- भोपाल जिले के उपार्जन लक्ष्य को फिर से संशोधित करने की तैयारी
- शासन को फिर से भेजा संशोधन प्रस्ताव
भोपाल।
जिले में गेहूं की बंपर फसल होने के बाद भी गेहूं उपार्जन 2 लाख मेट्रिक टन से अधिक होने की संभावना नजर नहीं आ रही है। इसको देखते हुए खाद्य विभाग ने लक्ष्य को घटाने का निर्णय ले लिया है। कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने इस पर अपनी मुहर भी लगा दी है। अब यह प्रस्ताव संशोधन के लिए शासन को भेजा रहा है। इधर अधिकारियों का कहना है कि यह संशोधन प्रस्ताव उपार्जन केंद्रों पर गेहूं की आवक कम होने के चलते किया जा रहा है।
1500 से अधिक मिल रही कीमत
बीते एक माह से गेहूं की कीमतों में उछाल आया है। मंडी में गेहूं 1450 से 1650 रुपए में खरीदा जाने लगा है। इसको देखते हुए पहले किसान मंडी में अपनी ट्राली लगाते हैं। यदि गेहूं की बोली 1550 रुपए में भी लगती है तो किसान मंडी में खाली कर देता है। यदि गेहूं की कीमत 1500 से कम लगती है तो किसान सीधा गेहूं को खरीदी केंद्र पर ले जाता है और 1500 रुपए प्रति क्विंटल में तुलवा देता है। इन हालातों के चलते ऐसे खरीदी केंद्रों पर गेहूं खरीदी घट गई हैं। यही नहीं मंडी व्यापारियों ने तो गेहूं खरीदी के लिए किसानों के घर तक भी पहुंचना शुरू कर दिया है। वह गेहूं की बोली लगाकर किसानों का गेहूं घर से ही उठा रहे हैं। इसके चलते उपार्जन केंद्रों पर किसानों का पहुंचना बहुत कम हो गया है। मंडी व्यापारियों की माने तो अब तक उन्होंने करीब 50 हजार मेट्रिक टन गेहूं किसानों से खरीद डाला है।
दूसरी बार किया जा रहा लक्ष्य संशोधन
पिछले दो वर्ष में जिस तरह गेहूं खरीदी हुई थी, उससे शासन ने अनुमान लगाया था कि इस बार भी लक्ष्य 3.25 लाख मेट्रिक टन से अधिक गेहूं का उपार्जन भोपाल जिले के 47 केंद्रों पर होगा। यह अनुमान गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराने वाले 26 हजार से अधिक किसानों को देखकर लगाया गया था। जैसे-जैसे गेहूं की खरीदी आगे बढ़ी लक्ष्य पूरा होने की संभावनाएं घटती चली गई। अंतत: 20 अप्रैल को शासन ने लक्ष्य में संशोधन करने फैसला लिया। लक्ष्य को बढ़ाने के बजाय 50 हजार मेट्रिक टन घटाकर 2.75 लाख मेट्रिक टन किया गया। वर्तमान में भोपाल जिले में 17902 किसानों से कुल 1.70 लाख मेट्रिक टन गेहूं की खरीदी हो चुकी है। हालांकि गेहूं खरीदी में अभी 12 दिन शेष हैं, लेकिन इन 12 दिनों में 30 हजार मेट्रिक टन गेहूं खरीदी भी संभव नहीं है। इसको देखते हुए फिर से निर्णय लिया गया गेहूं उपार्जन लक्ष्य 2.75 लाख मेट्रिक टन को संशोधित कर 2 लाख मेट्रिक टन किया जाए ताकि लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।
उपार्जन लक्ष्य 2 लाख मेट्रिक टन करने का प्रस्ताव शासन की ओर भेज दिया गया है।
एचएस परमार, जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक
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