0 नकल कराने के लिए 700 छात्रों के रोल नंबर सेट कराए गए थे
भोपाल।
प्री मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) की साल 2013 की परीक्षा की तरह ही पीएमटी-2012 की परीक्षा में भी नकल कराने के लिए छात्रों के रोल नंबर आगे-पीछे सेट कराए गए थे। रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में व्यवसायिक परीक्षा मंडल के पूर्व नियंत्रक डॉ. पंकज त्रिवेदी, नितिन मोहिन्द्रा, अजय सेन, सीके मिश्रा, डॉ. संजीव शिल्पकार व जीएमसी अंतिम वर्ष के छात्र विकास ङ्क्षसह ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है। इस खुलासे के बाद स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने उक्त आधा दर्जन आरोपियों समेत चार अन्य के खिलाफ ाी प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है। साल 2012 की परीक्षा में करीब 700 छात्रो को नकल कराने के लिए रोल नंबर मनमाफिक तरीक से सेट कराए गए थे।
एसटीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक पीएमटी-2013 में फर्जीवाड़ा करने वाले व्यापमं के अधिकारी पूर्व नियंत्रक डॉ. पंकज त्रिवेदी, नितिन मोहिन्द्रा, अजय सेन, सीके मिश्रा, डॉ. संजीव शिल्पकार व विकास सिंह के खिलाफ इंदौर के राजेन्द्र नगर थाने में प्रकरण दर्ज कर उन्हें रिमांड पर लिया गया है। पूछताछ में पीएमटी-2012 की परीक्षा में भी करीब सात सौ अ यथिर्यों के रोल नंबर षडयंत्रपूर्वक आगे-पीछे सेट कराकर उत्तीण कराया गया था। आरोपियों से हुए खुलासे के बाद एसटीएफ ने व्यापमं के साल 2012 के क प्यूटर डाटा की जांच कराई। क प्यूटर डाटा की जांच के बाद पता चला कि करीब 700 छात्रों के रोल नंबर षडयंत्रपूर्वक सेट कराए गए थे। इसी आधार पर एसटीएफ ने डॉ. पंकज त्रिवेदी, नितिन मोहिन्द्रा, अजय सेन, सीके मिश्रा, डॉ. संजीव शिल्पकार, विकास सिंह, तरंग शर्मा निवासी भोपाल, सुधीर राय निवासी इंदौर, सोनू पचौरी निवासी भिंड, अमित निमावत निवासी झुंझनू राजस्थान के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया है। एसटीएफ की टीम ने अब साल 2012 की परीक्षा में शामिल हुए समस्त फर्जी छात्रों की जानकारी तथा संचालक चिकित्सा शिक्षा से अंतिम रूप से प्रदेश के विभिन्न शासकीय व निजी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले छात्रों की जानकारी मंगाई जा रही है। रिमांड पर लिए आरोपियों से पीएमटी-2012 की परीक्षा में शामिल हुए छात्रों से लिए पैसों की जानकारी भी उगवाई जा रही है।
तीनों आरोपी रिमांड पर
टायपिंग परीक्षा फर्जीवाड़ा मामले में बुधवार को गिर तार किए गए तीनों आरोपियों विजय सिंह लोधी, संजय अवस्थी व विजय कुमार राम को कोर्ट में पेश कर आगामी दो नवंबर तक के लिए रिमांड पर लिया गया है। आरोपी विजय लोधी व विजय कुमार राम की निशानदेही पर एसटीएफ ने गुरुवार 31 अक्टूबर को नेहरू मार्केट बरखेड़ा स्थित टायपिंग इंस्टीट्यूट के मालिक मणीवनन स्वामी पुत्र एनपी स्वामी को गिर तार कर 9 टाइपराइटर जब्त किए हैं। पूछताछ में पता चला है कि उक्त दोनों आरोपी मणीवनन को टायपिंग करने के लिए कॉपियां लाकर देते थे। दूसरी ओर मध्यप्रदेश राज्य ओपन परीक्षा फर्जीवाड़ा मामले में 30 अक्टूबर को गिर तार हुए तीनों आरोपियों को संगीता राणे, संदीप राणे व गायत्री नेगी को गुरुवार को कोर्ट में पेश किय गया, जहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश जारी हुए।
भोपाल।
प्री मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) की साल 2013 की परीक्षा की तरह ही पीएमटी-2012 की परीक्षा में भी नकल कराने के लिए छात्रों के रोल नंबर आगे-पीछे सेट कराए गए थे। रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में व्यवसायिक परीक्षा मंडल के पूर्व नियंत्रक डॉ. पंकज त्रिवेदी, नितिन मोहिन्द्रा, अजय सेन, सीके मिश्रा, डॉ. संजीव शिल्पकार व जीएमसी अंतिम वर्ष के छात्र विकास ङ्क्षसह ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है। इस खुलासे के बाद स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने उक्त आधा दर्जन आरोपियों समेत चार अन्य के खिलाफ ाी प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है। साल 2012 की परीक्षा में करीब 700 छात्रो को नकल कराने के लिए रोल नंबर मनमाफिक तरीक से सेट कराए गए थे।
एसटीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक पीएमटी-2013 में फर्जीवाड़ा करने वाले व्यापमं के अधिकारी पूर्व नियंत्रक डॉ. पंकज त्रिवेदी, नितिन मोहिन्द्रा, अजय सेन, सीके मिश्रा, डॉ. संजीव शिल्पकार व विकास सिंह के खिलाफ इंदौर के राजेन्द्र नगर थाने में प्रकरण दर्ज कर उन्हें रिमांड पर लिया गया है। पूछताछ में पीएमटी-2012 की परीक्षा में भी करीब सात सौ अ यथिर्यों के रोल नंबर षडयंत्रपूर्वक आगे-पीछे सेट कराकर उत्तीण कराया गया था। आरोपियों से हुए खुलासे के बाद एसटीएफ ने व्यापमं के साल 2012 के क प्यूटर डाटा की जांच कराई। क प्यूटर डाटा की जांच के बाद पता चला कि करीब 700 छात्रों के रोल नंबर षडयंत्रपूर्वक सेट कराए गए थे। इसी आधार पर एसटीएफ ने डॉ. पंकज त्रिवेदी, नितिन मोहिन्द्रा, अजय सेन, सीके मिश्रा, डॉ. संजीव शिल्पकार, विकास सिंह, तरंग शर्मा निवासी भोपाल, सुधीर राय निवासी इंदौर, सोनू पचौरी निवासी भिंड, अमित निमावत निवासी झुंझनू राजस्थान के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया है। एसटीएफ की टीम ने अब साल 2012 की परीक्षा में शामिल हुए समस्त फर्जी छात्रों की जानकारी तथा संचालक चिकित्सा शिक्षा से अंतिम रूप से प्रदेश के विभिन्न शासकीय व निजी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले छात्रों की जानकारी मंगाई जा रही है। रिमांड पर लिए आरोपियों से पीएमटी-2012 की परीक्षा में शामिल हुए छात्रों से लिए पैसों की जानकारी भी उगवाई जा रही है।
तीनों आरोपी रिमांड पर
टायपिंग परीक्षा फर्जीवाड़ा मामले में बुधवार को गिर तार किए गए तीनों आरोपियों विजय सिंह लोधी, संजय अवस्थी व विजय कुमार राम को कोर्ट में पेश कर आगामी दो नवंबर तक के लिए रिमांड पर लिया गया है। आरोपी विजय लोधी व विजय कुमार राम की निशानदेही पर एसटीएफ ने गुरुवार 31 अक्टूबर को नेहरू मार्केट बरखेड़ा स्थित टायपिंग इंस्टीट्यूट के मालिक मणीवनन स्वामी पुत्र एनपी स्वामी को गिर तार कर 9 टाइपराइटर जब्त किए हैं। पूछताछ में पता चला है कि उक्त दोनों आरोपी मणीवनन को टायपिंग करने के लिए कॉपियां लाकर देते थे। दूसरी ओर मध्यप्रदेश राज्य ओपन परीक्षा फर्जीवाड़ा मामले में 30 अक्टूबर को गिर तार हुए तीनों आरोपियों को संगीता राणे, संदीप राणे व गायत्री नेगी को गुरुवार को कोर्ट में पेश किय गया, जहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश जारी हुए।
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