शुक्रवार, 10 मई 2013

यूका तालाब पर प्लाट काटने की तैयारी शुरू

 -जेसीबी से काटी जा रही मेड़
-पार्षद की मिली भगत से शुरू हुआ काम 
-राजस्व रिकार्ड में निजी करा ली जमीन 
भोपाल। 
ेजिले में शासकीय जमीन पर भू-माफियाओं की नजर गड़ी थी। अब जनप्रतिनिधियों ने कब्जा जमाना शुरू कर दिया है। दरअसल, यूनियन कार्बाईड की जमीन पर प्लाट काटे जा रहे हैं। यह प्लाट वार्ड-66 की पार्षद सुनीता महेंद्र सिंह गुर्जर के पति महेन्द्र गुर्जर काट रहे हैं। इसके लिए बकायदा यूका के जहरीले तालाब की मेड़ काटी जा रही है। ताज्जुब की बात यह है कि तालाब की इस भूमि को राजस्व रिकार्ड में भी निजी करा दर्ज करा लिया गया है। 
जिला प्रशासन के आला अधिकारी इस मामले में खुद को अनभिज्ञ बता रहे हैं, जबकि उनके ही मातहतो ने राजस्व रिकार्ड से छेड़-छाड़ की है। तालाब का खसरा क्रमांक-8 है, जोकि 2.995 हेक्टेयर (7.39765 एकड़) है। तालाब की इस भूमि को 15/08/2008 को कार्तिक शर्मा पुत्र अतुल शर्मा, अतुल शर्मा पिता विजेन्द्र कुमार शर्मा, सिविल लाइन झांसी वालों के नाम से दर्ज किया गया है। विश्वस्त सूत्रों के हवाले से बात करें तो रिकार्ड में छेड़-छाड़ का काम आरआई और पटवारियों ने किया। तालाब के नक्शे और खसरों में बदलाव की जानकारी एसडीएम अमरजीत सिंह पवार, तहसीलदार निकीता तिवारी को पूर्व में ही लग गई थी। बावजूद इसके जांच पड़ताल प्रभावि तरीके से नहीं की गई। कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने भी इस पर जानकारी मांगी थी, लेकिन उन्हीं आरआई-पटवारियों के मार्फत उन्हें रिकार्ड दिखा गया, जिन्होंने इसे अंजाम दिया है। 

-ऐसे काट रहे मेड़ 
जहरीले तालाब की मेड़ करीब 30 से 35 फीट चौड़ी है। इसे पार्षद पति महेंद्र गुर्जर और अन्य जेसीबी के जरिए काट रहे हैं। इसी तालाब के बगल से शिवशक्ति नगर लगा हुआ है। इसी कालोनी में पार्षद का निवास है। पार्षद ने पहले भी तालाब की जमीन पर प्लाट काट कर बेचे हैं। तालाब सुबह-सुबह जेसीबी चलाई जाती है, जिससे अधिकारी और लोगों की निगह में यह न आ पाए। जेसीबी से मेड़ की मिट्टी को 30 फीट भीतर डाला जा रहा है, जिससे मेड़ दिखेगी तो! लेकिन जो जगह खाली होगी उस पर प्लाट काटेंगे। पार्षद इन्हें शातिर तरीके से बेचकर रफू चक्कर होने की तैयारी में है। 

-तो कैसे निजी 
जिस जहरीली तालाब पर आशियाने खड़े करने की कवायद चल रही है। उसे निजी कैसे कराया गया। यह बड़ा सवाल है। वहीं गौर करने वाली बात यह है कि इसी जमीन के आसपास के खसरे जैसे खसरा क्र.-7/2, 0.405 हेक्टेयर, 6/2, 2.428 हेक्टेयर और तालाब के खसरा क्र.-8 से बिल्कुल जड़ से लगी खसरा क्र.- 10 की 7.389 हेक्टेयर भूमि शासकीय है। इसी प्रकार खसरा क्र.-11/2, 3.334 हेक्टेयर भूमि भी शासकीय है। यह भी भूमि भी तालाब से बिलकुल लगी हुई है। 

-रिकार्ड मंगवाता हूं 
पूर्व में भी शिकायत आई थी, लेकिन कुछ सामने नहीं आ पाया था। मैं इसके रिकार्ड मंगवाता हूं। 
निकुंज कुमार श्रीवास्तव, कलेक्टर भोपाल 

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