सोमवार, 18 नवंबर 2013

प्रशिक्षण में ही नहीं पहुंचे प्रभारी

-10 में से 5 मशीनों पर ही हुआ टेÑनिंग का काम 
-भटकते दिखाई दिए प्रशिक्षणार्थी 
भोपाल। 
गांधी मेडिकल कॉलेज के सभागार में मतदान दलों में नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी दूसरे दिन ईवीएम मशीन पर पे्रक्टिकल प्रशिक्षण न मिलने से भटकते दिखाई दिए। ताज्जुब की बात तो यह रही कि द्वितीय चरण के इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में प्रभारी प्रमोद शुक्ला दूसरे दिन भी नदारद रहे। 
शुक्रवार से शुरू हुए प्रशिक्षण का रविवार को अंतिम दिन हैं। शनिवार को गांधी मेडिकल कॉलेज के सभागार में बनाए गए प्रशिक्षण केंद्र पर 418 मतदान दलों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित हुए। प्रेक्टिकल प्रशिक्षण न मिलने का एक कारण यह भी रहा कि शुक्रवार को जहां 5 ईवीएम मशीनें थी, उन्हें 10 कर दिया गया। लेकिन 5 मशीनें खोली ही नहीं गर्इं, जिसके चलते प्रशिक्षण इनको प्रशिक्षण नहीं मिल पाया। दूसरी ओर अधिकारी-कर्मचारियों को मतदान के लिए मतपत्र भी पेड़ के नीचे ही वितरित किए गए। वहीं जिन अधिकारी-कर्मचारियों को प्रपत्र क्रमांक-12 जमा करने में किसी प्रकार की दिक्कतें आर्इं, उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों ने किसी प्रकार की जानकारी ही नहीं दी। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो जिन अधिकारी-कर्मचारियों ने प्रपत्र क्रमांक-12 जमा कर जमा करना चाहा तो सूची में उनका नाम ही नहीं मिला। शुक्रवार को रिटर्निंग आॅफिसर नजूल वृत्त शहर जीएस धुर्वे ने स्थिति को संभालते हुए अधिकारी-कर्मचारियों को जानकारियां दीं थी, लेकिन शनिवार भी यही स्थिति बनी। कुछ अधिकारियों का कहना था, जब प्रशिक्षण स्थल पर ही पे्रक्टिकल ट्रेनिंग नहीं मिल पा रही है तो फील्ड में किस प्रकार वह लोगों को मतदान के बारे में समझा पाएंगे। 
इस पूरे मामले को लेकर नगर के अपर आयुक्त प्रमोद शुक्ला से चर्चा करनी चाही तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया। 
दरअसल, द्वितीय चरण के प्रशिक्षण में पोस्टल बेलेट से मतदान किस प्रकार किया जाए। साथ ही मशीन में कंट्रोल यूनिट और बेलेट यूनिट के प्रयोग के बारे में जानकारी देने के लिए आयोजित किया गया है। 

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