सोमवार, 28 अक्टूबर 2013

साढ़े दस क्विंटल मावा जब्त

-रेनुका कृषि फार्म हाउस पर दूसरे दिन भी की कार्रवाई, उतरा 100 क्विंटल मावा 
-टीम ने लिए 3 नमूना 
भोपाल। 
बैरसिया रोड के लाबांखेड़ा शारदा नगर, स्थित रिद्धी हाईट्स के पीछे रेनुका कृषि फार्म हाउस पर शनिवार को फिर पर मावा उतारा। यहां 100 क्विंटल मावा उतारा जा रहा था। सूचना पर पहुंचे खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने 35 डलिया जिनमें रखा साढ़े दस क्विंटल मावा जब्त किया। 
यह कार्रवाई करीब 1 बजे की गई, जो करीब 3 घंटे चली। शुक्रवार की तरह शनिवार को भी अमले ने अलग-अलग तीन सैंपल लिए। सूचना मिलने पर टीम यहां करीब 11.30 पर पहुंची, टीम के एक अधिकारी ने बताया उस वक्त तक यहां कुछ नहीं था। केवल दो आॅटो खड़े थे। मौके पर मौजूद मनोज उर्फ मनीष साहू ने कहा, आज माल नहीं आया। आॅटो खड़े होने से खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को शक हो गया। फार्म हाउस पर उपस्थित कर्मचारियों को भ्रमित करने अधिकारी वहां से निकल गए, लेकिन फार्म हाउस के आसपास रहे, जिससे मावे की खेपे उतारने की पुष्टि हो सके। अब 12 बज चुके थे। एक घंटा पास की कालोनी में बिताने के बाद सूचना मिली की फार्म हाउस पर मावे की गाड़ी आ रही है, जो रास्ते में है। गाड़ी जैसे ही 1.20 पर फार्म हाउस पर पहुंची। टीम ने दबिश दे दी। गाड़ी में 100 डलिया मावा जो कि 30 क्विंटल रखा हुआ था। इसे यहां उतारकर भोपाल सहित आसपास के मावा और मिठाई व्यापारियों को पहुंचाया जाना था। टीम ने डलियाओं को देखा तो इसमें 35 डलियां ऐसी मिलीं, जिसे मिलावटी व फफूंद लगे होने के चलते जब्ती में लिया। पूर्व की तरह अब भी यहां वही दो आॅटो खड़े हुए थे, इन्हीं से डलिया लोड कर डिलेवरी की जाती। मावा को जब्ती में ले मनोज उर्फ मनीष साहू के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है। मौके पर पहुंची टीम में धर्मेन्द्र नोनईया और अरुणेश पटेल शामिल थे। जब्त किया गया मावा करीब 10 लाख रुपए का है। 

-ग्वालियर से आया भोपाल 
यह मामला ग्वालियर की मंडी से भोपाल आया था। ग्वालियर में मावा लाहर, भिंड, थोल आदि क्षेत्रों से एकत्र किया जाता है। इसके बाद भोपाल व अन्य जिलों के व्यापारी मावा मंडी से मावा खरीद ट्रांसपोर्ट में लोड करा देते हैं। बताया जाता है कि मनीष साहू इस ट्रांसपोर्ट का भोपाल में एजेंट है। व्यापारियों ने मनीष सेटिंग कर रखी है कि वह भोपाल सहित होशंगाबाद, इटारसी, रायसेन और अन्य जिलों में मावा सप्लाई करेगा। मावा फार्म हाउस पर उताने की बात पर मनीष केवल शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक की बात कहता है, जबकि पूरी रणनीति के साथ मावा भोपाल सहित पास के जिलों में खपाया जा रहा है। 

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