-बेटा वापस दिलाने जनसुनवाई में लगाई गुहार, कलेक्टर में आए ९२ आवेदन
भोपाल।
कलेक्टर की जनसुनवाई में आई एक शिकायत पर गौर करें तो एक लड़की लड़के को लेकर भाग गई। वह भी तब दोनों शादी शुदा हैं। यह शिकायत की है, इंदिरा नगर कालोनी बैरागढ़ निवासी सुभा मीना ने। जनसुनवाई में ९२ आवेदन आए।
उन्होंने आरोप लगाया है कि 35 वर्षीय राजकुमारी उर्फ गुड्डी बेटे अर्जुन को भगाकर ले गई है। साथ ही ९० हजार लेकर चली गई है। श्रीमती मीना ने अपने शिकायती आवेदन में बताया कि राजकुमारी 11/6/2013 को 18 वर्षीय अर्जुन को भगाकर ले गई है और उससे शादी करना चाहती है, जबकि वह पहले से ही शादीशुदा है। राजकुमारी के बहकावे में आकर अर्जुन घर से 90 हजार रुपए लेकर भी गया है। इस मामले की शिकायत संबंधित थाने में करने का प्रयास किया तो राजकुमारी व उसके भाई जान से मारने की धमकी देते हैं। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने मामले को एसएसपी को जांच कर निराकरण के लिए लिखा है।
ेअशोका स्टेट फेस-2 अप्सरा सिनेमा के पास निवासी मानवेंद्र नाथ अपने शिकायती आवेदन में पिता एके अहिरवार शिक्षा विभाग में संयुक्त संचालक के पद से 2006 में रिटायर हुए हैं, लेकिन उन्हें छठवे वेतनमान का लाभ व एरियर की राशि नहीं मिली है। उन्होंने कहा, एके अहिरवार 30/11/20०6 को सेवा निवृत्त हुए थे, जबकि छठवां वेतनमान 1/1/2006 से लागू हुआ है। पितजी को छठवें वेतनमान के आधार पर वेतन निर्धारण कर पुनरीक्षित पेंशन व ग्रेज्युटी के अंतर की राशि और एरियर का भुगतान अब तक नहीं किया गया है। मानवेंद्र ने कहा, मैं बीते एक साल से नहीं बीते चार साल से भटक रहा हूं।
...और एफआईआर कराई -
विकलांग व एचआईवी रोग से पीडि़त एक युवक ने अपने शिकायती आवेदन के माध्यम से नरेंद्र यादव व दिनेश नामक युवक पर 2 लाख रुपए के लोन दिलाने के नाम पर 7 हजार रुपए लेने का आरोप लगाया। युवक ने कलेक्टर को बताया कि 7 हजार रुपए लेने के बाद न तो इन दोनों युवकों ने लोन दिलवाया और न ही 7 हजार रुपए वापस कर रहे हैं। कलेक्टर श्री वरवड़े ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल आवेदन एसएसपी कार्यालय भिजवाया और एफआईआर दर्ज करवाई।
-आएं तो सभी आएं, नहीं तो एक भी नहीं - जनसुनवाई शुरू होने के एक घंटे बाद तक विभागीय अधिकारी जनसुनवाई में पहुंचे। इस बात से नाराज कलेक्टर श्री वरवड़े ने अधिकारियों से साफ कहा कि यदि जनसुनवाई में आए तो सभी आएं और समय से आएं, नहीं तो एक भी न आए। देखने लायक बात यह थी कि जब यह वाकया घटित हुआ उस समय कुल 10 वि ाागों के अधिकारी मौजूद थे।
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