- जमीन के आरक्षण का प्रस्ताव हुआ मंजूर
भोपाल।
शहर की घनी आबादी में संचालित हो रहे लकड़ी के पीठे अर्थात टिंबर मार्केट को जल्द ही शहर से बाहर शि ट कर दिया जाएगा। इस मार्केट के लिए चंादपुर में जमीन के आरक्षण को शासन ने हरी झंड़ी दे दी है। अब जिला प्रशासन शीघ्र ही इस जमीन के आवंटन का प्रस्ताव शासन को भेजेगा। आवंटन प्रस्ताव स्वीकृत होते ही टि बर मार्केट को चांदपुर में शि ट कर दिया जाएगा। अधिकारियों की माने तो आरक्षण का प्रस्ताव स्वीकृत होकर मंगलवार को जिला प्रशासन के पास आ गया है।
यह है मामला -
राजधानी में आबादी के बीचों-बीच फायर जोन के नाम से मशहूर आरा मशीनों व फर्नीचर की दुकानों में आए दिन आगे लगने जैसी घटनाएं होती ही रहती हैं। कई आग की घटनाएं तो विकराल रूप भी ले चुकी हैं। हालांकि तंग गलियों में बसें इन पीठों में होने की वजह से आग बुझाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन सब परेशानियों को देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरे टिंबर मार्केट को शहर से बाहर करने की योजना बनाई। इसके लिए राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के करीब चांदपुर में जमीन ाी ढूंढ ली गई। राजस्व वि ााग ने इसके लिए बकायदा सीमांकन करते हुए जमीन ाी टिंबर मार्केट के लिए चिंहित कर दी, लेकिन मसला जमीन को लेकर अड़ गया। चिन्हित किए गए स्थान पर टिंबर मार्केट स्थिापित करने के लिए वन विभाग ने अधिसूचना जारी करने से मना कर दिया। वन विभाग के अधिकारियों का कहना था कि चिन्हित की गई जमीन के आठ किमी दूरी तक वन व आबादी नहीं होनी चाहिए तभी उस स्थान पर अनुमति दी जा सकती है, लेकिन यहां पर मुगलिया कोट नामक स्थान के आठ किमी के पहले आने से वि ााग ने अनुमति देने से मना कर दिया था।
विशेष अनुमति मांगने पर मिला डी नोटिफिकेशन - चंादपुर में टिंबर मार्केट की शि िटंग का मामला बहुत समय तक वन वि ााग की आपत्ति के चलते लटका रहा। इसके बाद कलेक्टर ने प्रमु ा सचिव वन वि ााग को प्रस्ताव दिया था ,जिसमें पूर्व में ऐसे ही प्रकरणों को विशेष प्रकरण मानते हुए नियम में छूट देने का हवाला दिया था। यहीं नहीं उन्होंने इस तरह की छूट इस प्रकरण ेदेने की बात कही थी। इसके बाद शासन ने डी-नोटिफिकेशन जारी कर दिया था। इस नोटिफिकेशन के बाद एसडीएम हुजूर ने चंादपुर में इन आरा मशीनों की शि िटंग का एक आरक्षण प्रस्ताव बनाकर आवास एवं पर्यावास वि ााग के पास अनुमति के लिए ोज दिया है, जिसको गत दिनों मंजूरी मिल गई है।
भोपाल।
शहर की घनी आबादी में संचालित हो रहे लकड़ी के पीठे अर्थात टिंबर मार्केट को जल्द ही शहर से बाहर शि ट कर दिया जाएगा। इस मार्केट के लिए चंादपुर में जमीन के आरक्षण को शासन ने हरी झंड़ी दे दी है। अब जिला प्रशासन शीघ्र ही इस जमीन के आवंटन का प्रस्ताव शासन को भेजेगा। आवंटन प्रस्ताव स्वीकृत होते ही टि बर मार्केट को चांदपुर में शि ट कर दिया जाएगा। अधिकारियों की माने तो आरक्षण का प्रस्ताव स्वीकृत होकर मंगलवार को जिला प्रशासन के पास आ गया है।
यह है मामला -
राजधानी में आबादी के बीचों-बीच फायर जोन के नाम से मशहूर आरा मशीनों व फर्नीचर की दुकानों में आए दिन आगे लगने जैसी घटनाएं होती ही रहती हैं। कई आग की घटनाएं तो विकराल रूप भी ले चुकी हैं। हालांकि तंग गलियों में बसें इन पीठों में होने की वजह से आग बुझाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन सब परेशानियों को देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरे टिंबर मार्केट को शहर से बाहर करने की योजना बनाई। इसके लिए राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के करीब चांदपुर में जमीन ाी ढूंढ ली गई। राजस्व वि ााग ने इसके लिए बकायदा सीमांकन करते हुए जमीन ाी टिंबर मार्केट के लिए चिंहित कर दी, लेकिन मसला जमीन को लेकर अड़ गया। चिन्हित किए गए स्थान पर टिंबर मार्केट स्थिापित करने के लिए वन विभाग ने अधिसूचना जारी करने से मना कर दिया। वन विभाग के अधिकारियों का कहना था कि चिन्हित की गई जमीन के आठ किमी दूरी तक वन व आबादी नहीं होनी चाहिए तभी उस स्थान पर अनुमति दी जा सकती है, लेकिन यहां पर मुगलिया कोट नामक स्थान के आठ किमी के पहले आने से वि ााग ने अनुमति देने से मना कर दिया था।
विशेष अनुमति मांगने पर मिला डी नोटिफिकेशन - चंादपुर में टिंबर मार्केट की शि िटंग का मामला बहुत समय तक वन वि ााग की आपत्ति के चलते लटका रहा। इसके बाद कलेक्टर ने प्रमु ा सचिव वन वि ााग को प्रस्ताव दिया था ,जिसमें पूर्व में ऐसे ही प्रकरणों को विशेष प्रकरण मानते हुए नियम में छूट देने का हवाला दिया था। यहीं नहीं उन्होंने इस तरह की छूट इस प्रकरण ेदेने की बात कही थी। इसके बाद शासन ने डी-नोटिफिकेशन जारी कर दिया था। इस नोटिफिकेशन के बाद एसडीएम हुजूर ने चंादपुर में इन आरा मशीनों की शि िटंग का एक आरक्षण प्रस्ताव बनाकर आवास एवं पर्यावास वि ााग के पास अनुमति के लिए ोज दिया है, जिसको गत दिनों मंजूरी मिल गई है।
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