी
पारी में काम करने की बात को लेकर कर्मचारी भड़क गए और ब्लाक के अंदर तोडफ़ोड़ शुरु कर दी। कांच फोड़ डाले। गदर इतना हुआ कि कर्मचारी तीसरी पाली में काम बंद करवाने के लिए विभाग के एचओडी को घेरे रहे। सुबह 9 बजे से कारखाने के इस ब्लाक में काम बंद रहा। हालांकि भेल प्रवक्ता काम बंद न होने की बात करते रहे। घटना के दौरान कांच से चोट लग जाने के कारण एक कर्मचारी प्रकाश के पैर में गंभीर चोट आई है। एक कर्मचारी ने तो परेशान होकर कांच में सर दे मारा। लेकिन उसकी किस्मत
अच्छी थी कि कांच मोटा था इस कारण उसको चोट नहीं लगी। प्रबंधन दिन भर इस घटना को लेकर परेशान रहा। खबर लिखे जाने तक घायल प्रकाश कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती था। प्रबंधन ने इस घटना के कारण तीन कर्मचारी रमनी रंजन महापात्रा, प्रकाश बामनिया और अनूप मुंडिक को तत्काल सस्पेंड कर दिया है। इधर तीनों कर्मचारियों ने
आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाते हुए थाना गोविन्दपुरा में अपर महाप्रबंधक व विभाग के एचओडी राजीव सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। करीब एक घंटे तक उक्त अपर महाप्रबंधक
के खिलाफ कर्मचारियों ने थाने में नारेबाजी की। प्रबंधन द्वारा तीसरी पाली में काम करने को लेकर जारी विभाग के मुखिया के फरमान से विभाग के कर्मचारी खासे परेशान हैं। सूत्र बताते हैं कि विभाग के एचओडी के व्यवहार से कर्मचारी वर्ग खासा नाराज है। इस कारण मामला और भी तूल पकड़ सकता है। इंटक के सचिव दीपक गुप्ता का कहना है कि यदि तीनों कर्मचारियों को शीघ्र ही बहाल नहीं किया गया तो कारखाने में सोमवार से उग्र आंदोलन किया जाएगा। उनका कहना है कि कारखाने के सभी कर्मचारियों से
एक समान नियमानुसार काम कराया जाए। प्रबंधन की माने तो प्रोडक्शन को देखते हुए तीनों पाली में काम करना जरुरी हो गया है।
इनका कहना है...
अच्छे औद्योगिक संबंध बनाए रखने के लिए भेल को विस्फोटक स्थिति से बचाने के लिए कर्मचारियों का निलंबन वापल लिया जाए और चर्चा शुरु की जाए।
आरडी त्रिपाठी
अध्यक्ष, भेल इंटक
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