-अब होगी सहायक शिक्षिका की जांच, कटेगा वेतन
-अपर कलेक्टर ने डीईओ को लिखा, जांच कर अवगत कराएं
भोपाल।
कलेक्टर की जनसुनवाई में शा. प्राथमिक शाला जूनापानी की सहायक शिक्षिका चंद्रकांता सोलंकी को नगर निगम सीमा में स्थानांतरण का आवेदन देना महंगा पड़ गया है। जैसे ही चंद्रकांता ने अपर कलेक्टर बसंत कुर्रे को आवेदन दिया तो वे पूछ बैठे क्या आज स्कूल में अवकाश है। और आप स्थानांतरण का आवेदन दे रही हो क्या ये सही है? चंद्रकांता के मुह से शब्द ही नहीं निकले। श्री कुर्रे ने तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी को आवेदन पर लिखा कि सात दिन में जांच कर अवगत कराएं कि क्या सहायक शिक्षिका स्कूल से अवकाश या सकुंल केंद्र से अनुमति लेकर जनसुनवाई में आई हैं। वहीं फोन पर निर्देश दिए कि यदि ऐसा नहीं है तो शिक्षिका का वेतन कांटे। उन्होंने डीईओ को जांच के लिए सात दिन का समय दिया।
मंगलवार को यहां ६५ शिकायती आवेदन दिए। स्थानांतरण के लिए आवेदन देते हुए अपर कलेक्टर को श्रीमती सोलंकी ने बताया कि उनका पूरा परिवार भोपाल में रहता है और वह स्वयं शुगर की मरीज होने के साथ साथ उनके घुटनों में असहनीय दर्द रहता है। ऐसी स्थिति में जूनापानी जैसे गांव में जाना मुश्किल पड़ रहा है, लेकिन अपर कलेक्टर ने उल्टा पूछ लिया आप स्कूल समय में यहां कैसे? जब चंद्रकांता कुछ बोल नहीं सकती तो उन्होंने जांच के निर्देश दे दिए। सुनवाई में इमरति बाई (९०) ने शिकायती आवेदन दिया कि ११, न्यू सब्जी मंडी में मेरे नाम से दुकान आवंटित है, जिस पर मनोज खटीक, सचिन खटीक सहित अन्य ने कब्जा कर लिया है। पहले यह दुकान किराए से दी थी, लेकिन वह किराया नहीं दे रहे हैं। उल्टा मुझे जान से माने की धमी दे रहे हैं। श्री कुर्रे ने एसपी उत्तर को तत्काल जांच के लिए लिखा। टीप में लिखा कि आवेदिका अत्यंत वृद्ध है, मामले की जांच के बाद कार्यवाही से अवगत कराएं।
पंजाबी बाग गोविंदपुरा निवासी तीरथ एवं अन्य लोगों ने अपने शिकायती आवेदन में प्लाट नंबर सात पंजाबी बाग में बोर करवाकर अवैध रूप से पानी को मार्केट में बेचे जाने की बात कही है। तीरथ ने बताया, यह बोर देवेंद्र सिंह नामक व्यक्ति ने कराया है और वह उस पानी को बेच रहा है, जो कि अनुचित है। उन्होंने कहा, इस मामले की शिकायत आयुक्त नगर निगम सहित अन्य आला अधिकारियों से भी की है। ेबावजूद इसके निराकरण नहीं हुआ। पिपलानी निवासी सुनील तिवारी ने बीज निगम के प्रबंध संचालक आरआर करसोलिया पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए। श्री तिवारी ने आवेदन में लिखा कि श्री करसोलिया ने शासकीय संपत्ति की चोरी कर करोड़ों रुपए प्राप्त किए। पूर्व में इनके यहां छापा पड़ चुका। श्री करसोलिया पर लोकायुक्त विभाग द्वारा ट्रेप किए जाने एवं संगीन अपराध में पकड़े जाने पर भी लेनदेन व सांठगांठ कर प्रकरण को रफा-दफा करवा लिया है। इस मामले की जांच की जाए।
यहां आए 7 आवेदन
संभागायुक्त कार्यालय में 7 शिकायती आवेदन आए। सभी को संभागायुक्त एसबी सिंह ने सुना और निराकरण के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया।
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