नगर निगम परिषद में मामला उठने के बाद हो सकी कारर्वाई
अशोका गार्डन में सरकारी जमीन पर बनाया गया है मकान
अवैध निर्माण को पूरी तरह ढहाने के बजाय छोड़ दिया गया
भोपाल।
सरकारी जमीनों पर बेजा कब्जा करके अवैध निर्माण के खिलाफ नगर निगम का अतिक्रमण विरोधी अमला क्या कारर्वाई करता है, तो यह उसकी बानगी है। अशोका गार्डन इलाके में सरकारी जमीन पर तानी गई इमारत को पूरी तरह से ढहाने के बजाय कुछ ईंटे हटाने की रस्मअदायगी करके छोड़ दिया गया। दूसरी ओर, अवैध निर्माण के खिलाफ नगर निगम परिषद की बैठक में नेता प्रतिपक्ष सहित कांग्रेसी पाषर्दों के जबर्दस्त हंगामा के बाद जांच हुई थी और अवैध निर्माण प्रमाणित होने पर संपूर्ण अतिक्रमण हटाने के निर्देश जारी हुए थे।
नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी अमले ने शनिवार को अवैध निर्माण ढहाने की बड़ी कारर्वाई का ढोल पीटते हुए अशोका गार्डन इलाके की इकबाल कालोनी के प्लाट 118 पर बिल्डिंग परमिशन के बिना बनाई गई इमारत की दो मंजिलों को ढहाने का दावा किया है। हालांकि, मौके पर सिर्फ दूसरी और तीसरी मंजिल के अवैध निर्माण को जरा सा तोड़ा गया है। मकान मालिक आरटी चौरसिया ने 650 वर्ग फीट के दायरे से बाहर जाकर करीब 1200 वर्ग फुट पर बेजा निर्माण किया है। गौरतलब होगा कि, कांग्रेस पार्षद दल नेता मोहम्मद सगीर ने इस अवैध निर्माण के बारे में परिषद में सवाल पूछा था, जिस पर 28 मार्च,13 को पेश जवाब में माना गया है कि अवैध निर्माण पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया है। हालांकि, इसके बाद भी कारर्वाई नहीं होने पर सगीर ने मार्च और फिर मई,2013 में कमिश्नर नगर निगम को मय दस्तावेजों के शिकायत करते हुए कारर्वाई की मांग की।
परिषद की बैठक में मचेगा हंगामा
अवैध निर्माण तोड़ने के बजाय रस्मअदायगी के खिलाफ नगर निगम परिषद की आगामी बैठक में हंगामा मचने के आसार हैं। नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर ने कहा है कि राजनीतिक दबाव के चलते बिना इजाजत सरकारी जमीन पर बने मकान को तोड़ने के बजाय कुछ ईंटे गिराकर निगम अमला लौट गया। इसके बाद भी निगम के इंजीनियर और अतिक्रमण अधिकारी झूठ बोल रहे हैं कि दो मंजिलों को ढहाया गया है। इस मिलीभगत के खिलाफ परिषद की बैठक में आवाज उठाने के साथ ही कांग्रेस पार्षद दल आंदोलन भी करेगा।