-मौके से जब्त किया 7 क्विंटल लोहा, 2 बोरी सीमेंट
भोपाल।
टीटी नगर तहसीलदार पीएच त्रिपाठी ने रविवार को कलियासोत डेम दशहरा मैदान पर अवैध रूप किए जा रहे मंदिर निर्माण को रुकवाया। मौके से उन्होंने 7 क्विंटल लोहा और 2 बोरी सीमेंट भी जब्ती में ली है।
अवैध रूप से किए जा रहे इस निर्माण की पूर्व में शिकायत मिली थी। तहसीलदार श्री त्रिपाठी ने बताया, यह निर्माण देवीलाल वर्मा पेशे से ठेकेदार द्वारा किया जा रहा था। देवीलाल पर अवैध कब्जा और निर्माण किए जाने का प्रकरण दर्ज किया गया है। साथ ही देवीलाल को चेतावनी दी गई है यदि निर्माण दोबारा शुरू किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है श्री त्रिपाठी पूर्व में भी इस मंदिर निर्माण को रुकवाया था। लेकिन आचार संहिता लगने के बाद देवीलाल ने दोबारा काम शुरू कर दिया। सोमवार को मंदिर निर्माण के लिए बनवाए गए 6 पिलरों वाले स्ट्रेक्चर को तोड़ा जाएगा। श्री त्रिपाठी ने बताया इसका हर्जा-खर्चा भी अतिक्रमणकर्ता से वसूला जाएगा। श्री त्रिपाठी ने बताया, जब देवीलाल से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि रीवा के कोई श्री तिवारी है जो इसका निर्माण करवा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इस मंदिर निर्माण के पीछे कुछ राजनीतिक दलों के स्थानीय कार्यकर्ताओं का हाथ है। हालांकि यह खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। प्रशासन भी इनके नाम उजागर करने बच रही है।
भोपाल।
टीटी नगर तहसीलदार पीएच त्रिपाठी ने रविवार को कलियासोत डेम दशहरा मैदान पर अवैध रूप किए जा रहे मंदिर निर्माण को रुकवाया। मौके से उन्होंने 7 क्विंटल लोहा और 2 बोरी सीमेंट भी जब्ती में ली है।
अवैध रूप से किए जा रहे इस निर्माण की पूर्व में शिकायत मिली थी। तहसीलदार श्री त्रिपाठी ने बताया, यह निर्माण देवीलाल वर्मा पेशे से ठेकेदार द्वारा किया जा रहा था। देवीलाल पर अवैध कब्जा और निर्माण किए जाने का प्रकरण दर्ज किया गया है। साथ ही देवीलाल को चेतावनी दी गई है यदि निर्माण दोबारा शुरू किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है श्री त्रिपाठी पूर्व में भी इस मंदिर निर्माण को रुकवाया था। लेकिन आचार संहिता लगने के बाद देवीलाल ने दोबारा काम शुरू कर दिया। सोमवार को मंदिर निर्माण के लिए बनवाए गए 6 पिलरों वाले स्ट्रेक्चर को तोड़ा जाएगा। श्री त्रिपाठी ने बताया इसका हर्जा-खर्चा भी अतिक्रमणकर्ता से वसूला जाएगा। श्री त्रिपाठी ने बताया, जब देवीलाल से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि रीवा के कोई श्री तिवारी है जो इसका निर्माण करवा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इस मंदिर निर्माण के पीछे कुछ राजनीतिक दलों के स्थानीय कार्यकर्ताओं का हाथ है। हालांकि यह खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। प्रशासन भी इनके नाम उजागर करने बच रही है।
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