बुधवार, 23 अक्टूबर 2013

जुत्शी के डोज से कलेक्टर को आया होश

-आनन-फानन में सर्च किया जिला, 414 मतदान केंद्रों को क्रिटिकल जोझन घोषित 
-कलेक्टर ने कहा था जिले में कोई दबंग नहीं 
दीपक विश्वकर्मा 7869301879
सागर। 
उप निर्वाचन आयुक्त विनोद जुत्शी की फटकार के बाद आखिरकार कलेक्टर योगेन्द्र शर्मा ने अपनी गलती सुधार ली है। उन्होंने 10 अक्टूबर को हुई एक बैठक में दावा किया था, सागर में कहीं दबंगाई नहीं है, जहां मत प्रभावित हो सकें। लेकिन जिले के 414 मतकेंद्रों को क्रिटिकल जोझन में दर्शा खुद को बेकफुट पर ले लिया है। 
आनन-फानन में की गई जांच के बाद उन्हें अपने मातहतों ने बताया, जिले में 414 ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां मत प्रभावित होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। पुष्ट खबरियों के अनुसार यह रिपोर्ट देख कलेक्टर खुद दंग   रह गए। इसके बाद जिले के कुल संख्या 1,807 मत केंद्रों में से 414 को क्रिटिकल जोझन में शामिल किया गया। 
माना जा रहा है कि इन केंद्रों को क्रिटिकल जोझन में लिए जाने से प्रशासन की मशक्कत ओर बढ़ गई है। विधानसभा निर्वाचन के दौरान इन केंद्रों पर हरपल होने वाली हरकतों की लाइव वीड़ियों रिर्काडिंग होगी। वहीं उड़न दस्ते भी यहां ज्यादा सक्रीय रहेंगे। जिले में इस समय कुल मतदाताओं की संख्या 15,42,057 (पंद्रह लाख ब्यालीस हजार सत्तावन) हैं। 
यहां मतदान के दौरान वोटिंग का प्रतिशत कम या ज्यादा होने पर केंद्रों पर 107/116 की प्रतिबंधात्मक कार्रवाई होना तय है। वल्नरेबल मैपिंग के अंतर्गत 127 मतदान केंद्रों को रखा गया है। जिसमें ऐसे मतदान केंद्र आते हैं जहां किसी व्यक्ति या समूह लारा मतदाता को वोट डालने से रोका जाता है। या उन्हें धमकाया जाता है। 

उपनिर्वाचन आयुक्त की खाई थी फटकार 
जुत्शी 10 अक्टूबर को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय में भोपाल, चंबल, ग्वालियर, सागर और होशंगाबाद संभाग की चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। जुत्शी लारा कलेक्टरों से वल्नरेबल मैपिंग के बारे में जानकारी देते हुए जिले में धमकाने वाले और डरने वालों दोनों की सूची बनवाई। इस पर सागर कलेक्टर योगेन्द्र शर्मा ने कहा था कि उनके जिले में कोई दबंग नहीं है। न ही डरने-धमकाने वाला व्यक्ति है। शर्मा के जवाब से चकित जुत्शी ने उन्हें वल्नरेबल मैपिंग करने के निर्देश दिए। 
कलेक्टर करेंगे वेब कास्टिंग की व्यवस्था
क्रिटिकल मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था इस बार कलेक्टर स्वयं करेंगे। उप निर्वाचन आयुक्त के निर्देशानुसार यह व्यवस्था स्वयं कलेक्टर को करने के निर्देश दिए गए है। जिसके तहत क्रिटिकल घोषित किए गए मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर इसकी लाइव वीड़ियों रिकार्डिंग भी की जा सकती है। लेकिन इसका निर्णय प्रत्याशियों की फाइनल लिस्ट आने के बाद होगा। क्रिटिकल घोषित 414 पोलिंग बूथों की निगरानी के लिए स्टेटिकटीम व फ्लाइंगस्कोट टीम का गठन किया है। जो समय-समय पर दस्तक देकर इन मतदान केंद्रों की निगरानी करेगी। 
इस कारण बनाए गए क्रिटिकल
क्रिटिकल घोषित किए गए इन मतदान केंद्रों पर पिछले विस चुनाव में107/116 की धारा के अंतर्गत कलेक्टर लारा प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के केस ज्यादा या कम मतदाताओं लारा वोट डाला गया होगा। इस मतदान केंद्रों पर मतभ्रमित करने की आशंका जताई जाती है।   

विधानसभावार क्रिटिकल मतदान केंद्रों की संख्या
क्रमांक    विधानसभा क्षेत्र का क्रमांक व नाम मतदान केंद्रों की संख्या    क्रिटिकल मतदान केंद्रों की संख्या 
1    बीना(अजा)-35    195    37
2    खुरई-36    209    49
3    सुरखी-37    235    40
4    देवरी-38    222    52
5    रहली-39    248    49
6    नरयावली(अजा)-40    226    40
7    सागर-41    227    50
8    बंडा-42    245    97
योग    1807    414

शहर के थाने में गुंडों की लिस्ट : शहर के सभी थानों में बाकायदा गुंडे व निगरानीशुदा बदमाशों की लिस्ट लगाई गई है। मोतीनगर में 6, कोतवाली में 8, सिविल लाइंस में 4, गोपालगंज में 5, पद्माकर में 9, कैंट में 6 गुंडे सूचीबद्ध हैं।

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