-छठवां वेतनमान देने को लेकर सरकार और प्राचार्य के खिलाफ करेंगे नारेबाजी
भोपाल।
शासकीय स्वशासी यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शनिवार को धरने पर रहेंगे। कर्मचारी छठवें वेतनमान देने व प्राचार्य के गलत निर्णयों के खिलाफ यह प्रदर्शन यूनानी कर्मचारी संघ के बैनर तले करेंगे।
आयुष विभाग के अंतर्गत आने वाले शासकीय हकीम सैयद जीयाउल हसन यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में तृतीय, चतुर्थ एवं पैरा मेडिकल के ६१ कर्मचारी शामिल हैं। संघ के अध्यक्ष हसनैनी अहमद हुसैनी ने बताया, वेतनमान सहित अन्य परेशानियों के बारे में आयुक्त भारतीय चिकित्सा पद्द्धति एवं होम्योपैथी को अगवत कराया जा चुका है। साथ ही प्राचार्य को भी इस बारे में समय-समय पर जानकारी दी, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। उन्होंने कहा, जब वेतनमान की बात की जाती है तब कर्मचारियों को यह कह कर टाल दिया जाता है कि आप लोगों का केस कोर्ट में विचाराधीन है। जबकि वास्तविकता यह है कि न्यायालय ने वर्ष २००९ में निर्णय देते हुए सभी कर्मचारियों को यथा स्थिति बनाए रखने को कहा था। वेतनमान न बढ़ाने का निर्णय कहीं से कहीं तक नहीं दिया। बावजूद इसके भ्रमित किया जाता है। उन्होंने कहा यह मौन प्रदर्शन होगा, जो महाविद्यालय के गेट के सामने सुबह १० बजे से शुरू होकर दोपहर २ बजे तक चलेगा। इसके बाद सभी कर्मचारी मिलकर एक ज्ञापन प्राचार्य जकी अनवर अंसारी को सौंपेंगे। उल्लेखनीय है कि श्री अंसारी को ऐसे ही कुछ मामलों में शोकाज नोटिस मिल चुके हैं
भोपाल।
शासकीय स्वशासी यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शनिवार को धरने पर रहेंगे। कर्मचारी छठवें वेतनमान देने व प्राचार्य के गलत निर्णयों के खिलाफ यह प्रदर्शन यूनानी कर्मचारी संघ के बैनर तले करेंगे।
आयुष विभाग के अंतर्गत आने वाले शासकीय हकीम सैयद जीयाउल हसन यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में तृतीय, चतुर्थ एवं पैरा मेडिकल के ६१ कर्मचारी शामिल हैं। संघ के अध्यक्ष हसनैनी अहमद हुसैनी ने बताया, वेतनमान सहित अन्य परेशानियों के बारे में आयुक्त भारतीय चिकित्सा पद्द्धति एवं होम्योपैथी को अगवत कराया जा चुका है। साथ ही प्राचार्य को भी इस बारे में समय-समय पर जानकारी दी, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। उन्होंने कहा, जब वेतनमान की बात की जाती है तब कर्मचारियों को यह कह कर टाल दिया जाता है कि आप लोगों का केस कोर्ट में विचाराधीन है। जबकि वास्तविकता यह है कि न्यायालय ने वर्ष २००९ में निर्णय देते हुए सभी कर्मचारियों को यथा स्थिति बनाए रखने को कहा था। वेतनमान न बढ़ाने का निर्णय कहीं से कहीं तक नहीं दिया। बावजूद इसके भ्रमित किया जाता है। उन्होंने कहा यह मौन प्रदर्शन होगा, जो महाविद्यालय के गेट के सामने सुबह १० बजे से शुरू होकर दोपहर २ बजे तक चलेगा। इसके बाद सभी कर्मचारी मिलकर एक ज्ञापन प्राचार्य जकी अनवर अंसारी को सौंपेंगे। उल्लेखनीय है कि श्री अंसारी को ऐसे ही कुछ मामलों में शोकाज नोटिस मिल चुके हैं
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