-भेल के मिनी ज्वाइंट कमेटी की बैठक में लिया निर्णय
भोपाल।
भेल में दीपावली बोनस को लेकर सोमवार को नई दिल्ली में ज्वाइंट कमेटी की बैठक के आयोजित की गई है। इस बैठक से पूर्व गुरुवार को भोपाल यूनिट में मिनी ज्वाइंट कमेटी की बैठक हुई। इसमें ईडी शशि रंजन प्रसाद ने दिल्ली जाने वाले यूनियन प्रतिनिधियों से चर्चा की। इसमें निर्णय लिया कि वह इस बार भेल प्रबंधन द्वारा तय किए गए पीपीपी मोड पर दिवाली पर कर्मचारियों को बोन स्वीकार नहीं करेंगे। इसका सभी यूनियन प्रतिनिधियों ने स्वागत किया। चर्चा में बोनस के अलावा टाउनशिप की बदहाल स्थिति के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को बदलने की मांग की गई। बैठक में ईडी प्रसाद ने भेल की वतर्मान स्थिति खराब होने के बारे में जानकारी दी। इसलिए यह साफ है कि पिछले साल के मुकाबले ज्यादा बोनस की उम्मीद कमर्चारियों को नहीं करना चाहिए। वहीं यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा, सोमवार को बोनस के रूप में मिलने वाला लाभांश पिछले साल का है। इसलिए कर्मचारियों को पिछले साल के मुकाबले कम से कम 10 से 15 बोनस ज्यादा चाहिए। वर्तमान परिस्थितियों से इसको नहीं जोड़ना चाहिए। श्री प्रसाद ने बताया कि प्रबंधन बोनस के लिए अब प्लांट परफार्मेंस पेमेंट (पीपीपी) फार्मूला उपयोग करेगी। इसे सभी कमर्चारियों को काम के आधार पर ही बोनस मिलेगा। इसे यूनियन प्रतिनिधियों ने मानने से इंकार करते हुए कहा कि लाभांश कभी व्यक्ति के आधार पर नहीं दिया जा सकता। पिछली बैठक में भी इसे नकार दिया गया था।
-टाउनशिप पर भी चर्चा
बैठक में टाउनशिप की लगातार खराब हो रही स्थिति के बारे में भी चर्चा हुई। एचएमएस, इंटक व कमर्चारी ट्रेड यूनियन ने व्यवस्था बदलने की मांग की। ईडी प्रसाद ने माना कि इस समय टाउनशिप में मकान व सड़क के साथ अन्य व्यवस्थाएं काफी खराब है। वह कारखाने की स्थिति सुधारने के चक्कर में बाहर ध्यान नहीं दे पाए। भेल कमर्चारी ट्रेड यूनियन के महा सचिव मोह मद फारुक ने नगर प्रशासन का स्टाफ कम करने और इसके सभी विभागों में फेरबदल की मांग की। साथ ही ऐसे अधिकारी को नगर प्रशासक बनाने को कहा जो टाउनशिप को सुधारने का प्रयास करे। इस समय तो अधिकारी प्रयास ही नहीं कर रहे हैं। ईडी ने तुरंत ही इस तरफ ध्यान देने का आश्वासन दिया।
भोपाल।
भेल में दीपावली बोनस को लेकर सोमवार को नई दिल्ली में ज्वाइंट कमेटी की बैठक के आयोजित की गई है। इस बैठक से पूर्व गुरुवार को भोपाल यूनिट में मिनी ज्वाइंट कमेटी की बैठक हुई। इसमें ईडी शशि रंजन प्रसाद ने दिल्ली जाने वाले यूनियन प्रतिनिधियों से चर्चा की। इसमें निर्णय लिया कि वह इस बार भेल प्रबंधन द्वारा तय किए गए पीपीपी मोड पर दिवाली पर कर्मचारियों को बोन स्वीकार नहीं करेंगे। इसका सभी यूनियन प्रतिनिधियों ने स्वागत किया। चर्चा में बोनस के अलावा टाउनशिप की बदहाल स्थिति के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को बदलने की मांग की गई। बैठक में ईडी प्रसाद ने भेल की वतर्मान स्थिति खराब होने के बारे में जानकारी दी। इसलिए यह साफ है कि पिछले साल के मुकाबले ज्यादा बोनस की उम्मीद कमर्चारियों को नहीं करना चाहिए। वहीं यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा, सोमवार को बोनस के रूप में मिलने वाला लाभांश पिछले साल का है। इसलिए कर्मचारियों को पिछले साल के मुकाबले कम से कम 10 से 15 बोनस ज्यादा चाहिए। वर्तमान परिस्थितियों से इसको नहीं जोड़ना चाहिए। श्री प्रसाद ने बताया कि प्रबंधन बोनस के लिए अब प्लांट परफार्मेंस पेमेंट (पीपीपी) फार्मूला उपयोग करेगी। इसे सभी कमर्चारियों को काम के आधार पर ही बोनस मिलेगा। इसे यूनियन प्रतिनिधियों ने मानने से इंकार करते हुए कहा कि लाभांश कभी व्यक्ति के आधार पर नहीं दिया जा सकता। पिछली बैठक में भी इसे नकार दिया गया था।
-टाउनशिप पर भी चर्चा
बैठक में टाउनशिप की लगातार खराब हो रही स्थिति के बारे में भी चर्चा हुई। एचएमएस, इंटक व कमर्चारी ट्रेड यूनियन ने व्यवस्था बदलने की मांग की। ईडी प्रसाद ने माना कि इस समय टाउनशिप में मकान व सड़क के साथ अन्य व्यवस्थाएं काफी खराब है। वह कारखाने की स्थिति सुधारने के चक्कर में बाहर ध्यान नहीं दे पाए। भेल कमर्चारी ट्रेड यूनियन के महा सचिव मोह मद फारुक ने नगर प्रशासन का स्टाफ कम करने और इसके सभी विभागों में फेरबदल की मांग की। साथ ही ऐसे अधिकारी को नगर प्रशासक बनाने को कहा जो टाउनशिप को सुधारने का प्रयास करे। इस समय तो अधिकारी प्रयास ही नहीं कर रहे हैं। ईडी ने तुरंत ही इस तरफ ध्यान देने का आश्वासन दिया।
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