विधानसभा प्राक्कलन समिति को दी गई जानकारी
भोपाल।
नगर निगम द्वारा बनाए गए 24 किमी लंबे बीआरटीएस कॉरिडोर का काम पूरा होने को है। कुछ सिविल काम बाकी है तो कुछ हिस्से में बिजली का काम अंतिम दौर में है। कहीं-कही पानी की निकासी की परेशानी को दूर किया जा रहा है। यह सब काम हर हाल में 30 जून तक पूरा हो जाएगा। यह कहना है निगम अधिकारियों का जो विधानसभा में प्राक्कलन समिति के समक्ष कॉरिडोर की जानकारी दे रहे थे। समिति सदस्यों ने निगम अधिकारियों से पूर्व में ली गई आपत्तियों के निराकरण और काम की अन्य प्रगति के बारे में भी जानकारी ली।
एसी बसों में घूमे विधायक
मिसरोद से बैरागढ़ तक निर्माणाधीन बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) की जांच के लिए विधानसभा की प्राक्कलन समिति ने इसका जायजा लिया। इसके साथ ही मिसरोद से आरआरएल तिराहे तक चल रहे ट्रायल रन को भी परखा। इस दौरान समिति के सदस्य चार विधायकों और नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने एसी बसों में सफर किया। विधायकों ने साफ कहा कि बसों और इसमें यात्रियों के लिए कॉरिडोर ठीक है, लेकिन मिक्स लेन में चलने वाले यात्रियों के लिए दिक्कत है। यह चौड़ाई कम है, इसलिए जाम लगेगा। समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश सकलेचा ने टू व्हीलर के लिए अलग लेन बनाने का प्रस्ताव दिया।
पहले जताई थी ढेरों खामियां
गौरतलब है कि इससे पहले प्राक्कलन समिति ने 18 फरवरी को कॉरीडोर का जायजा लिया था। इस दौरान समिति सदस्यों ने ढेरों बुनियादी खामियां भी गिनाई थीं। साथ ही अफसरों से दो टूक कहा था कि निगम ने बिना प्लानिंग बीआरटीएस बना दिया है। लाईओवर की कोई प्लानिंग है और न ही एफओबी बनाने की। सड़क की चौड़ाई कई जगहों पर कम है। इससे हादसे होंगे और लोगों की जान जाएगी। यही नहीं सदस्यों ने आशंका जताते हुए कहा था कि भोपाल का बीआरटीएस दिल्ली की तर्ज पर बनाया गया है, जो फेल हो चुका है। भोपाल का भी यही हाल होने वाला है। यह शहर के लोगों के लिए बेहतर साबित नहीं होगा।
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