शुक्रवार, 10 मई 2013

ेेध्यान दे, जिले में न हो बाल विवाह

-कलेक्टर ने पुलिस अधीक्षक सहित अन्य को लिखा पत्र 

भोपाल। 
जिले के सभी अधिकारियों को कलेक्टर ने बाल विवाह न इस संबंध में एक पत्र लिखा है। यह पत्र विशेष तौर पर पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों को लिखा है। इसमें उन्होंने पुलिस अधीक्षक से कहा है, बाल विवाह की कुप्रथा हमारे समाज के विशेषकर ग्रामीण अंचलों में अभी भी व्याप्त है। कुछ विशेष तिथियों जैसे अक्षय तृतीया पर बड़ी संख्या में विवाह होते हैं। इन तिथियों में अवयस्क जोड़ों के विवाह भी हो जाते हैं। इन सम्मेलनों कार्यक्रमों पर विशेष नजर रखें, जिससे इस पर प्रभावी तरीके से अंकुश लग सके। ऐसे विवाह में नजर रखने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग, जनप्रतिनिधियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं की सहायता ली जाए। 

टीम की रहेगी नजर 
महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी नकी जहां कुरैशी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ संभावित क्षेत्र, जहां सामूहिक विवाह अंतर्गत बाल विवाह होना संभावित है, वहां पर महिला एवं बाल विकास विभाग की टीमेें ने जांच शुरू कर दी है। सभी सामूहिक विवाह सम्मेलनों में जिन जोड़ों की शादियां हो रही हैं, उनके दस्तावेज चैक किए जा रहे हैं। 

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