-सोमवार दोपहर पहुंचे रैक, दो दर्जन पेट्रोल पंपों हुई थे खाली
भोपाल।
शहर में शनिवार से पेट्रोल डीजल की किल्लत होने के बाद दो दर्जन पेट्रोल पंप ड्राय हो गए थे। सोमवार शाम को रैक आने के बाद पंपों पर स्थिति सामान्य हो सकी। रिलायंस डिपो से पेट्रोल-डीजल के टैंकर्स को लोड किया गया। हालांकि जिला आपूर्ति नियंत्रक ने कहा था कि पेट्रोल डीजल की किल्लत सोमवार सुबह ही समाप्त हो गई।
भोपाल सहित आस पास के जिलों में एचपीसीएल व आईओसीएल के पंपों पर बीते दो दिन से पेट्रोल डीजल की कमी हो गई थी, क्योंकि रिलायंस के भौंरी स्थित डिपो में पेट्रोल-डीजल बेहद कम बचा था। नतीजे में सौ से ज्यादा टैंकर रिलायंस डिपो के बाहर खडेÞ हो गए थे। कमी के चलते रिलायंस डिपो से टैंकरों की सप्लाई आधी कर दी गई थी, जिससे दो बजाय एक टैंकर भरा जा रहा था। ऐसे में रविवार देर रात एक रैक आ गया और सोमवार दोपहर बाद करीब 2:00 बजे दूसरा रैक पहुंचा। इसके बाद ही टैंकरों को सप्लाई शुरु की गई, जिसके बाद शाम तक सारे पंपों पर पेट्रोल और डीजल पहुंच गया। गौरतलब होगा कि, भोपाल सहित आस पास के 10 जिलों में भोपाल से ही डीजल पेट्रोल जाता है। इसके लिए 150 टैंकर सप्लाई का काम करते हैं, जिनमें 140 टैंकर 12 हजार लीटर और 10 टैंकर 20 हजार लीटर क्षमता के हैं।
-एक कारण यह भी
बीते एक हफ्ते से रिलायंस डिपो से पंप संचालकों के टैंकरों को पेट्रोल-डीजल की सप्लाई प्रभावित हो रही थी। शुक्रवार व शनिवार को तो कुछ टैंकरों को लौटा दिया गया था। इसके चलते शनिवार को टैंकर चालकों ने हड़ताल भी कर दी थी। नतीजे में राजधानी सहित आस पास के करीब 10 जिलों में एचपीसीएल व आईओसीएल के पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल का संकट गहरा गया था। हालांकि इंडियन ऑयल ने अपने पंपों के लिए सागर, इटारसी व इंदौर स्थिति डिपो से तेल मंगवाना शुरू कर दिया था, जबकि एचपीसीएल के पंपों पर स्टॉक रविवार तक खत्म हो चुका था। ऐसे में रैक रविवार देर रात ही भोपाल पहुंचा और सप्लाई शुरु हो सकी। सूत्रों का कहना है कि यदि रैक रिलायंस डिपों में रविवार को नहंी पहुुंचता तो सोमवार को एचपी के सभी पेट्रोल पंप बंद हो जाते, क्योंकि एचपी के करीब 25 पंप रविवार को ही ड्राय हो गए थे।
भौंरी के रिलायंस डिपों में रविवार देर रात रैक पहुंच गया। यहां से सोमवार सुबह पेट्रोल-डीजल की सप्लाई शुरू कर दी गई है।
हुकुम सिंह परमार, जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक
रैक आने के बाद सप्लाई शुरू हो सकी। जब से रिलायंस से सप्लाई शुरू हुई है, तभी से ऐसी स्थिति बन रही है। हम चाहते हैं पुरानी व्यवस्था लागू की जाए।
एजाज कुरैशी, अध्यक्ष, टैंकर्स वर्कर्स एसोसिएशन
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