रविवार, 5 मई 2013

जिला पंचायत : कांग्रेस ने की कब्जे की तैयारी

-बन गई घमासान की स्थिति, भाजपा की छुट्टी तय 
भोपाल। 
जिला पंचायत में अध्यक्ष मीना गोयल और उपाध्यक्ष कल्पना मीना की कुर्सी खतरे में आती दिखाई दे रही है। दोनों के खिलाफ पंचायत सदस्यों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 10 मई को वोटिंग होना है। इसको लेकर दोनों पार्टियों में घमासान मचा हुआ है। कांगे्रस जहां इसे विधानसभा चुनाव से जोड़कर देख रही है, वहीं भाजपा अपनी साख बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। 
दोनों ने ही सदस्यों की मान-मनोव्वल करना भी शुरू कर दी है। हालांकि प्रथम तौर पर कांग्रेस कुर्सी पर कब्जा जमाती दिखाई दे रही है। कांग्रेस पूर्व की तरह किसी प्रकार की गलती करने के मूड में नहीं है। कांग्रेस में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेसी सदस्यों ने बैरसिया व फंदा में सदस्यों को अपने पक्ष में करने के लिए जिम्मेदारी तय कर ली है। 

-ऐसे शुरू हुआ था घमासान 
जिला पंचायत के सदस्य अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के विरोध में अविश्वास प्रस्ताव लाए थे। इसको लेकर उन्होंने कलेक्टर व प्रभारी कमिश्नर निकुंज कुमार श्रीवास्तव को प्रस्ताव भी सौंपा था। प्रस्ताव पर छह सदस्यों के हस्ताक्षर तो थे, मौके पर 4 लोग ही उपस्थित थे। इसके बाद कलेक्टर ने एक साथ आने को कहा था। फिर सभी सदस्यों ने कलेक्टर के सामने उपस्थिति दर्ज कराई थी। हालांकि कलेक्टर ने सभी से इस प्रस्ताव के संबंध में पूछा। सभी सदस्यों ने कलेक्टर से अध्यक्ष-उपाध्यक्ष को एक स्वर में हटाने को कहा। सभी की आमसहमति सामने आने के बाद कलेक्टर ने जहां वोटिंग के लिए दस मई का दिन तय किया। साथ ही बसंत कुर्रे को पीठासीन अधिकारी नियुक्त कर दिया। 

-ऐसे चुने जाएंगे अध्यक्ष-उपाध्यक्ष 
जिला पंचायत में अध्यक्ष की सीट रिजर्व होने के कारण भगवती मेहर
का नाम लगभग तय माना जा रहा है। 
कांग्रेस के सभी सदस्यों ने इस पर अपनी मोहर लगाई है। हालांकि इनके  भाजपा में होने के कारण थोड़ी मशक्कत जरूर कांग्रेस नेताओं को करनी पड़ रही है। एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, भगवती मेहर को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई जा सकती है। इसके बाद सभी के वोट से इन्हें अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचाया जाएगा। वहीं उपाध्यक्ष के लिए भी एक वरिष्ठ सदस्य का नाम लगभग तयह माना जा रहा है। विवाद की स्थिति बनने पर चयन पर्ची डाल होगा। 

-इन्होंने ने किया समर्थन
अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में सोमवार को छह सदस्यों कांग्रेस के
विष्णु विश्वकर्मा, ममता मीना, नौरंग गुर्जर, पार्वती राजपूत और भाजपा 
की मधु मनोज वशिष्ठ व भगवती किशनलाल मेहर कलेक्टर के समक्ष पेश हुए। सभी ने एकजुटता दिखाई। सूत्रों के अनुसार अविश्वास प्रस्ताव पर जिपं सदस्य सीमा रघुवीर मीना व ठाकुर सुरेन्द्र सिंह सालंकी भी आ गए हैं। 

-इनकी होगी जिम्मेदारी 
जिपं में चल रहे घटनाक्रम पर नजर रखने के साथ ही सभी सदस्यों को सहेजने की जिम्मेदारी पूर्व सांसद सुरेन्द्र सिंह ठाकुर व वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेन्द्र सिंह चौहान को दी गई है। सूत्रों के अनुसार पूरे घटनाक्रम पर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी नजर रखे हुए हैं। वहीं ग्रामीण नेताओं से भी ेचर्चाओं का दौर चल रहा है। कांग्रेसी अविश्वास प्रस्ताव को लेकर किसी  प्रकार की कोर कसर नहीं छोडऩा चाहते। 

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