- अब जिले में हो गए 1687 बूथ
- दो बूथों का अब होगा प्रथम व लितीय रेण्डमाइजेशन
- मतदान दल सहित व्यवस्थाओं में जुटे अधिकारी
भोपाल।
भोपाल जिले के भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र में दो सहायक मतदान केंद्र बढ़ गए हैं। मु य निर्वाचन आयोग ने इन दो सहायक मतदान केंद्रों को अनुमति दे दी है। भोपाल उत्तर में यह बूथ, मतदान केन्द्र क्रमांक-39 एवं 43 के सहायक मतदान केन्द्र क्रमश: 39-क एवं 43-क के नाम से जाने जाएंगे। इस तरह जिले में अब पोलिंग बूथों की सं या 1685 से बढ़कर 1687 हो गई है। बताया जा रहा है कि जिन बूथों के सहायक बूथ बनाए गए हैं, वहां मतदाताओं की सं या 29 अक्टूबर तक जमा किए गए आवेदनों को चलते खासी बढ़ गई थी। इसके चलते वहां मतदान कराने में दिक्कतें आ सकती थी। इस कारण निर्वाचन आयोग ने यह अनुमति दी है। ज्ञात हो कि जिले में पहले मतदान केंद्रों की सं या 1677 थी , आयोग ने 8 सहायक मतदान केंद्र की अनुमति 15 अक्टूबर को दी थी। इसके बाद मतदान केंद्रों की सं या 1685 हो गई थी। यह दूसरा मौका है जब आचार संहिता के दौरान मु य चुनाव आयोग ने दूसरी बार सहायक मतदान केंद्र बढ़ाने की अनुमति दी है।
दो केंद्रों से लिए फिर से होगा रेण्डमाईजेशन - उप जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय सिंह ने बताया कि भोपाल उत्तर में बढ़ाए गए दो सहायक मतदान केंद्रों लिए ईव्हीएम मशीनों के प्रथम व लितीय रेण्डमाईजेशन का काम फिर से किया जाएगा। इधर सूत्र बताते हैं कि यह कार्य 18 नवंबर से पहले किया जाएगा, क्योंकि 18 नवंबर को सभी मशीनों में बैलेट पेपर लगाए जाकर उन्हें सील किया जाएगा।
मतदान दलों का भी होगा गठन - सहायक मतदान केंद्रों पर मतगणना कराने के लिए मतदान दलों की भी नियुक्ति जल्द ही की जाएगी। यह नियुक्ति रिजर्व में रखे गए अधिकारी-कमर्चारियों में से होगी। इधर जिन क्षेत्रों में यह बूथ बनेंगे, वहां तक पहुंच का मार्ग आदि के नक्शे, चार्ट आदि भी तैयार किए जाएंगे।
- दो बूथों का अब होगा प्रथम व लितीय रेण्डमाइजेशन
- मतदान दल सहित व्यवस्थाओं में जुटे अधिकारी
भोपाल।
भोपाल जिले के भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र में दो सहायक मतदान केंद्र बढ़ गए हैं। मु य निर्वाचन आयोग ने इन दो सहायक मतदान केंद्रों को अनुमति दे दी है। भोपाल उत्तर में यह बूथ, मतदान केन्द्र क्रमांक-39 एवं 43 के सहायक मतदान केन्द्र क्रमश: 39-क एवं 43-क के नाम से जाने जाएंगे। इस तरह जिले में अब पोलिंग बूथों की सं या 1685 से बढ़कर 1687 हो गई है। बताया जा रहा है कि जिन बूथों के सहायक बूथ बनाए गए हैं, वहां मतदाताओं की सं या 29 अक्टूबर तक जमा किए गए आवेदनों को चलते खासी बढ़ गई थी। इसके चलते वहां मतदान कराने में दिक्कतें आ सकती थी। इस कारण निर्वाचन आयोग ने यह अनुमति दी है। ज्ञात हो कि जिले में पहले मतदान केंद्रों की सं या 1677 थी , आयोग ने 8 सहायक मतदान केंद्र की अनुमति 15 अक्टूबर को दी थी। इसके बाद मतदान केंद्रों की सं या 1685 हो गई थी। यह दूसरा मौका है जब आचार संहिता के दौरान मु य चुनाव आयोग ने दूसरी बार सहायक मतदान केंद्र बढ़ाने की अनुमति दी है।
दो केंद्रों से लिए फिर से होगा रेण्डमाईजेशन - उप जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय सिंह ने बताया कि भोपाल उत्तर में बढ़ाए गए दो सहायक मतदान केंद्रों लिए ईव्हीएम मशीनों के प्रथम व लितीय रेण्डमाईजेशन का काम फिर से किया जाएगा। इधर सूत्र बताते हैं कि यह कार्य 18 नवंबर से पहले किया जाएगा, क्योंकि 18 नवंबर को सभी मशीनों में बैलेट पेपर लगाए जाकर उन्हें सील किया जाएगा।
मतदान दलों का भी होगा गठन - सहायक मतदान केंद्रों पर मतगणना कराने के लिए मतदान दलों की भी नियुक्ति जल्द ही की जाएगी। यह नियुक्ति रिजर्व में रखे गए अधिकारी-कमर्चारियों में से होगी। इधर जिन क्षेत्रों में यह बूथ बनेंगे, वहां तक पहुंच का मार्ग आदि के नक्शे, चार्ट आदि भी तैयार किए जाएंगे।
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