देवेंद्र को बचाने सीबीआई अफसर बन कर्मचारियों को घेरा
-घेरा नील और पिल्लई ने 4 घंटे बंदक बनाया ड्रायवर-सुपरवाइजर को
-मामला 108 एंबुलेंस से सांची में कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार करने का
हेमन्त पटेल, 7869301887.
भोपाल।
आकस्मिक सेवा 108 एंबुलेंस के हेड देवेंद्र सिंह खुद को बचाने नए-नए पैतरे आजमा रहे हैं। गुरुवार को 108 सेवा में एचआर हेड प्रवीण शिंदे, प्रोग्राम मैनेजर रवि नील और अरुण पिल्लई ने खुद को सीबीआई अफसर बताकर चार कर्मचारियों को ईदगाह हिल्स स्थित 108 के मुख्यालय 4 घंटे तक कमरे बंदी बनाए रखा। मीडिया में खबर लीक होने और मौके पर पुलिस को देख प्रबंधन ने आनन-फानन में पिछले दरवाजे से सभी को निकाल दिया।
दरअसल, पूरा मामला 108 एंबुलेंस के जरिए सांची विधानसभा क्रमांक-142 से कांग्रेस प्रत्याशी प्रभुराम चौधरी के प्रचार-प्रसार करने का है। इससे पहले ही चुनाव आयोग संज्ञान में ले चुका है। साथ ही 108 एंबुलेंस हैदराबाद प्रबंधन ने भी इसे जांच में लिया हुआ है। अब हेड देवेंद्र सिंह इसमें खुद को बुरी तरह फंसते देख दोषारोपण मध्यम व अति निचले स्तर के कर्मचारियों पर करने में जुते हुए हैं।
-अपने सिर लो आरोप
देवेंद्र को मामले में सेफ बचाने बुधवार को छिंदवाड़ा के तहसील अमरवाड़ा से एक कर्मचारी नीतेश और सुपर वाइजर नईम शेख को भोपाल 108 के मुख्यालय लाया गया। यहां गुरुवार सुबह 11 बजे से इन्हें बैठाया गया था। इसके बाद दबाव डाला जा रहा था कि प्रचार-प्रसार का काम (नईम, नीतेश वे दो अन्य) तुमने कराया है, जिसे अपने सिर ले लो। इनमें से दो को यह डर भी दिखा गया कि आरोप अपने ऊपर नहीं लिए तो नौकरी से निकाल दिया जाएगा। नाम न देने की शर्त 108 मुख्यालय के एक कर्मचारी ने बताया कि प्रवीण शिंदे अपने को सीबीआई एसपी और अरुण पिल्लई सीबीआई का इंस्पेक्टर बता इन पर दबाव डाल रहे थे। वहीं रवि नील भी सीबीआई का इंस्पेक्टर बता चारों से पूछताछ में जुटे हुए थे।
-ऐसे की पूरी प्लॉनिंग
पुष्ट सूत्रों की मानें तो बीते दिनों 108 एंबुलेंस प्रबंधन से जुड़े यह तीनों अफसर छिंदवाड़ा गए थे। इसके लिए पूर्व में प्लॉनिंग कर ली गई थी कि यहां की दो 108 एंबुलेंस गाड़ियों से कांग्रेस प्रत्याशी का चुनाव प्रचार होना बताया जाएगा। इसके लिए दो गाड़ियों में स्क्रेच के निशान लगाए गए। छिंदवाड़ा के तहसील अमरवाड़ा में इन गाड़ियों की लोकेशन बताने यहां के थाना प्रभारी सुशील श्रीवास्तव से बात की गई। सुशील को इन्होंने प्रचार कराए जा रहे वाहनों के फोटो दिखाए और कहां इन्हें अपने लोकेशन में बताएं। श्री श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि गाड़ी में स्क्रेच किसी घटना से भी आ सकते हैं। आप विधिवत आवेदन दें, इसकी जांच की जाएगी। प्रथम तस्दीक में तो ऐसा प्रतीत नहीं होता कि यहां 108 से चुनाव प्रचार किया गया। इसके बाद श्री श्रीवास्तव ने इन्हें जाने को कह दिया।
-यहां की बताना चाहते थे लोकेशन
कुछ दिन पहले थाने में 108 प्रबंधन से जुड़े कुछ लोग आए थे। उन्होंने गाड़ियों की लोकेशन अमरवाड़ा में दिखाने संबंधित बात की। हमने स्पष्ट कहा, आप विधिवत आवेदन दें, तस्दीक में सहयोग करें। साथ ही प्रचार-प्रसार किस तारीख से किस तारीख के बीच किया गया इसका भी विवरण दें, ताकि हकीकत सामने आए। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और वे बाहर के बाहर चले गए।
सुशील श्रीवास्तव, थाना प्रभारी, अमरवाड़ा
-घेरा नील और पिल्लई ने 4 घंटे बंदक बनाया ड्रायवर-सुपरवाइजर को
-मामला 108 एंबुलेंस से सांची में कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार करने का
हेमन्त पटेल, 7869301887.
भोपाल।
आकस्मिक सेवा 108 एंबुलेंस के हेड देवेंद्र सिंह खुद को बचाने नए-नए पैतरे आजमा रहे हैं। गुरुवार को 108 सेवा में एचआर हेड प्रवीण शिंदे, प्रोग्राम मैनेजर रवि नील और अरुण पिल्लई ने खुद को सीबीआई अफसर बताकर चार कर्मचारियों को ईदगाह हिल्स स्थित 108 के मुख्यालय 4 घंटे तक कमरे बंदी बनाए रखा। मीडिया में खबर लीक होने और मौके पर पुलिस को देख प्रबंधन ने आनन-फानन में पिछले दरवाजे से सभी को निकाल दिया।
दरअसल, पूरा मामला 108 एंबुलेंस के जरिए सांची विधानसभा क्रमांक-142 से कांग्रेस प्रत्याशी प्रभुराम चौधरी के प्रचार-प्रसार करने का है। इससे पहले ही चुनाव आयोग संज्ञान में ले चुका है। साथ ही 108 एंबुलेंस हैदराबाद प्रबंधन ने भी इसे जांच में लिया हुआ है। अब हेड देवेंद्र सिंह इसमें खुद को बुरी तरह फंसते देख दोषारोपण मध्यम व अति निचले स्तर के कर्मचारियों पर करने में जुते हुए हैं।
-अपने सिर लो आरोप
देवेंद्र को मामले में सेफ बचाने बुधवार को छिंदवाड़ा के तहसील अमरवाड़ा से एक कर्मचारी नीतेश और सुपर वाइजर नईम शेख को भोपाल 108 के मुख्यालय लाया गया। यहां गुरुवार सुबह 11 बजे से इन्हें बैठाया गया था। इसके बाद दबाव डाला जा रहा था कि प्रचार-प्रसार का काम (नईम, नीतेश वे दो अन्य) तुमने कराया है, जिसे अपने सिर ले लो। इनमें से दो को यह डर भी दिखा गया कि आरोप अपने ऊपर नहीं लिए तो नौकरी से निकाल दिया जाएगा। नाम न देने की शर्त 108 मुख्यालय के एक कर्मचारी ने बताया कि प्रवीण शिंदे अपने को सीबीआई एसपी और अरुण पिल्लई सीबीआई का इंस्पेक्टर बता इन पर दबाव डाल रहे थे। वहीं रवि नील भी सीबीआई का इंस्पेक्टर बता चारों से पूछताछ में जुटे हुए थे।
-ऐसे की पूरी प्लॉनिंग
पुष्ट सूत्रों की मानें तो बीते दिनों 108 एंबुलेंस प्रबंधन से जुड़े यह तीनों अफसर छिंदवाड़ा गए थे। इसके लिए पूर्व में प्लॉनिंग कर ली गई थी कि यहां की दो 108 एंबुलेंस गाड़ियों से कांग्रेस प्रत्याशी का चुनाव प्रचार होना बताया जाएगा। इसके लिए दो गाड़ियों में स्क्रेच के निशान लगाए गए। छिंदवाड़ा के तहसील अमरवाड़ा में इन गाड़ियों की लोकेशन बताने यहां के थाना प्रभारी सुशील श्रीवास्तव से बात की गई। सुशील को इन्होंने प्रचार कराए जा रहे वाहनों के फोटो दिखाए और कहां इन्हें अपने लोकेशन में बताएं। श्री श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि गाड़ी में स्क्रेच किसी घटना से भी आ सकते हैं। आप विधिवत आवेदन दें, इसकी जांच की जाएगी। प्रथम तस्दीक में तो ऐसा प्रतीत नहीं होता कि यहां 108 से चुनाव प्रचार किया गया। इसके बाद श्री श्रीवास्तव ने इन्हें जाने को कह दिया।
-यहां की बताना चाहते थे लोकेशन
कुछ दिन पहले थाने में 108 प्रबंधन से जुड़े कुछ लोग आए थे। उन्होंने गाड़ियों की लोकेशन अमरवाड़ा में दिखाने संबंधित बात की। हमने स्पष्ट कहा, आप विधिवत आवेदन दें, तस्दीक में सहयोग करें। साथ ही प्रचार-प्रसार किस तारीख से किस तारीख के बीच किया गया इसका भी विवरण दें, ताकि हकीकत सामने आए। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और वे बाहर के बाहर चले गए।
सुशील श्रीवास्तव, थाना प्रभारी, अमरवाड़ा