-मप्र से दो हेलीकॉप्टर एक और टीम जाएगी उत्तराखंड
-अनंत सेठी कर रहे हैं नेतृत्व
हेमंत पटेल, भोपाल।
मप्र सरकार ने उत्तराखंड में फंसे लोगों को बचाने 'आपरेशन ब्लू स्टार' किया है। राज्य शासन के दो हेलीकॉप्टर शुक्रवार सुबह ७ बजे स्टेट हैंगर से उड़ान भरेंगे। राज्य शासन ने उत्तराखंड में मची तबाही के बाद वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए उत्तराखंड सरकार की मदद के लिए यह आपरेशन शुरू किया है।
ब्लू स्टार की कमान संचालक विमानन कैप्टन अनंत सेठी के हाथों में सौंपी गई है। इन दो हेलीकॉप्टर में राज्य शासन के चार कैप्टन और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं। दोनों हेलीकॉप्टर कुछ-कुछ अंतराल में स्टेट हैंगर से रवानगी डालेंगे। पहला हेलीकॉप्टर जयपुर से दिल्ली होता हुआ देहरादूर पहुंचेगा। वहीं दूसरा ग्वालियर से सीधे देहरादून लैंड करेगा। कैप्टर वीवी सिंह ने बताया कि सुबह ७ बजे उड़ान भरने के बाद दोपहर २ बजे हेलीकॉप्टर देहरादून पहुंचेंगे। इस आपरेशन में मप्र शासन के सचिव स्तर के अधिकारी शामिल हैं। वहां उतरने के बाद उत्तराखंड सरकार के सहयोग से बनाई गई 'सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन सेल' के आदेशानुसार दोनों हेलीकॉप्टर फ्लॉइंग करेंगे। हेलीकॉटरों को ले जाने वाले कैप्टंस के दल में वीवी सिंह, दर्शन सिंह, संजय श्रीवास्तव और आदर्श राय शामिल हैं। गुरुवार देर रात संचालक विमानन श्री सेठी और अन्य कैप्टंस ने नक्शे के माध्यम से हवाई रूट समझा।
साथ ही दो टेक्नीशियन और एक हेलीकॉप्टर इंजीनियर भी इस दल में शामिल हैं। प्राप्त जानकारी के अनसुार यह हेलीकॉप्टर वहां १० दिनों या स्थानीय सरकार के कहने पर उससे अधिक समय तक अपनी सेवाएं वहां देगा। राज्य शासन की यह टीम स्थानीय प्रशासन के साथ सेना की मदद में जुटेगी। इन्हें श्री सेठी को रिपोर्ट करनी होगी। इसके बाद यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को दी जाएगी।
ेबताया जाता है, शिवराज दो दिन पहले उत्तराखंड गए थे। इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने मदद के लिए आग्रह किया था। इसके बाद वहां बचाव कार्य के लिए एक सात सदस्यी दल बनाया। इसके बाद गुरुवार को ७ एक्सपट्र्स को शामिल करते हुए यह दल गठित किया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन ने गुरुवार सुबह ही संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के नेतृत्व में एक टीम उत्तराखड़ भेजी है।
-ऐसे करेगा दल काम
उत्तराखंड प्राकृतिक आपदा केंद्र से मिले निर्देश के बाद यह दल खास तौर पर घाटियों में फंसे श्रद्धालुओं को निकालेगा। घाटी के बीचो-बीच फंसे श्रद्धालुओं को हेलीपेड बनाकर निकाला जाएगा।
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