बुधवार, 1 मई 2013

मप्र के स्वास्थ्य व्यवस्था को 'इंजेक्शन' देने की तैयारी

-४५ दिन में ५० जिलों की जमीनी हकीकत देखेगी टीम 
ेभोपाल। 9893711147.
प्रदेश भर के ५० जिलों में स्वास्थ्य की जमीनी हकीकत जांच ने और सुविधाओं में कसावट लाने 1 मई से राज्य स्तरीय दल निकलेगा। निरीक्षण की शुरुआत रीवा संभाग से हो रही है। 45 लोगों की यह टीम बेड (अस्पताल में बिस्तर) को मानक मान सुविधाएं देखेगा। 
प्रदेश के इतिहास में संभत: यह पहली बार होगा, जब दौरे के दौरान मिलने वाले शिकायत-सुझावों पर तत्काल अमल में किया जाएगा। इसको लेकर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रवीरकृष्ण सिन्हा ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं। ब्लाक, विकासखंड और ग्रामीण अंचलों के अस्पतालों से लगातार मिल रही शिकायत के बाद एक न्यूनतम पैमाने के आधार पर यहां दी जा रहीं सेवाओं को देखेंगे। जिला मुयालय एवं अंचलों में यह दल स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए निकल रहा है। डेढ़ माह तक यह भ्रमण करेगा। खास बात ये है कि इसमें खास तौर जिले के अस्पताल और डिलेवरी सेंटरों का निरीक्षण किया जाएगा। यह मातृत्व और शिशु मृत्यु दर को कम करने का एक अभिनव प्रयास है। 

-सब की सेवाएं निर्धारित 
प्रवीरकृष्ण ने बताया, निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य जिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं को मानक स्तर पर लाना है। उन्होंने कहा, हर स्वास्थ्य कर्मचारी एवं चिकित्सव के लिए न्यूनतम सेवा की शर्तंे निर्धारित कर दी गई हैं। निरीक्षण दल के पास एक सूची है, जिसमें वह यह मिलान करगा अस्पताल में क्या है? और इस आधार क्या व्यवस्था होनी चाहिए। मानक अनुसार संसाधन एवं सुविधाएं न मिलने पर दंडत्मक कार्रवाई भी संभव है। वहीं सुझाव-शिकायत मिलने पर मौके पर निराकरण भी किया जाएगा। 

-उप संचालक से लेकर सीएमएचओ तक 
निरीक्षण दल में स्वास्थ्य आयुक्त, डायरेक्टर, संभागायुक्त, कलेक्टर, जिला स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएमएचओ) को भी शामिल रहेंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाया जा रहा ये अभियान 'ममता एवं आस्थाÓ अभियान की हकीकत को जानेगा। ब्लॉक खंड और विकासखंड स्तर पर इसे दल निरीक्षण जांचेगा। इस दौरान मौके से जो भी मिलेगा उसकी एक रिपोर्ट भी बनाई जाएगी। इसमें कहां, क्या मिला और किन सुविधाओं का आभाव है तथा इसमें बदलाव किस तरह संभव की तरीके शामिल होंगे। 

-एक संकल्प 
4-4 दिन के अंतराल में 17 लोगों का निरीक्षण दल ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में कसावट लाने निरीक्षण करेगा। हम एक संकल्प के साथ इस काम में जुट रहे हैं। 
प्रवीर कृष्ण सिन्हा, प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य सेवाएं

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