- जनपद पंचायत फंदा व सामाजिक न्याय विभाग की लापरवाही उजागर
- न आवंटन जारी हुआ और न टेंडर के लिए आए आवेदन
भोपाल।
जनपद पंचायत फंदा व सामाजिक न्याय विभाग की लचर कार्यप्रणाली ने लगभग 60 जोड़ों को मु यमंत्री कन्यादान योजना के लाभ से वंचित कर दिया है। इन सभी 60 जोड़ों का विवाह 12 मई को जमुनिया, प्रेमपुरा व कोल्हूखेड़ी में आयोजित होने वाले विवाह स ोलनों में होने जा रहा है। हालात यह है कि इन जोड़ों के आवेदन तो जिला पंचायत में पहुंच गए हैं, लेकिन उन जोड़ों को इस योजना का लाभ देने के लिए आवंटन जारी नहीं किया गया है। हालांकि जिला पंचायत ने इन जोड़ों को ला ा देने के लिए टेंडर निकाले थे, लेकिन उसके लिए भी किसी ने आवेदन नहीं किया, जिसके चलते वह प्रक्रिया भी फेल हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार मु यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ पाने के लिए जमुनिया, प्रेमपुरा व कोल्हूखेड़ी में क्रमश: 34,10 व 15 जोड़े के विवाह के लिए विवाह स मेलन आयोजित करने वाली समितियों ने 2 मई को जनपद पंचायत फंदा में आवेदन प्रस्तुत किए थे। इन आवेदनों के आधार पर फंदा का प्रभार संभाल रहे जनपद पंचायत बैरसिया के सीईओ वि नोद यादव ने इन जोड़ों के लिए आवंटन जारी करने सहायक संचालक सामाजिक न्याय विभाग को एक पत्र भेजा तथा जोड़ों के लिए सामग्री खरीदने टेंडर भी जारी कर दिया। हालात यह है कि सहायक संचालक सामाजिक न्याय से अब तक आवंटन जारी नहीं किया गया है। इधर टेंडर की तारीख खत्म होने के बावजूद भी एक भी व्यक्ति ने टेंडर मेें हिस्सा नहीं लिया। यही नहीं जनपद पंचायत फंदा के कर्मचारियों ने इतने समय में आवेदनों के लिए होने वाली कार्यवाईयों को पूरा नहीं किया है।
लेट प्रस्ताव आने का बना रहे बहाना - जब इस मामले में सामाजिक न्याय विभाग व जनपद पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि तीनों गांवों में हो रहे विवाह स मेलनों के जोड़ों के प्रस्ताव ही लेट आए हैं। सामाजिक न्याय विभाग के सहायक अधीक्षक केएल बर्डे ने बताया कि इन तीनों विवाह स मेलन में शामिल हो रहे जोड़ों के लिए आवंटन का पत्र जिला पंचायत की ओर एक दो दिन पहले ही आया है। हमारी ओर से मौखिक रूप से जिला पंचायत को कह दिया गया है कि वह अपने मद से राशि खर्च कर लें। बाद में उन्हें यह राशि प्रदान कर दी जाएगी। इधर आठ मई तक जपं फंदा के प्रभार में रहे सीईओ विनोद यादव ने तो इस मामले से ही अपना पल्ला झाड़ लिया है। उनका कहना है कि यह कार्य फंदा सीईओ का है, मैं तो प्रभारी था। वहीं इस मामले में से जुड़े फंदा कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियोंं का कहना है कि जोड़ें के आवेदन लेट आए हैं, हालंाकि जोड़ों को कन्यादान योजना का लाभ मिले इसके प्रयास जरूर किए जा रहे हैं।
आगे बढ़ा लें तारीख - सूत्र बताते हैं कि मु यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ नहीं दे पाने व अपनी लापरवाहियों को बचाने में जुटे अधिकारियों ने विवाह स ोलन करने वालों को विवाह की तारीख आगे बढ़ाने को कहा है। हालांकि उन्होंने इसके लिए इंकार कर दिया है। सूत्र बताते हैं कि स मेलन वाले स्वयं के खर्चे से ही पूरे जोड़ों का विवाह करेंगे।
8 मई तक जनपद पंचायत फंदा का प्रभार मेरे पास था। वर्तमान में फंदा सीईओ अजय कुमार शुक्ला है, उन्हीें को इस मामले की पूरी स्थिति पता होगी।
विनोद यादव, सीईओ जनपद पंचायत बैरसिया
करीब 60 जोड़े अधिकारियों की लापरवाही से मु यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ लेने से वंचित हो रहे हैं। विवाह स मेलन में केवल एक दिन बचा है। 12 मई को विवाह संपन्न हो जाएंगे। हालंाकि जोड़ों के आवेदन समय से विभाग को प्राप्त हो गए थे।
अनोखी मान सिंह पटेल , अध्यक्ष जनपद पंचायत फंदा
- न आवंटन जारी हुआ और न टेंडर के लिए आए आवेदन
भोपाल।
जनपद पंचायत फंदा व सामाजिक न्याय विभाग की लचर कार्यप्रणाली ने लगभग 60 जोड़ों को मु यमंत्री कन्यादान योजना के लाभ से वंचित कर दिया है। इन सभी 60 जोड़ों का विवाह 12 मई को जमुनिया, प्रेमपुरा व कोल्हूखेड़ी में आयोजित होने वाले विवाह स ोलनों में होने जा रहा है। हालात यह है कि इन जोड़ों के आवेदन तो जिला पंचायत में पहुंच गए हैं, लेकिन उन जोड़ों को इस योजना का लाभ देने के लिए आवंटन जारी नहीं किया गया है। हालांकि जिला पंचायत ने इन जोड़ों को ला ा देने के लिए टेंडर निकाले थे, लेकिन उसके लिए भी किसी ने आवेदन नहीं किया, जिसके चलते वह प्रक्रिया भी फेल हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार मु यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ पाने के लिए जमुनिया, प्रेमपुरा व कोल्हूखेड़ी में क्रमश: 34,10 व 15 जोड़े के विवाह के लिए विवाह स मेलन आयोजित करने वाली समितियों ने 2 मई को जनपद पंचायत फंदा में आवेदन प्रस्तुत किए थे। इन आवेदनों के आधार पर फंदा का प्रभार संभाल रहे जनपद पंचायत बैरसिया के सीईओ वि नोद यादव ने इन जोड़ों के लिए आवंटन जारी करने सहायक संचालक सामाजिक न्याय विभाग को एक पत्र भेजा तथा जोड़ों के लिए सामग्री खरीदने टेंडर भी जारी कर दिया। हालात यह है कि सहायक संचालक सामाजिक न्याय से अब तक आवंटन जारी नहीं किया गया है। इधर टेंडर की तारीख खत्म होने के बावजूद भी एक भी व्यक्ति ने टेंडर मेें हिस्सा नहीं लिया। यही नहीं जनपद पंचायत फंदा के कर्मचारियों ने इतने समय में आवेदनों के लिए होने वाली कार्यवाईयों को पूरा नहीं किया है।
लेट प्रस्ताव आने का बना रहे बहाना - जब इस मामले में सामाजिक न्याय विभाग व जनपद पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि तीनों गांवों में हो रहे विवाह स मेलनों के जोड़ों के प्रस्ताव ही लेट आए हैं। सामाजिक न्याय विभाग के सहायक अधीक्षक केएल बर्डे ने बताया कि इन तीनों विवाह स मेलन में शामिल हो रहे जोड़ों के लिए आवंटन का पत्र जिला पंचायत की ओर एक दो दिन पहले ही आया है। हमारी ओर से मौखिक रूप से जिला पंचायत को कह दिया गया है कि वह अपने मद से राशि खर्च कर लें। बाद में उन्हें यह राशि प्रदान कर दी जाएगी। इधर आठ मई तक जपं फंदा के प्रभार में रहे सीईओ विनोद यादव ने तो इस मामले से ही अपना पल्ला झाड़ लिया है। उनका कहना है कि यह कार्य फंदा सीईओ का है, मैं तो प्रभारी था। वहीं इस मामले में से जुड़े फंदा कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियोंं का कहना है कि जोड़ें के आवेदन लेट आए हैं, हालंाकि जोड़ों को कन्यादान योजना का लाभ मिले इसके प्रयास जरूर किए जा रहे हैं।
आगे बढ़ा लें तारीख - सूत्र बताते हैं कि मु यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ नहीं दे पाने व अपनी लापरवाहियों को बचाने में जुटे अधिकारियों ने विवाह स ोलन करने वालों को विवाह की तारीख आगे बढ़ाने को कहा है। हालांकि उन्होंने इसके लिए इंकार कर दिया है। सूत्र बताते हैं कि स मेलन वाले स्वयं के खर्चे से ही पूरे जोड़ों का विवाह करेंगे।
8 मई तक जनपद पंचायत फंदा का प्रभार मेरे पास था। वर्तमान में फंदा सीईओ अजय कुमार शुक्ला है, उन्हीें को इस मामले की पूरी स्थिति पता होगी।
विनोद यादव, सीईओ जनपद पंचायत बैरसिया
करीब 60 जोड़े अधिकारियों की लापरवाही से मु यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ लेने से वंचित हो रहे हैं। विवाह स मेलन में केवल एक दिन बचा है। 12 मई को विवाह संपन्न हो जाएंगे। हालंाकि जोड़ों के आवेदन समय से विभाग को प्राप्त हो गए थे।
अनोखी मान सिंह पटेल , अध्यक्ष जनपद पंचायत फंदा
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