रविवार, 30 जून 2013

‘मुआवजा नहीं तो वोट नहीं’

-सड़कों पर उतरे गैस पीड़ित, बीएमएचआरसी के खिलाफ की नारेबाजी 
भोपाल। 
गैस पीड़ित शनिवार को वाजिब मुआवजा और भोपाल मेमोरियल अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर (बीएमएचआरसी) को अपग्रेडे किए जाने की फाइलें दबे होने से सड़कों पर उतरे। गैस पीड़ितों का कहना था, वाजिब मुआवजा नहीं तो वोट नहीं। 
गैस पीड़ित संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने यूनियन कार्बाइड तक रैली निकाल आवज बुलंद की। दूसरी ओर गैस पीड़ित महिला उद्योग संगठन ने बीएमएचआरसी के सामने प्रदर्शन करके अस्पताल अपग्रेडेशन में हो रही देरी पर नाराजगी जताई। संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष शमशुल हसन बल्ली की अगुवाई में भारत टॉकीज चौराहे से यूका, जेपी तक यह रैली निकाली गई। संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष ने कहा, बीते 28 साल से गैस पीड़ित संघर्ष करते आ रहे हैं, लेकिन उनकी अगुवाई करने वाले संगठनों की सरकार से मिलीभगत के चलते वास्तवकि मुआवजा नहीं मिल सका। संगठनों के नाम पर विदेश यात्राएं करके चंदाखोरी की जा रही है। गैस पीड़ितों के नाम पर बीते 25 साल से चंदाखोरी करने वाले फर्जी गैस पीड़ित नेताओं की जांच करके आपराधिक कारर्वाई की जाए। गैस पीड़ित बस्तियों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी साफ और शुद्ध पेयजल नहीं पहुंचाया जा रहा है। वहीं गैस राहत अस्पतालों में कागजी खाना पूर्ति की जा रही है, लेकिन गैस पीड़ितों को लाभ नहीं मिल रहा है। इसका सीधा फायदा अपग्रेडेशन के नाम पर ठेकेदारों को हो रहा है। 

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