बुधवार, 1 मई 2013

कब्जा कर रास्ता रोका, धमका रहा ग्रामीणों को

-कलेक्टर की जनसुनवाई में आए 126 आवेदन, कमिश्नर ने सुनी दो की 
भोपाल। 
भदभदा के गांव आमोली में 6 एकड़ सरकारी जमीन पर एक स्थानीय नेतागिरी करने वाले एक व्यक्ति कब्जा जमा लिया है। इस जमीन से होकर गुजरने वाले रास्ते पर भी कब्जा किया है। वह अब उल्टा ग्रामीणों को धमका रहा है। रास्ते पर अतिक्रमण होने से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। 
कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के दौरान १२६ लोगों ने अपनी व्यथा बताई। वहीं कमिश्नरी में दो लोगों ने ही शिकायती आवेदन दिया। कलेक्ट्रेट में डिप्टी कलेक्टर अमरजीत सिंह पवार और आरएस परिहार सुनवाई कर रहे थे। ग्रामीणों ने उन्हें बताया, तहसील और जिला पंचायत के साथ ही पुलिस को भी शिकायत की गई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। धमकी दिए जाने से पूरा दहशत में है। गांव में कभी भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। शिकायत करते हुए आमोली भदभदा पंचायत के नारायण सिंह सहित दो दर्जन से ज्यादा गांववालों ने बताया, गांव में इंदिरा आवास के तहत कॉलोनी बनानी जा रही है। इससे लगी ६ एकड़ शासकीय भूमि करोड़ों रुपए की है। इस पर इस रसूखदार का कब्जा है। इस पर इसने फेंसिंग कर र्इंटों धंधा शुरू कर दिया है। वहीं इस सरकारी जमीन की फर्जी रजिस्ट्री भी करवा ली। बेजा कब्जा होने से गांव का रास्ता बंद हो गया है। शिकायत सुनने के बाद श्री पवार और श्री परिहार ने तत्काल तहसीलदार को जांच करके अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। मंगलवार को कमिश्नर कार्यालय में उपायुक्त सीएल डोडियार ने दो आवेदकों की समस्याएं सुनीं व संबंधित अधिकारियों को प्रकरण निराकरण के निर्देश दिए। 

-रास्ते पर ताना मकान 
सुरेंद्र नगर और पारस नगर के रहवासियों ने बताया, गांव के आम रास्ते पर नेतागीरी करने वाले एक व्यक्ति ने मकान बना लिया है। इससे रास्ता बंद हो गया है, जिससे मजबूरी में निजी जमीन से गुजरना पड़ता है। इस पर एसडीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए गए। ग्राम सालम बरखेड़ा निवासी बटनलाल ने कहा, पट्टे पर मिली उसकी जमीन पर गांव के स्थानीय लोगों ने कब्जा जमा लिया है। यहां से मुझे मारपीट कर भगा दिया है। इस पर एसडीएम हुजूर को निर्देश दिए गए कि मौके का मुआयना करें और कब्जा मिलने पर तत्काल हटाएं। 

-जनश्री बीमा राशि नहीं मिली
वन ट्री हिल्स बैरागढ़ निवासी दशरथ की पत्नी की मृत्यु के बाद जनश्री बीमा योजना के तहत प्रकरण में 30 हजार रुपए की राशि स्वीकृत हुई थी परंतु राशि का भुगतान नहीं किया गया। इस पर आयुक्त नगर निगम को बीमा राशि के भुगतान के आदेश दिए गए। दरवाजी ग्राम के देवेंद्र, माखन और जसवंत ने बताया कि सार्वजनिक उपयोग के लिए लगाए गए हैंडपंपों पर रसूखदारों ने कब्जा कर लिया है, जिससे पूरा गांव भीषण गर्मी में पेयजल संकट से जूझ रहा है। इस पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को लिखा गया है कि तत्काल जांच करके बेजा कब्जे हटाएं और कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी करें।

धोखे से हड़पी रकम 
पुश्तैनी मकान को बेचने के कागजात पर धोखे से दस्तखत करवा लिए और जो रकम मिली तो हड़प गए। छावनी, वार्ड-17 में रहने वाले मोहम्मद आबिद ने यह बात अधिकारियों से कही, उसने बताया मेरे सगे चार भाई और पांच बहनों ने ही यह धोखे बाजी की। आबिद की शिकायत पर नगर निगम आयुक्त को जांच सौंपी गई है, ताकि मकान के मालिकाना हक के बारे में असलियत पता करके हिस्सा दिलाया जा सके।

-मैं परेशान हूं, कंजूस नहीं!
मैं परेशान हूं, कंजूस नहीं! इब्राहिमगंज निवासी रामचरण ने अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहा, मुझे हर कोई कंजूस और मक्खीचूस कहता है, जिसको लेकर हाथापाई तक हो गई। अब हनुमानगंज पुलिस रिपोर्ट नहीं लिख रही है। दरअसल, रामचरण की पत्नी और बेटे एक ही मकान होने के बाद भी अलग रहते हैं। ऐसे में उनका खर्च कम और बचत ज्यादा है। दूसरी ओर, मोहल्ले में रहने वाले प्रदीप का उनके बीबी बच्चों के पास आना जाना है, जोकि आए दिन उनको कंजूस और मक्खीचूस कहकर चिढ़ाता और अपमानित करता है। मना करने पर मारपीटी भी करता है। इस मामले को कड़ी कार्रवाई के लिए एसएसपी को निर्देशित किया गया है। 

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