शुक्रवार, 22 नवंबर 2013

नरेला सबसे ज्यादा संवेदनशील , भोपाल

जिले की सातों विधानसभा सीटों में से नरेला विधानसभा को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना है। जिला निर्वाचन आयोग ने इसे झगड़ा-फसाद, हंगामा होने की अधिक संभवना विशेष निगरानी में लेने का मन बना लिया है। यहां यहां सबसे ज्यादा गड़गड़ियां सामने आई थीं। वहीं पूर्व में बैरसिया व भोपाल मध्य क्षेत्र सबसे शांत है। यहां पर कम ही विवाद देखने को मिलते हैं। इन सभी स्थितियों को ध्यान में रखते हुए जिला निर्वाचन आयोग ने भी खासी तैयारी की है। जिले की सभी सातों सीटों पर संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों की संख्या के आधार पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए जा रहे हैं। जिले के करीब 400 से अधिक भवनों में बने इन क्रिटिकल बूथों पर विशेष दस्ते तैनात रहेंगे जो किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए हरदम तैयार होंगे।

गोविंदपुरा में 121 व नरेला में 117 
क्रिटिकल बूथों के मामले में नरेला, गोविंदपुरा से पीछे हैं। गोविंदपुरा में जहां 121 क्रिटिकल बूथ हैँ, वहंी नरेला में 117। बरल्रेबल बूथों की सं या में गोविंदपुरा नरेला से पिछड़ जाता है। नरेला में इन बूथों की सं या 78 है जबकि गोविंदपुरा में 18। ये ऐसे बूथ हैं, जहां पर आपराधिक प्रवृत्तियां के लोग अधिक निवास करते हैं। यहां कभी भी कोई बड़ी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। हालांकि जिला प्रशासन ने इन क्षेत्रों में रहने वाले आदतन अपराधियों को जिलाबदर कर दिया   है या थाना हजरी के लिए निर्देशित किया है।

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