बुधवार, 23 अक्टूबर 2013

आचार संहिता उल्लंघन: सांसद जोशी भी आए लपेटे में

-भारत निर्वाचन आयोग को भेजी रिपोर्ट 
भोपाल। 
सांसद कैलाश जोशी आचार संहिता के उल्लंघन लिपटते दिखाई दे रहे हैं। विठ्ठल मार्केट में आयोजित ओजस्विनी मेले का दीप प्रज्ज्वलन कर उद्घाटन करना भारी पड़ गया है। कार्यक्रम केंद्र सरकार द्वारा दिए गए 9 लाख के अनुदान पर वस्त्र मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया गया था। कलेक्टर व जिला निर्वाचन आयोग ने एक जांच रिपोर्ट भारत निर्वाचन आयोग भेज दी है। 
मेले के आयोजन और सांसद द्वारा शुभारंभ करने को लेकर कुछ लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि मेला बिना अनुमति चल रहा है। वहीं जांच में सामने आया था कि मेले के संबंध में अनुमति जनवरी 2013 में ली गई थी। उस समय आचार संहिता नहीं लगी थी। नियमानुसार आचार संहिता के बीच में कार्यक्रम की अनुमति ली जाना अनिवार्य है। शिकायत की क्षेत्र के एसडीएम ने जांच की थी। जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर निशांत वरवड़े ने बताया, शिकायत के आधार पर सांसद कैलाश जोशी लारा आचार संहिता उल्लंघन की जांच रिपोर्ट तैयार कर भारत निर्वाचन आयोग को भेज दी है। केंद्रीय मंत्री और सांसदों के प्रकरणों पर कार्रवाई का अधिकार भारत निर्वाचन आयोग को है। 

-बैनर होर्डिंग्स को पोते 
श्री वरवड़े ने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार मेला को आयोजित करने वाली संस्था को जिला निर्वाचन अधिकारी लारा निर्देश दिए गए हैं कि मेले के बैनर और होर्डिंग पर प्रदर्शित शासकीय प्रायोजक को काले रंग से पोता जाये और मंच का उपयोग किसी भी प्रकार से राजनैतिक रूप में नहीं होना चाहिए।

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