-जांच रिपोर्ट में नहीं मिला कोई पुख्ता तथ्य, खोजने पर भी नहीं मिल रहे दानदाता
भोपाल।
न्यू-मार्केट में भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए चंदा उगाही का मामला बोगस निकला। जिला निर्वाचन शाखा की टीम ने जांच की, लेकिन वह दानदाता नहीं मिले, जिनके नाम से रसीदें काटी गई थीं। रसीदों की जांच एसडीएम शहर वृत्त ने की है।
एसडीएम जीएस ध्रुवे को रसीदों में लिखे नाम आधे-अधूरे मिले। जांच में न तो उस नाम का व्यक्ति मिल सका और न ही वह दुकान जिसका नाम था। जांच पूरे डेढ़ दिन तक चली। इसके बाद यह नतीजा सामने आया। अब जब दुकानें नहीं मिली है तो नामों की जांच होना भी असंभव है। वहीं शिकायतकर्ता से अन्य दस्तावेज भी मांगे गए थे, जिसे देने में वह असमर्थ रहा। इसके बाद ही मामला खत्म हो गया।
-मामला एक नजर में
प्रदीप सक्सेना ने शिकायत शाखा में शिकायत की थी कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व कोषाध्यक्ष चेतन कश्यप के नाम से बनी रसीदों से भाजपा के कार्यकर्ताओं लारा न्यूमार्केट के व्यापारियों से चुनाव के लिए चंदा उगाही की जा रही है। शिकायत में श्री सक्सेना ने रसीदों की फोटो कापी ाी चस्पा की थी। जब इन रसीदों की फोटो कापी को देखा गया तो उसमें किसी मुद्रक या प्रकाशन का नाम नहीं था, लेकिन यह भाजपा पार्टी के नाम से थी। इन रसीदों के माध्यम से सामने आ रहा है कि चंदे के नाम पर 1000 रुपए से 100 रुपए तक लिए गए हैं। हालांकि रसीदे असली हैं या नहीं, इसकी जांच के लिए सबसे पहले प्रदीप सक्सेना को ओरिजनल रसीदों को साथ कलेक्टर कार्यालय बुलाया गया था। बुधवार को करीब 4 बजे तक प्रदीप ओरिजनल रसीदों के साथ पहुंचे ओर उन्होंने इन रसीदों के संबंध में अन्य जानकारियों भी दी। रसीदों ओरिजनल होने की पुष्टि होने के बाद तत्काल इस मामले की जांच के लिए एसडीएम शहर वृत्त को जांच के निर्देश दे दिए गए। हालांकि शिकायत के साथ जो रसीदें सौंपी गई थी, उस पर किसी भी व्यापारी का नाम पूरा नहीं लिखा था।
भोपाल।
न्यू-मार्केट में भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए चंदा उगाही का मामला बोगस निकला। जिला निर्वाचन शाखा की टीम ने जांच की, लेकिन वह दानदाता नहीं मिले, जिनके नाम से रसीदें काटी गई थीं। रसीदों की जांच एसडीएम शहर वृत्त ने की है।
एसडीएम जीएस ध्रुवे को रसीदों में लिखे नाम आधे-अधूरे मिले। जांच में न तो उस नाम का व्यक्ति मिल सका और न ही वह दुकान जिसका नाम था। जांच पूरे डेढ़ दिन तक चली। इसके बाद यह नतीजा सामने आया। अब जब दुकानें नहीं मिली है तो नामों की जांच होना भी असंभव है। वहीं शिकायतकर्ता से अन्य दस्तावेज भी मांगे गए थे, जिसे देने में वह असमर्थ रहा। इसके बाद ही मामला खत्म हो गया।
-मामला एक नजर में
प्रदीप सक्सेना ने शिकायत शाखा में शिकायत की थी कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व कोषाध्यक्ष चेतन कश्यप के नाम से बनी रसीदों से भाजपा के कार्यकर्ताओं लारा न्यूमार्केट के व्यापारियों से चुनाव के लिए चंदा उगाही की जा रही है। शिकायत में श्री सक्सेना ने रसीदों की फोटो कापी ाी चस्पा की थी। जब इन रसीदों की फोटो कापी को देखा गया तो उसमें किसी मुद्रक या प्रकाशन का नाम नहीं था, लेकिन यह भाजपा पार्टी के नाम से थी। इन रसीदों के माध्यम से सामने आ रहा है कि चंदे के नाम पर 1000 रुपए से 100 रुपए तक लिए गए हैं। हालांकि रसीदे असली हैं या नहीं, इसकी जांच के लिए सबसे पहले प्रदीप सक्सेना को ओरिजनल रसीदों को साथ कलेक्टर कार्यालय बुलाया गया था। बुधवार को करीब 4 बजे तक प्रदीप ओरिजनल रसीदों के साथ पहुंचे ओर उन्होंने इन रसीदों के संबंध में अन्य जानकारियों भी दी। रसीदों ओरिजनल होने की पुष्टि होने के बाद तत्काल इस मामले की जांच के लिए एसडीएम शहर वृत्त को जांच के निर्देश दे दिए गए। हालांकि शिकायत के साथ जो रसीदें सौंपी गई थी, उस पर किसी भी व्यापारी का नाम पूरा नहीं लिखा था।
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