-सर्वे के साथ शुरू हुई कवायद
भोपाल।
अब झुग्गी वासियों को दो तरह के पट्टे प्रशासन बांटेगा। एक स्थाई और दूसरा अस्थाई पट्टा होगा। स्थाई पट्टे केवल उन्हीं झुग्गीवासियों को मिलेंगे, जिन्हें उनके मूल स्थान से नहीं हटाया जाना है। अन्य सभी को अस्थाई पट्टे मिलेंगे।
इस पट्टे के पीछे स्पष्ट लिखा होगा कि उन्हें अन्य क्षेत्र में विस्थापित किया जाएगा, उसके बाद स्थाई पट्टे दिए जाएंगे। स्थाई और अस्थाई पट्टे किसे दिए जाएंगे, इसका चयन भी समिति के माध्यम होगा। यह हम नहीं बल्कि झुग्गीबस्तियों के सर्वे के लिए जारी किए गए शासन का सर्कुलर कह रहा है। इस पर जारी हो रहे पट्टे की खास बात यह भी होगी कि यह पट्टे लाल व पीले कलर के होंगे। इन पर पति व पत्नी दोनों का फोटो चस्पा होगा साथ ही बायोमेट्रिक तरीके से अंगूठे का निशान भी लिया जाएगा।
यहां आएगी परेशानी
45, 60 व 80 वर्गमीटर के प्लाट को छोड़कर अन्य जगह सरेंडर करने में जहां विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है, वहीं स्थाई व अस्थाई पट्टों को लेकर भी विवाद गहराना तय है। अधिकतर झुग्गीवासी विस्थापित होकर अन्य जगह जाना पसंद नहीं करेंगे, यदि उन्हें अस्थाई पट्टे दिए गए तो विवाद होना तय ही है। हालांकि अधिकारियों का मानना है कि झुग्गीवासियों को यदि जमीन का हक मिल रहा है तो वह विवाद नहीं पैदा करेंगे। स्थाई ही नहीं बल्कि अस्थाई पट्टा भी हसर्ष स्वीकार कर लेंगे।
-योजना बनाई है
जहां आने वाले समय झुग्गीवासियों को विस्थापित करना है। उन्हें अस्थाई पट्टा दिया जाएगा। इसको लेकर योजना बन गई है। वहीं अन्य को स्थाई पट्टे दिए जाएंगे।
राजेश श्रीवास्तव, एसडीएम हुजूर ग्रामीण
भोपाल।
अब झुग्गी वासियों को दो तरह के पट्टे प्रशासन बांटेगा। एक स्थाई और दूसरा अस्थाई पट्टा होगा। स्थाई पट्टे केवल उन्हीं झुग्गीवासियों को मिलेंगे, जिन्हें उनके मूल स्थान से नहीं हटाया जाना है। अन्य सभी को अस्थाई पट्टे मिलेंगे।
इस पट्टे के पीछे स्पष्ट लिखा होगा कि उन्हें अन्य क्षेत्र में विस्थापित किया जाएगा, उसके बाद स्थाई पट्टे दिए जाएंगे। स्थाई और अस्थाई पट्टे किसे दिए जाएंगे, इसका चयन भी समिति के माध्यम होगा। यह हम नहीं बल्कि झुग्गीबस्तियों के सर्वे के लिए जारी किए गए शासन का सर्कुलर कह रहा है। इस पर जारी हो रहे पट्टे की खास बात यह भी होगी कि यह पट्टे लाल व पीले कलर के होंगे। इन पर पति व पत्नी दोनों का फोटो चस्पा होगा साथ ही बायोमेट्रिक तरीके से अंगूठे का निशान भी लिया जाएगा।
यहां आएगी परेशानी
45, 60 व 80 वर्गमीटर के प्लाट को छोड़कर अन्य जगह सरेंडर करने में जहां विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है, वहीं स्थाई व अस्थाई पट्टों को लेकर भी विवाद गहराना तय है। अधिकतर झुग्गीवासी विस्थापित होकर अन्य जगह जाना पसंद नहीं करेंगे, यदि उन्हें अस्थाई पट्टे दिए गए तो विवाद होना तय ही है। हालांकि अधिकारियों का मानना है कि झुग्गीवासियों को यदि जमीन का हक मिल रहा है तो वह विवाद नहीं पैदा करेंगे। स्थाई ही नहीं बल्कि अस्थाई पट्टा भी हसर्ष स्वीकार कर लेंगे।
-योजना बनाई है
जहां आने वाले समय झुग्गीवासियों को विस्थापित करना है। उन्हें अस्थाई पट्टा दिया जाएगा। इसको लेकर योजना बन गई है। वहीं अन्य को स्थाई पट्टे दिए जाएंगे।
राजेश श्रीवास्तव, एसडीएम हुजूर ग्रामीण
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